उज्जैन महाकाल मंदिर की भस्म आरती की बुकिंग अब तीन महीने पहले कराई जा सकेगी। मंदिर की भस्म आरती को लेकर नई व्यवस्था लागू कर दी गई है। अगस्त, सितंबर और अक्टूबर के लिए विंडो ओपन है।
शिव भक्तों में भस्म आरती के प्रति गहरी आस्था का अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि इस धार्मिक अनुष्ठान के दौरान महाकालेश्वर मंदिर में इस कदर भीड़ उमड़ती है कि पैर रखने तक की जगह नहीं मिलती।
मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में भस्म आरती के दौरान हादसा हो गया है। गुलाल के कारण गर्भगृह में आग फैल गई। गनीमत ये रही कि इस हादसे में सीएम मोहन यादव के बेटे और बेटी बाल-बाल बच गए।
'सावन' महीने के चौथे सोमवार के अवसर पर, 27 जुलाई को सुबह उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती की गई।
महाशिवरात्रि पर ज्योर्तिलिंग महाकाल भक्तों को दर्शन देने के लिए 44 घंटे तक जागेंगे। सोमवार मंगलवार मध्य रात 2 बजे मंदिर के पुजारी ने पट खोलकर महादेव को जगाया व रात 2.30 बजे भस्मारती की।
महाकाल पर महासंकट आ गया है। महादेव के शिवलिंग पर उन्हीं के भक्तों के कारण बड़ा खतरा मंडरा रहा है। 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक उज्जैन के महाकाल के शिवलिंग का आकार धीरे-धीरे छोटा हो रहा है।
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