प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब G20 देशों के राष्ट्राध्यक्षों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री के सामने अंग्रेजी में लिखे BHARAT ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है।
भाजपा की परिवर्तन यात्रा भरतपुर की विधानसभा सीटों को कवर करेगी। टिकट के दावेदार के पास शक्ति प्रदर्शन का यह मौका है, जिसे वे हाथ से नहीं जाने देना चाहते।
India vs Bharat Controversy | हमारे देश को सिर्फ भारत और इंडिया के नाम से नहीं पुकारा गया। हिंदुस्तान, जम्बूद्वीप, भारतवर्ष और ना जाने कितने नाम हमारे देश को दिए गए। चलिए आपको बताते हैं कब और कैसे मिला भारत को अलग-अलग नाम।
देश के नाम इंडिया या भारत को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। विपक्षी राजनीतिक दलों को लगता है कि देश का नाम इंडिया से बदलकर भारत करने के लिए ही संसद की विशेष सत्र बुलाई गई है। इस बीच कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर एक कविता शेयर की है।
1. सनातन के अपमान पर पहली बार बोले प्रधानमंत्री मोदी.. कैबिनेट की बैठक कहा- टिप्पणी कर फंस गया विपक्ष...सनातन पर हमले का जवाब सही से देना पड़ेगा.
1. सनातन के अपमान पर पहली बार बोले प्रधानमंत्री मोदी.. कैबिनेट की बैठक कहा- टिप्पणी कर फंस गया विपक्ष...सनातन पर हमले का जवाब सही से देना पड़ेगा
देश के मानस पर पिछले कुछ दिनों से कुछ सवाल तैर रहे हैं. जिनके स्पष्ट जवाब नहीं आ रहे हैं. मोदी सरकार और खुद प्रधानमंत्री मोदी क्या सोच रहे हैं क्या करने जा रहे हैं. इसे लेकर कयास बहुत हैं. आप खुद सोचिए कितने मुद्दों पर हम एक साथ चर्चा कर रहे हैं.
भारत हमारी विरासत है,आज भी जब घर में कोई पूजा या हवन होता है तो संकल्प लेते वक्त जम्बूद्वीपे..भारतखंडे ही कहा जाता है.तमाम ग्रन्थों में हिन्द महासागर से लेकर हिमालय के दक्षिण तक के भू-भाग को भारत ही बताया गया है. इसलिए भारत नाम से किसी को आपत्ति कैसे हो सकती है ?
मोदी सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक नए संसद भवन में संसद का विशेष सत्र बुलाया है. जिसे लेकर कयासबाजी का दौर जारी है. सरकार ने ये सत्र किसलिए बुलाया है, ये अभी तक साफ नहीं है.
भारत या इंडिया मुद्दे पर मचे राजनीतिक घमासान के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(PM Narendra Modi) आसियान शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इंडोनेशिया जा रहे हैं.
देश में भारत नाम को लेकर बहस छिड़ी हुई है. देश का आधिकारिक नाम बदला जाएगा या नहीं, ये अभी पूरी तरह साफ नहीं है, लेकिन INDIA अलायंस(I.N.D.I.A Alliance) की मीटिंग में अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने एक नया आइडिया दे दिया है।
जी20 सम्मेलन में राष्ट्रपति भवन की ओर से भेजे गए रात्रिभोज के निमंत्रण पत्र पर 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' लिखा गया है। इसके बाद देश में भारत या इंडिया का मुद्दा गरमा गया है।
अब जो कुछ भी सरकारी प्रेस में छप रहा है उस पर या तो केवल भारत लिखा है या फिर इंडिया के साथ भारत भी लिखा है। इन्हीं तस्वीरों ने विपक्षी गठबंधन को बेचैन करने के साथ साथ कुछ सवाल भी खड़े कर दिए हैं। बड़ा सवाल क्या संसद के विशेष सत्र में मोदी सरकार भारत करने का प्रस्ताव ला सकती है?
इंडिया का नाम बदलने पर जोरदार सियासत....कांग्रेस ने 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' पर जताई आपत्ति..कहा- बदल दिया देश का नाम.
जी-20 सम्मेलन में आने वाले मेहमानों को डिनर के लिए आमंत्रित करते हुए राष्ट्रपति ने रिपब्लिक ऑफ इंडिया की जगह 'रिपब्लिक ऑफ भारत' शब्द का इस्तेमाल किया जिससे देश का नाम बदले जाने की चर्चा काफी तेज हो गई है। अगर नाम बदला तो क्या अड़चनें आएंगी, जानिए डिटेल्स-
देश में अब इंडिया और भारत पर राजनीति गरमा गई है। राष्ट्रपति भवन द्वारा जी-20 के डिनर के लिए जो निमंत्रण पत्र भेजा गया है उसमें इंडिया की जगह भारत लिखा है। इसी बात पर विपक्षी नेताओं ने केंद्र सरकार हमला बोलना शुरू कर दिया है।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश के दावे से एक नई चर्चा तेज हो गई है कि क्या देश का नाम बदलने वाला है?
उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर दिए गए बयान के बाद अब कांग्रेस ने इस मामले पर तर्क दिया है। केसी वेणुगोपाल ने इस बाबत बोलते हुए कहा है कि कांग्रेस की विचारधारा सर्वधर्म सम्भाव है, लेकिन सभी दलों को अपनी बात कहने का हक है।
गुवाहाटी में एक सभा को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि हमारे देश का नाम प्राचीन काल से भारत है। इसे बोलने, लिखने और कहने में हर जगह लाना होगा। आज दुनिया को हमारी जरूरत है।
केंद्रीय मंत्री एवं तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने तेलंगाना सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था दिवालिया हो गई है और भविष्य में इस्तेमाल में आने वाली जमीनों को ‘मनमाने तरीके से’ बेचा जा रहा है।
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