भजनलाल शर्मा आज राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे। शपथ ग्रहण का कार्यक्रम ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल के बाहर होगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह तथा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई बड़े नेता शामिल होंगे।
राजस्थान में आज भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। भजनलाल शर्मा के साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
India TV Poll: बीजेपी ने हाल ही में हुए 5 में से तीन राज्य के विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज की फिर मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के सीएम के नाम की घोषणा कर लोगों को चौंका दिया। इंडिया टीवी को पोल में ये जानने की कोशिश की गई कि कौन-से नाम ने सबसे ज्यादा लोगों को चौंकाया।
भजन लाल शर्मा को बीजेपी की सुरक्षित सीट सांगानेर से टिकट दिया गया था। वह इस सीट से जीतने के बाद चुप रहे और उन्होंने अन्य सीएम पद के दावेदारों की तरह कोई लॉबिंग नहीं की। आखिरकार वह अंतिम समय में उभरे और सभी को हैरान कर दिया।
भजन लाल शर्मा बीस साल से संगठन में काम कर रहे थे, चार बार प्रदेश के महामंत्री रहे, लेकिन सिर्फ इस आधार पर उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, इसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी।
Chhattisgarh, Madhya Pradesh और Rajasthan में BJP अपने CM के नाम का ऐलान कर चुकी है। तीनों ही राज्यों में BJP ने जो फैसला लिया, वो राजनीतिक विश्लेषकों और मीडिया के लिए काफी चौंकाने वाला रहा। पहले से स्थापित राजनीतिक दिग्गजों को दरकिनार करते हुए BJP ने three states में ऐसे चेहरों को मौका दिया, जो जमी
राजस्थान के मनोनीत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का परिवार पहले बेहद गरीब था। भजनलाल की एक बहुत पुरानी फोटो वायरल हो रही है जिसमें वे टूटी खाट, एक संदूक और पत्नी व बच्चों के साथ दिखाई दे रहे हैं।
संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। संसद की कार्यवाही के दौरान दो अज्ञात लोग दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए। दोनों शख्स के सदन में कूदते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। इस दौरान दोनों शख्स कुछ स्प्रे करने लगे। संसद के अंदर पीले रंग का धुआं फैल गया। संसद के सुरक्षाकर्मी तुरंत हरकत में आ गए.
राजस्थान को अपना नया सीएम मिल गया है। बीजेपी ने राजस्थान के सीएम पद के लिए भजन लाल शर्मा(Bhajan Lal Sharma) का नाम फाइनल कर दिया है। भजन लाल शर्मा सांगानेर से विधायक हैं और ब्राह्मण समाज से आते हैं।
प्रधानमंत्री ने सबसे बड़ा रिस्क लिया है. नफा हुआ तो मोदी का, नुकसान हुआ तो मोदी का. किसी और नेता का कुछ नहीं जाता. किसी और का कोई घाटा नहीं
नए सीएम भजनलाल शर्मा ने अपने 2 डिप्टी सीएम के साथ राज्यपाल कलराज मिश्र से की मुलाकात...राजस्थान में सरकार बनाने का दावा पेश किया
तो आखिरकार चुनाव नतीजें आने के 9 दिन बाद सभी राज्यों को मुख्यमंत्री मिल गए हैं..मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में तो नई सरकार का शपथ ग्रहण कल है...
भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को भजन लाल शर्मा को राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की है। अब इस फैसले के बाद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का पहला बयान सामने आया है।
छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में बीजेपी ने उन नेताओं को सीएम बनाया जो इस रेस में ही नहीं थे। इसके साथ ही बीजेपी ने अपनी ही पार्टी के स्थापित नेताओं को ये संदेश दे दिया कि अब शक्ति प्रदर्शन से काम नहीं चलेगा। फैसला वही लिया जाएगा, जो पार्टी के हित में हो।
भरतपुर से ताल्लुक रखने वाले 56 वर्षीय भजन लाल शर्मा ब्राह्मण समाज से आते हैं। भजन लाल शर्मा राजस्थान की सांगानेर विधानसभा सीट से विधायक हैं। गहलोत ने भजनलाल शर्मा को भाजपा के विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई दी है।
राजस्थान में भी बीजेपी ने नए सीएम के नाम का ऐलान कर दिया है। राजस्थान में भजन लाल शर्मा को सीएम बनाया गया है। उनके सीएम बनाए जाने पर परिवार में खुशी का माहौल है और बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
भजन लाल शर्मा को भाजपा ने राजस्थान का नया मुख्यमंत्री बनाया है। साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को राजस्थान का डिप्टी सीएम बनाया गया है। अब सीएम के शपथ ग्रहण की तारीख भी सामने आ गई है।
राजस्थान विधानसभा के नए स्पीकर के रूप में वासुदेव देवनानी को नामित किया गया है। देवनानी इस वक्त राजस्थान की अजमेर उत्तर विधानसभा सीट से विधायक हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में सबकुछ।
भारतीय जनता पार्टी ने सभी कयासों पर ब्रेक लगाते हुए भजन लाल शर्मा के रूप में राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया है। अब इस खबर पर भजन लाल शर्मा के पिता का बयान भी सामने आया है।
छत्तीसगढ़, एमपी और राजस्थान में सीएम पद के लिए तीनों नए चेहरों को जगह दी गई। वसुंधरा राजे को भी राजस्थान में सीएम पद नहीं मिला। बल्कि उन्होंने भी खुद पर्ची पढ़कर नए सीएम की घोषणा की। अब सवाल यह है कि असंतुष्ट वसुंधरा राजे का क्या होगा? सवाल यह भी कि नए चेहरों को ही क्यों तरजीह दी गई। जानें कहते हैं एक्सपर्ट्स?
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