फर्जी तरीके से 870.88 करोड़ रुपये की राशि के अवैध हस्तांतरण किए जाने के मामले में मामले में अब तक 11 मामले दर्ज किए गए हैं और 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
बिहार सरकार ने भागलपुर जिले में एक स्वयंसेवी संस्थान 'सृजन महिला विकास सहयोग समिति' द्वारा सरकारी खाते की राशि के फर्जीवाड़े के मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने का निर्णय लिया है।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने गुरुवार को भागलपुर में होने वाली अपनी सभा रद्द किए जाने पर नाराजगी जताई है। बुधवार आधी रात को उन्होंने समर्थकों के साथ भागलपुर रेलवे स्टेशन पर धरना दिया और मुख्यमं
इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्चस्तरीय जांच का आदेश दे दिया है। उन्होंने जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया हैं। जांच टीम आर्थिक अपराध इकाई के आईजी जेएस गंगवार के नेतृत्व में चार्टेड प्लेन से भगलपुर पहुंची है। सभी अधिकारी अभी सर्किट
दास टोला निवासी मंगिनी देवी ने कहा, "हम जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस महानिरीक्षक व पुलिस उपमहानिरीक्षक के समक्ष इस घटना के संबंध में और दलित महिलाओं के लिए मंदिर के कपाट खुलवाने में स्थानीय पुलिस की नाकामी को लेकर लिखित शिकायत दर्ज कराएंगे।"
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