रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023-24 के दौरान धोखाधड़ी में शामिल राशि 13,930 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 26,127 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान धोखाधड़ी के मामलों की संख्या 36,075 हो गई, जो एक साल पहले 13,564 थी।
हाल के दिनों में बैंकिंग फ्रॉड की घटना तेजी से बढ़ी है। इसको देखते हुए बैंकों ने अपने कस्टमर को इससे बचने की सलाह दी है। बैंकों ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसकी जानकारी दी है।
जिस मोबाइल नंबर से कॉल आ रहा हो, उसकी प्रामाणिकता जांचें,अपनी कॉलर आईडी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। कस्टमर केयर नंबर हासिल करने के लिए हमेशा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट देखें।
ऑनलाइन बैंकिंग के कई फायदे हैं तो नुकसान भी हैं। लोग कई बार पेमेंट करते समय अकाउंट डिटेल पर ध्यान नहीं देते हैं। इस वजह से वो किसी अन्य व्यक्ति के अकाउंट में मनी ट्रांसफर करने जैसी गलती करते हैं, लेकिन आप इस गलती को सुधार सकते हैं। इसमें बैंक आपकी मदद करेगा।
विभाग ने एक वेबसाइट लॉन्च की है जहां आप जाकर सीधे अपने मोबाइल नंबर से लिंक अन्य फोन नंबरों की जांच कर सकते हैं और मौके पर ही उन्हें डिलीट कर सकते हैं।
कॉल फॉरवर्डिंग के जरिए वॉट्सऐप भी हैक हो सकता है। स्कैमर्स वॉट्सऐप लॉगिन करने के लिए आपका नंबर डालकर ओटीपी में s.m.s. की जगह कॉल का चयन करते हैं। इस तरह उन लोगों के पास ओटीपी चली जाती है।
यह ऐप को भी प्रभावित कर सकता है और एंड्रॉयड उपयोगकर्ता को धोखा देने के लिए 200 से अधिक बैंकिंग और भुगतान एप्लिकेशन की ‘नकल’ कर सकता है। प
UPI payment system: अगर आप एक स्मार्टफोन यूजर हैं और UPI Payment करना प्रीफर करते हैं। एक दिन जब अचानक से आपको फोन खो जाता है तो आप ऐसी स्थिति में अपने यूपीआई पेमेंट सिस्टम को कैसे डी- एक्टिवेट कर सकते हैं आज की खबर हमें हम स्टेप बाय स्टेप जानने की कोशिश करेंगे।
आपके पास धोखेबाजों की ओर से कॉल आते हैं और पता चलता है कि आपके अकाउंट से धड़ाधड़ पैसे कटने शुरू हो जाते हैं।
पीएनबी और एसबीआई के अलावे बैंक ऑफ इंडिया के धोखाधड़ी के मामलों में 5,923.99 करोड़ रुपये फंसे हैं ।
जालसाज आकर्षक लोन स्कीम को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप/एसएमएस के जरिये संदेश डालते हैं।
CBI के कथित तौर पर देश के सबसे बड़े बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद यह कदम उठाया गया है।
देश के सबसे बड़े बैंकिंग फ्रॉड घोटाले में आज CBI ने अनेक मुद्दों पर अपना अधिकारिक पक्ष सामने रखा।
सरकारी बैंकों ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में 95,700 करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी के 5,743 मामलों की सूचना दी है।
आयकर रिफंड के नाम पर होने वाली बैंकिंग धोखाधड़ी और साइबर ठगी रोकने के लिए देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अलर्ट जारी किया है।
पीएमसी बैंक में हुए घोटाले को लेकर जांच टीम ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है। जांच टीम को बैंक के रिकॉर्ड से कुल 10.5 करोड़ रुपए का कैश गायब मिला है।
बाजार नियामक सेबी (Sebi) 14,000 करोड़ रुपए की बैंक धोखाधड़ी मामले में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और गीतांजलि जेम्स के खिलाफ संदिग्ध कारोबार तथा खुलासा संबंधित मुद्दों की जांच पूरी करने के बाद दंडात्मक कार्रवाई पर विचार करेगा।
देश के बैंक कर्ज लेकर भागने और धोखाधड़ी करने वालों के लिए मानो, सोने का अंडा देने वाली मुर्गी बन चुकी है। हाल ही में हुए खुलासे कुछ इसी तरफ इशारा करते हैं। बीते छह साल में नटवरलालों ने बैंकों के साथ 79,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
बैंकों को चूना लगाने वाले दो कारोबारी ED के फंदे में फंस गए। इन पर 2,240 करोड़ रुपए का चूना लगाने का आरोप है। इन्हें 10 दिन की हिरासत में भेज दिया गया है।
RBI ने कहा है कि ग्राहक अगर 3 दिन के अंदर अनऑथोराइज्ड इलेक्ट्रोनिक बैंकिंग ट्रांजैक्शन से हुए नुकसान की शिकायत करेंगे तो उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा।
संपादक की पसंद