इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) द्वारा वेतन संशोधन 6 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी करने की पेशकश के एक दिन बाद युनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) ने बैंकों के विलय और वेतन संशोधन की मांग को लेकर 26 दिसंबर को हड़ताल का ऐलान किया है।
अगर आपको भी पहली तारीख को सैलरी का इंतजार है या फिर अगले दो दिनों में बैंक में काम है, तो समझ लीजिए आप मुश्किल में हैं। क्योंकि 30 और 31 मई को देश के सभी सरकारी और निजी बैंकों में हड़ताल रहेगी।
वेतन में वृद्धि को लेकर बैंक कर्मचारियों ने 30 और 31 मई को दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है। इसका पश्चिम बंगाल में बैंक के कामकाज पर असर पड़ सकता है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों ने वेतन बिल लागत में बढ़ोतरी को लेकर 30 मई से दो दिन की देशव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी है। ये कर्मचारी इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (आईबीए) द्वारा दो प्रतिशत की ‘मामूली’ वृद्धि का विरोध कर रहे हैं।
SBI के मुताबिक AIBEA और AIBOA के सदस्य उनकी कई शाखाओं में हैं, ऐसे जिन शाखाओं में इन बैंक एसोसिएशनों के सदस्य हैं वहां पर कामकाज और बैंक सेवा प्रभावित हो सकती है
हड़ताल बैंकों के निजीकरण और विलय के खिलाफ है। यूनियनों की मांग है कि बैंकों में सभी पदों पर भर्ती की जाये और अनुकंपा के आधार पर नियुक्तियां हों
बैंक कर्मचारी की 28 फरवरी को प्रस्तावित हड़ताल से सार्वजनिक बैंकों में सामान्य कामकाज प्रभावित होने की आशंका है। यूएफबीयू की अगुवाई में हड़ताल होगी।
आईडीबीआई बैंक के कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सोमवार को हड़ताल पर रहेंगे। वे वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं। साथ ही आउटसोर्सिग का विरोध कर रहे हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों की एक दिन की हड़ताल से 12,000 करोड़ रुपए से लेकर 15,000 करोड़ रुपए तक का कारोबार प्रभावित हो सकता है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में मंत्रीस्तरीय समिति केंद्रीय ट्रेड यूनियनों से मुलाकात कर उनकी 12 सूत्री मांग पर चर्चा कर सकती है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की कर्मचारी यूनियनों ने 29 जुलाई को हड़ताल की घोषणा की है। बैंकिंग सुधारों पर रोक लगाने की मांग को लेकर बैंकों में हड़ताल रहेगी।
सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के बैंक कर्मचारी ने केंद्र की जनविरोधी बैंकिंग सुधार नीति के विरोध में 29 जुलाई को हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।
दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारियों के एक वर्ग ने प्रस्तावित दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल को आगे के लिये टाल दिया।
बैंक के कामकाज में दो दिन रुकावट आ सकती है। सार्वजनिक क्षेत्र के कुछ बैंकों के कर्मचारियों ने 12 और 13 जुलाई को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की चेतावनी दी है।
जुलाई में आपको कैश की कमी से जूझना पड़ सकता है क्योंकि लगभग 11 दिन बैंक बंद रहेंगे। इसलिए बेहतर होगा आप इसी महीने बैंक जुड़े अपने जरूरी काम को निपटा लें।
बैंक कर्मचारी संघों के एक साझा मंच ने सरकार के बैंकिंग सुधारों के खिलाफ 29 अगस्त को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
बैंक कर्मचारियों ने फिर हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। प्रमुख यूनियन ने कहा कि उसने बैंकिंग सेक्टर का प्राइवेटाइजेशन के विरोध में 25 मई को हड़ताल करेंगे।
आईडीबीआई बैंक की कर्मचारी यूनियनों ने दावा किया कि उनकी एक दिन की हड़ताल सफल रही है, जबकि दूसरी तरफ बैंक प्रबंधन ने कहा कि कामकाज सामान्य ढंग से हुआ।
सोमवार को बैंक आम दिनों की तरह खुले रहेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अधिकारियों के एक वर्ग ने 29 फरवरी को प्रस्तावित हड़ताल वापस ले ली है।
जिस दिन वित्त मंत्री अरुण जेटली संसद में देश का बजट पेश करेंगे, उसी दिन यानि 29 फरवरी को अधिकांश सरकारी बैंकों के कर्मचारी हड़ताल करेंगे।
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