रेग्युलेटरी फाइलिंग के मुताबिक, नई दरें गुरुवार, 12 जनवरी से लागू हो गई हैं। इसस पहले दिसंबर 2022 में बैंक ने 30-आधार अंकों की बढोत्तरी की थी।
अगर आप कोई छोटा बिजनेस करते हैं और आपके पास आईटीआर नहीं है तो आप सह-आवेदक के साथ ज्वाइंट लोन के लिए आवेदन करने पर विचार करें।
कोविड-19 महामारी के बाद आर्थिक गतिविधियों के सामान्य होने के कारण यह वृद्धि होगी।
सिबिल स्कोर आपके क्रेडिट योग्यता को दर्शाता है, जिससे बैंक को ये पता लग पाता है कि आपको कितने रुपये तक का लोन दिया जा सकता है।
Bank Loan Rate: त्योहारी सीजन खत्म होने के साथ बैंको ने लोन के ब्याज दर में बदलाव किया है। इससे आम जनता के जेब पर सीधा असर पड़ेगा। इस खबर में जानिए कि आपको लोन लेने के लिए अब कितना अधिक ब्याज देना होगा और किन बैंकों ने ये फैसला लिया है?
Education loan: कई बार सही समय पर पैसे के प्रबंध नहीं होने के चलते अच्छे स्टूंडेट्स (Students) एवरेज बनकर रह जाते हैं। एजुकेशन लोन (Education loan) आपकी शिक्षा में खर्च होने वाली रकम को पूरा करता है, जिसे बाद में आप नौकरी करने के साथ जमा कर देते हैं।
लगभग एक लाख लाभार्थियों को 6,268 करोड़ रुपये के व्यावसायिक ऋण मंजूर किए गए, जबकि 5,058 लोगों को 448 करोड़ रुपये के वाहन ऋण की मंजूरी दी गई। मंत्रालय ने बताया कि 20 अक्टूबर, 2021 तक 3,401 लोगों को 762 करोड़ रुपये के आवास ऋण मंजूर किए गए।
राज्य के स्वामित्व वाले बैंक संशोधित ईसीजीएलएस मानदंडों के तहत ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने के लिए स्वास्थ्य सेवा व्यवसाय ऋण प्रदान करेंगे।
यदि आप कोविड-19 दूसरी लहर के कारण वित्तीय दबाव में हैं, तो आप अपने खाते के पुनर्गठन का विकल्प चुन सकते हैं।
आम लोगों को आमतौर पर कहीं भी अपना आधार कार्ड औन कार्ड नंबर शेयर करने से बचना चाहिए। इन दोनों नंबरों को भी एटीएम पिन की तरह ही किसी से भी शेयर नहीं करना चाहिए।
यदि छूट की अवधि को छह महीने से आगे बढ़ाया जाता है, तो इससे कर्ज लेने वाले ग्राहकों का ऋण व्यवहार प्रभावित हो सकता और भुगतान की अवधि शुरू होने के बाद चूक का जोखिम बढ़ सकता है।
एमएसएमई क्षेत्र के लिए आपातकालीन ऋण सुविधा गारंटी योजना के माध्यम से 9.25 प्रतिशत की रियायती दर पर तीन लाख करोड़ रुपए तक के अतिरिक्त वित्त पोषण उपलब्ध कराया जा रहा है।
10 जून, 2020 को व्यवसाय बंद होने के बाद, बैंक रिजर्व बैंक की लिखित अनुमति के बिना कोई नया ऋण देने या पुराने बकाये को नवीकृत नहीं कर सकेगा।
कई लोगों को यह गलतफहमी भी है कि यदि कर्ज लेने वाले व्यक्ति की अचानक मृत्यु हो जाती है तो उसका कर्ज भी माफ हो जाता है।
सरकार ने लॉकडाउन की अवधि को 17 मई तक बढ़ा दिया है तब यह माना जा रहा है कि कर्ज किस्तों के भुगतान में छूट की अवधि को भी आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
बैंकों की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (जीएनपीए) का अनुपात सितंबर 2019 के 9.3 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2020 में 9.9 प्रतिशत पर पहुंच सकती है।
एमएसएमई क्षेत्र का देश के कुल निर्यात में 49 प्रतिशत योगदान है।
अगर आप भी कारोबार, पढ़ाई, मेडिकल बिल, घूमने, शादी, पर्सनल किसी काम या घर खरीदने के लिए बैंक से लोन लेना चाहते हैं तो आपको कुछ खास बातों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
महाराष्ट्र के नासिक में 27 लाख रुपये के कर्ज से डूबे एक किसान की निजी अस्पताल में मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की चीनी मिलों को राष्ट्रीयकृत एवं अन्य बैंकों के जरिए आसान शर्तों पर 4,000 करोड रुपये का कर्ज उपलब्ध कराने का फैसला किया है।
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