लखनऊ पुलिस बांग्लादेशी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने उसके डॉक्यूमेंट खंगाले हैं। इसमें पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का एड्रेस दर्ज है। जब युवक से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने खुद को बांग्लादेशी होने की बात कबूल की है।
बांग्लादेश में हिंसा अबतक जारी है। गोपालगंज इलाके में पूर्व पीएम शेख हसीना की देश वापसी हो, इस मुद्दे को लेकर हिंसा और प्रदर्शन के बीच भीड़ ने सेना पर हमला कर दिया। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे हमलों के विरोध में अमेरिका में भी आवाज उठाई जा रही है। बड़ी संख्या में लोगों ने व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन किया।
मंगलवार को एक पुस्तक विमोचन समारोह में सलमान खुर्शीद ने कहा था कि ऊपर से सब कुछ सामान्य लग सकता है, लेकिन बांग्लादेश में जो हो रहा है, वह भारत में भी हो सकता है। मणिशंकर अय्यर ने बांग्लादेश की स्थिति की तुलना भारत से भी की थी।
बांग्लादेश में हुई हिंसा और प्रदर्शन से एक तरफ जहां सियासत में बड़ी उथल-पुथल देखी गई वहीं देश में रह रहे हिंदुओं और अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाया गया। इसपर अब अंतरिम सरकार के नेता मोहम्मद यूनुस ने बड़ी बात कही है।
वित्त मंत्री ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि बांग्लादेश में नया शासन जल्द से जल्द समस्या का समाधान करेगा ताकि बांग्लादेश और भारत के लोग अपनी सामान्य स्थिति में लौट सकें।"
बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद हिंदुओं के खिलाफ हमले के विरोध में तेलंगाना के विकाराबाद में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी गाजा के बारे में अधिक चिंतित है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले पर कांग्रेस चुप है। उन्होंने कहा कि वहां की स्थिति बहुत खराब है।
लिटन दास ने बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच फेसबुक लंबी पोस्ट लिखी है। लिटन दास ने उनके घर को जलाने जाने की खबर को कोरी अफवाह करार दिया है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सलामी बल्लेबाज लिटन दास बांग्लादेश क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं और 7 हजार के करीब रन बना चुके हैं।
अयोध्या में लोगों को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बांग्लादेश में जो हिंदू बचे हैं उनमें 90 फीसदी दलित समुदाय से हैं लेकिन विपक्ष के होंठ सिले हुए हैं क्योंकि वे उनका वोट बैंक नहीं है।
बांग्लादेश में हालात तेजी से बदल रहे हैं। विरोध के बाद अब चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हसन को प्रधानमंत्री शेख हसीना का वफादार माना जाता है।
भारत-बांग्लादेश बॉर्डर का एक वीडियो गलत दावों के साथ सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म में वायरल हो रहा है। इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने इस वायरल वीडियो की जांच पड़ताल कर सत्यता का पता लगाया है।
बांग्लादेश में एक बार फिर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। अब प्रदर्शनकारियों ने सुप्रीम कोर्ट का घेराव किया। इससे पहले बांग्लादेश में व्यापक प्रदर्शनों के बीच शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था साथ ही उन्हें देश तक छोड़ना पड़ा था।
कंगना रनौत ने हाल ही में एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने देश की जनता को खास मैसेज दिया है और साथ ही एक अपील भी की है। कंगना का ये पोस्ट अब चर्चा में है, जिस पर कई लोगों ने रिएक्शन दिया है।
बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हो गया है। शेख हसीना अब बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई हैं। शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद बांग्लादेश में हिंसा की घटनाएं पहले से ज्यादा बढ़ गई हैं।
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेता अमीर खसरू महमूद चौधरी ने कहा है कि शेख हसीना कई अपराधों में वांछित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश के लोग सोचते हैं कि भारतीय अधिकारियों को उनकी भावनाओं को ध्यान में रखना चाहिए।
बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। इस बीच विदेश मामलों के सलाहकार एवं पूर्व विदेश सचिव मोहम्मद तौहीद हुसैन ने सरकार की मंशा साफ कर दी है। हुसैन ने कहा कि वो सभी से अच्छे संबंध रखना चाहते हैं।
बांग्लादेश में जिस तरह के हालात बने हुए हैं उससे लोगों में डर देखने को मिल रहा है। बड़ी संख्या में बांग्लादेशी नागरिकों ने पश्चिम बंगाल में बॉर्डर पार कर भारत में घुसने का प्रयास किया। बांग्लादेशी नागरिकों को सीमा सुरक्षा बल ने रोक दिया।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा है कि असम और बांग्लादेश में हिंदुओं की आबादी तेजी से घटी है। इसके अलावा उन्होंने एक ग्राफिक भी शेयर किया है। वहीं उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल और झारखंड में भी स्थिति ऐसी ही होने की उम्मीद है।
बांग्लादेश में हालात धीरे-धीरे बदल रहे हैं। हालात को सुधारने में सेना की तरफ से भी बड़ी भूमिका निभाई जा रही है। सेना की मदद से लगभग 29 पुलिस थानों में गतिविधियां फिर से शुरू हो गई हैं।
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