बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हुई हिंसा का विरोध अमेरिका तक में देखने को मिला है। भारतीय-अमेरिकी और बांग्लादेशी मूल के हिंदुओं ने ह्यूस्टन में विरोध प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन से कदम उठाने की मांग की है।
बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अंतरिम सरकार बन चुकी है और मोहम्मद यूनुस इस सरकार के मुखिया मनोनीत हुए हैं। अब कोर्ट ने उन्हें भ्रष्टाचार के मामले में बड़ी राहत दी है। जानिए क्या था केस?
बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से हिंदू समुदाय के लोगों पर हमले तेज हो गए हैं। अपनी जान बचाने के लिए हिंदू समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस से हिंदुओं ने खास अपील की है।
बांग्लादेश में जारी बवाल के बीच शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने कहा है कि हालही में एक अखबार में मेरी मां के नाम से प्रकाशित इस्तीफे का बयान पूरी तरह से गलत और मनगढ़ंत है।
बीएसएफ ने पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मेघालय की सीमाओं से भारत में घुसने की कोशिश करते 11 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ ने यह जानकारी दी है।
बांग्लादेश में आर्थिक संकट बढ़ा है। रोजमर्रा की चीजों के दाम भी बढ़े हैं। ऐसे में अब जनता को राहत देने के मकसद से अंतरिम सरकार ने अर्थव्यवस्था पर खास ध्यान देने की बात कही है।
नवी मुंबई पुलिस ने 5 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है। ये लोग अवैध तरीके से कोपरखैरने इलाके में रह रहे थे। इन लोगों में 4 महिलाएं और एक पुरुष शामिल है।
बांग्लादेश में तख्तापलट हो चुका है। शेख हसीना प्रधानमंत्री पद और देश दोनों की छोड़ चुकी है। अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है। चलिए जानते हैं कि अब इस अंतरिम सरकार को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
बांग्लादेश में तख्तापलट होने के बाद हालात लगातार बिगड़ते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस सिस्टम पूरी तरह खत्म नजर आ रहा और हिंसा के बाद अब लोग पाई-पाई के लिए तरस रहे हैं।
बांग्लादेश में आंदोलन और हिंसा के बाद शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया और अब अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। इस बीच शेख हसीना ने बड़ा आरोप लगाया है और कहा है कि मुझे सत्ता से हटाने के लिए साजिश रची गई।
बांग्लादेश में फैली अशांति के बीच असम पुलिस ने भी बॉर्डर के इलाके में निगरानी तेज कर दी है। किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए पुलिस भी हाई अलर्ट है।
बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। लगातार हिंसा के खिलाफ अब अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए हैं। ढाका और चटगांव में प्रदर्शन हुए हैं।
लखनऊ पुलिस बांग्लादेशी युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने उसके डॉक्यूमेंट खंगाले हैं। इसमें पश्चिम बंगाल के हुगली जिले का एड्रेस दर्ज है। जब युवक से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने खुद को बांग्लादेशी होने की बात कबूल की है।
बांग्लादेश में हिंसा अबतक जारी है। गोपालगंज इलाके में पूर्व पीएम शेख हसीना की देश वापसी हो, इस मुद्दे को लेकर हिंसा और प्रदर्शन के बीच भीड़ ने सेना पर हमला कर दिया। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे हमलों के विरोध में अमेरिका में भी आवाज उठाई जा रही है। बड़ी संख्या में लोगों ने व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शन किया।
मंगलवार को एक पुस्तक विमोचन समारोह में सलमान खुर्शीद ने कहा था कि ऊपर से सब कुछ सामान्य लग सकता है, लेकिन बांग्लादेश में जो हो रहा है, वह भारत में भी हो सकता है। मणिशंकर अय्यर ने बांग्लादेश की स्थिति की तुलना भारत से भी की थी।
बांग्लादेश में हुई हिंसा और प्रदर्शन से एक तरफ जहां सियासत में बड़ी उथल-पुथल देखी गई वहीं देश में रह रहे हिंदुओं और अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाया गया। इसपर अब अंतरिम सरकार के नेता मोहम्मद यूनुस ने बड़ी बात कही है।
वित्त मंत्री ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि बांग्लादेश में नया शासन जल्द से जल्द समस्या का समाधान करेगा ताकि बांग्लादेश और भारत के लोग अपनी सामान्य स्थिति में लौट सकें।"
बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद हिंदुओं के खिलाफ हमले के विरोध में तेलंगाना के विकाराबाद में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी गाजा के बारे में अधिक चिंतित है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले पर कांग्रेस चुप है। उन्होंने कहा कि वहां की स्थिति बहुत खराब है।
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