त्रिपुरा से 37 साल पहले अपने ससुराल बांग्लादेश गए शाहजहां की जिंदगी उस समय एक झटके में पलट गई जब बांग्लादेश में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और उन्हें अलग-अलग आरोपों में जेल में लंबा वक्त बिताना पड़ा।
बांग्लादेश की सरकार ने एक फाउंडेशन की स्थापना करने का निर्णय लिया जो विरोध प्रदर्शनों में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों की देखभाल करेगा। फाउंडेशन का नेतृत्व अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस करेंगे।
बाग्लादेशी की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। हसीना और उनके सहयोगियों के खिलाफ नौ और शिकायतें दर्ज की गई हैं। हसीना के बेटे, बेटी और बहन शेख रेहाना को हत्या के मामले में सह-आरोपी बनाया गया है।
आरोपी की पहचान हो गई है। अली हुसैन नाम के दलाल को महिला ने 2,500 बांग्लादेशी टका दिए थे। महिला ने अली की मदद से ही असम में घुसपैठ की।
असम पुलिस ने तीन बांग्लादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है जो कि भारत के चेन्नई जाने की कोशिश में थे। घुसपैठियों में से एक के पास आधार कार्ड भी बरामद हुआ है। आइए जानते हैं पूरा मामला।
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष खालिदा जिया के बैंक खातों को अनफ्रीज करने का फैसला लिया गया है। खालिदा जिया के बैंक खातों पर लगी रोक 17 साल बाद हटाई जाएगी।
बांग्लादेश में हुई व्यापक हिंसा के बाद उपद्रवी अब मीडिया को निशाना बना रहे है। ढाका में एक मीडिया संस्थान के दफ्तर पर हमला हुआ है और एक महिला महिला पत्रकार के साथ मारपीट भी की गई है।
बांग्लादेश में इस साल महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 का आयोजन काफी मुश्किल नजर आ रहा है। दरअसल देश में हाल ही में काफी ज्यादा हिंसा हुई है। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम की कप्तान ने एक बड़ा बयान दिया है।
बांग्लादेश में पुलिस का सिस्टम फिर से पटरी पर लौटता हुआ नजर आ रहा है। ढाका के 32 पुलिस थानों के प्रमुखों का तबादला कर दिया गया है। शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद से पुलिस में सभी स्तरों पर फेरबदल हुआ है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर जुर्म और हिंसा का दौर अभी भी जारी है। पिछले दिनों हिंदुओं पर हिंसा की हदें पार हो गई थीं। मगर बांग्लादेशी इस पर चुप रहे। अब वही लोग भारत से सहयोग मांग रहे हैं।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ हत्या का एक और मामला दर्ज होने से उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। पीएम पद से हटने के बाद उन पर यह सातवां मामला दर्ज हुआ है।
मो. यूनुस ने कहा कि बांग्लादेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होंगे। बता दें कि पांच अगस्त को हसीना सरकार गिरने के बाद देशभर में हिंसक घटनाओं में 230 से अधिक लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही तीन सप्ताह तक हुई हिंसा के दौरान मरने वालों की संख्या बढ़कर 560 हो गई है।
पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश को 21 अगस्त से पहला टेस्ट मैच रावलपिंडी में खेलना है। इस मैच से पहले ही बांग्लादेश टीम के लिए बुरी खबर आई है। दरअसल, टीम के सलामी बल्लेबाज महमूदुल हसन चोट के कारण टेस्ट सीरीज से बाहर हो गए हैं।
गुना विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक पन्नालाल शाक्य ने कहा कि जो बांग्लादेश में हुआ वो भारत में होगा। हमें सुरक्षा के बारे में सोचना पड़ेगा। उन्होंने इस दौरान अधिकारियों से सिपाही बढ़ाने की अपील भी की।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले के विरोध में मुंबई से लगभग 200 किलोमीटर दूर नासिक में सकल हिंदू समाज द्वारा आहूत बंद के दौरान दो समूहों में झड़प हो गई, जिससे भद्रकाली इलाके में तनाव फैल गया।
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड मुश्किलों में घिरा है। देश में जारी राजनीतिक संकट के बीच बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड में भी तख्तापलट होने की खबरें आ रही है। बता दें, बांग्लादेश को इस साल अक्टूबर में वूमेन्स T20 वर्ल्ड कप 2024 की मेजबानी करनी है जिस पर संकट के बाद मंडरा रहा है।
तख्तापलट को यूएन ऐतिहासिक अवसर कह रहा है। जबकि‘बांग्लादेश नेशनल हिंदू ग्रैंड अलायंस’ ने कहा कि पांच अगस्त को शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के गिरने के बाद से अल्पसंख्यक समुदाय को 48 जिलों में 278 स्थानों पर हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने इसे ‘हिंदू धर्म पर हमला’ करार दिया।
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने पीएम मोदी से फोन पर बातचीत करने के बाद हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर अपनी सफाई पेश की है। यूनुस का दावा है कि हिंदुओं पर हमलों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों खासकर हिंदू समुदाय के खिलाफ जारी हिंसा के दुनियाभर में चर्चा हो रही है। इस बीच बांग्लादेश के अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद युनूस ने पीएम मोदी को फोन किया है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले हुए हैं और मंदिरों को तोड़ा गया है। इस बीच अंतरिम सरकार ने इन हमलों को लेकर कड़ा रख दिखाया है। गृह मंत्रालय के नवनियुक्त सलाहकार ने अल्पसंख्यकों पर हमले करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की बात कही है।
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