भारत और बांग्लादेश के बीच कभी प्रगाढ़ दोस्ती हुआ करती थी लेकिन आज के हालात बदले हुए हैं। देश में हिंदुओं पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है, मंदिर तोड़े जा रहे, हत्याएं हो रहीं। आखिर क्यों हिंदुओं से इतनी नफरत बढी है?
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हर गुजरते दिन के साथ अत्याचार बढ़ता जा रहा है और इन सबके पीछे एक संगठन जमात-ए-इस्लामी का नाम लगातार सामने आ रहा है। आज हम आपको इसी संगठन के इतिहास और इसके मकसद के बारे में बता रहे हैं।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की गूंज अमेरिका तक में सुनाई दे रही है। भारतीय मूल के कई अमेरिकी जल्द ही इन हमलों के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वाले हैं। इसे लेकर योजना बनाई जा रही है।
बंग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों और उनके मंदिरों को तोड़े जाने की घटनाओं के खिलाफ मुंबई में आल इंडिया सुन्नी जमीयत उल्मा, रज़ा अकादमी और जमीयत उल्मा ए अहले सुन्नत ने एक आपात बैठक बुलाई। इस बैठक में उलेमाओं ने बंग्लादेश सरकार से अपील की कि वह हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करे और इन हमलों को तुरंत रोके।
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को लेकर अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने अपनी आवाज बुलंद की है। राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि हिंसा स्वीकार नहीं की जा सकती है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने संभल हिंसा से जुड़े मामलों में दिलचस्पी और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले की खबरों बेरुखी को लेकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है।
हजरत निजामुद्दीन के उलेमाओं और मुस्लिम समुदाय के अन्य लोगों ने आज दिल्ली के उपराज्यपाल से मुलाकात की और बांग्लादेश में हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले की निंदा की। साथ ही भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को लेकर ये मांग की है।
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार जारी है। वहीं सीरिया के उत्तरी भाग में हाल ही के दिनों में लड़ाई बढ़ी है। सीरिया में 90 हजार भारतीय नागरिक रहते हैं। इस बीच विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि हम बारीकी से हालात पर नजर रखे हुए हैं।
मुकाबला में आपका स्वागत है..मैं हूं प्राची पाराशर..अखिलेश यादव इन दिनों दोहरी मुसीबत में हैं..उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की हार के बाद अखिलेश एक तरफ यूपी की लड़ाई में कमज़ोर पड़ रहे हैं..
आयरलैंड महिला टीम ने पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में बांग्लादेश महिला टीम को 12 रनों से हरा दिया है। इस मैच में आयरलैंड के लिए गेंदबाजों और बल्लेबाजों ने दमदार खेल दिखाया है।
बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की सरकार का जुल्म जारी है। अब शेख हसीना के भाषणों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह फैसला शेख हसीना द्वारा न्यूयॉर्क में अवामी लीग पार्टी के समर्थकों को संबोधित करने के एक दिन बाद आया है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों ने पश्चिम बंगाल की सियासी फिजा पर भी गहरा असर डाल दिया है। यही वजह है कि इस मुद्दे को लेकर सूबे की हर सियासी पार्टी अपना एजेंडा सेट करने में लगी है।
एक वक्त ऐसा आया जब कट्टर इस्लामपंथी मोहम्मद मुइज्जू मालदीव के राष्ट्रपति बने और भारत के साथ संबंधों में तनाव आ गया। मगर जल्द ही उन्हें भारत के संबंधों की अहमियत समझ आ गई। अब भारत-मालदीव के संबंध सामान्य हैं। मगर अब बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख भारत के खिलाफ जहर उगल रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश और संभल का जिक्र करते हुए कहा कि जो बाबर ने 500 साल पहले किया था, जो अब बांग्लादेश और संभल में हो रहा है। ये तीनों घटनाएं एक जैसी हैं।
WI vs BAN: वेस्टइंडीज की टीम को जहां घर पर 15 साल के बाद बांग्लादेश से टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा तो वहीं इस मुकाबले के बाद उनकी टीम के 2 प्लेयर्स जायडेन सील्स और केविन सिंक्लेयर को आचार संहिता के उल्लंघन के चलते आईसीसी ने जुर्माना भी लगाया है।
हिंदुओं पर हो रहे हमलों पर मोहम्मद यूनुस पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं। यह एक तरह से उपद्रवियों को हमलों के लिए बढ़ावा देने जैसा है। उल्टे यूनुस ने अब इशारों में भारत पर ही कई तरह के आरोप लगाना शुरू कर दिया है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले जारी रहने के बीच अगले हफ्ते भारत के विदेश सचिव ढाका जा सकते हैं। आगामी 10 दिसंबर को दोनों देशों के बीच विदेश सचिव स्तरीय वार्ता होनी है। माना जा रहा है कि इसके बाद हिंदुओं पर हमले रोकने की दिशा में किया जा रहा प्रयास सफल हो सकता है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा जारी है। इस बीच अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस का बयान सामने आया है। उन्होंने बांग्लादेश के मौजूदा हालात के लिए पूर्व पीएम शेख हसीना को जिम्मेदार ठहराया है।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के कार्यवाह मोहम्मद यूनुस के मुख्य सलाहकार ने इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाए जाने की खबरों का खंडन किया है। बांग्लादेश ने कहा कि वह इस्कॉन पर प्रतिबंध लगाने नहीं जा रहा है। भारत के साथ संबंधों में सुधार की उम्मीद जताई है।
ब्रिटेन ने भी माना है कि बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों को चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। कई शहरों में आईडी हमले भी हुए हैं। ऐसे में यह देश अब अन्य नागरिकों के लिए रहने लायक नहीं रह गया है। ऐसे में ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को बांग्लादेश की यात्रा न करने की सलाह दी है।
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