पूरे देश में धूमधाम से बैसाखी का त्योहार मनाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते सभी घरों में कैद हैं।
पंजाब के अमृतसर जिले में ऐतिहासिक स्वर्ण मंदिर के नजदीक जलियांवाला बाग नाम के इस बगीचे में अंग्रेजों की गोलीबारी से घबराई बहुत सी औरतें अपने बच्चों को लेकर जान बचाने के लिए कुएं में कूद गईं।
बैसाखी को कई नामों से जाना जाता है। इसे असम में बिहू कहते हैं, जबकि बंगाल में पोइला बैसाख कहा जाता है।
इस दिन मेष संक्रांति होती है। सोलर नववर्ष का प्रारंभ होता है। इसी दिन अंतिम गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। साथ ही पंजाब में रबी की फसलकर पककर तैयार हो जाती है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़