बैसाखी से सिख नववर्ष भी शुरू होता है इसलिए पंजाब के लोगों के लिए बैसाखी का पर्व काफी मायने रखता है। जहां किसान इस दिन अपनी फसल पकने का उत्सव मनाते हैं
Baisakhi 2024: आज बैसाखी का पर्व मनाया जा रहा है। सिख और पंजाबी समुदाय के लोग इस दिन ढोल-नगाड़ों पर जमकर नाचते हैं और एक-दूसरे को गले मिलकर बैसाखी की बधाई देते हैं।
Baisakhi 2024: सिख और पंजाबियों के लिए बैसाखी का धार्मिक और ऐतिहासिका महत्व है। इस दिन जहां उनका नया साल होता है। वहीं बैसाखी को फसल पकने और सिख धर्म की स्थापना के रूप में भी मनाया जाता है।
Happy Baisakhi 2023: सिख और पंजाबियों के लिए बैसाखी का पर्व काफी मायने रखता है। जहां किसान इस दिन अपनी फसल पकने का उत्सव मनाते हैं वहीं बैसाखी से सिख नववर्ष भी शुरू होता है।
Baisakhi 2023: बैसाखी पर्व की धूम पंजाब, हरियाणा में अधिक देखने को मिलता है। सिख समुदाय के लिए यह दिन काफी महत्व रखता है। आइए जानते हैं बैसाखी पर्व के बारे में।
Baisakhi 2023: बैसाखी को कई नामों से जाना जाता है। असम में जहां 'बिहू' तो बंगाल में 'पोइला बैसाख' के नाम से जाना जाता है। तो चलिए इस लेख के जरिए आज हम आपको बताते हैं इस पर्व से जुड़ी कुछ खास बातें।
पूरे देश में धूमधाम से बैसाखी का त्योहार मनाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के चलते सभी घरों में कैद हैं।
पंजाब के अमृतसर जिले में ऐतिहासिक स्वर्ण मंदिर के नजदीक जलियांवाला बाग नाम के इस बगीचे में अंग्रेजों की गोलीबारी से घबराई बहुत सी औरतें अपने बच्चों को लेकर जान बचाने के लिए कुएं में कूद गईं।
बैसाखी को कई नामों से जाना जाता है। इसे असम में बिहू कहते हैं, जबकि बंगाल में पोइला बैसाख कहा जाता है।
इस दिन मेष संक्रांति होती है। सोलर नववर्ष का प्रारंभ होता है। इसी दिन अंतिम गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। साथ ही पंजाब में रबी की फसलकर पककर तैयार हो जाती है।
Happy baisakhi 2019: इस खास पर्व में अपने करीबियों और दोस्तों को इस खूबसूरत मैसेज के द्वारा दें बैसाखी की बधाई।
Baisakhi 2019: हरियाणा और पंजाब में बैसाखी का त्योहार बड़े ही जोरों-शोरों से मनाया जाता है। इस बार बैसाखी 14 अप्रैल को पड़ रही है। जानें इसके बारें में सबकुछ
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