बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ मुलाकात की एक तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर को बागेश्वर धाम सरकार के आधिकारिक फेसबुक और ट्विटर के जरिए साझा किया गया है।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की मौजूदगी में करीब 95 लोगों ने घर वापसी की है। इन लोगों का कहना है कि लालच में आकर इन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया था लेकिन भागवत कथा सुनकर फिर से सनातन धर्म में वापस आ गए हैं।
बाबा बागेश्वर हिंदू राष्ट्र की बातें यूं ही नहीं करते हैं. अपनी बातों को सच साबित करने के लिए वो चमत्कार भी दिखाते हैं. सागर में दिव्य दरबार के आखिरी दिन भी ऐसा ही चमत्कार बाबा बागेश्वर ने दिखाया जिस पर पूरा हिंदुस्तान गर्व करता है
परशुराम जयंती के मौके पर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री अपने भक्तों से सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़े हुए थे तमाम प्रश्नों के जवाब दे रहे थे। इसी दौरान उन्होंने भगवान परशुराम के बारे में बताना शुरू किया और कहा कि ये क्षत्रिय अचानक से प्रकट कहां से हो जाते थे, इस पर थोड़ी सी चर्चा करते हैं।
RJD की राज्य इकाई के प्रमुख जगदानंद सिंह ने कहा कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जैसे लोगों को सलाखों के पीछे डाल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जेल में नहीं हैं।
दरअसल, परशुराम जयंती के मौके पर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री अपने भक्तों से सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़े हुए थे तमाम प्रश्नों के जवाब दे रहे थे। इसी दौरान उन्होंने भगवान परशुराम के बारे में बताना शुरू किया
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का पटना में 13 से 17 मई तक कार्यक्रम प्रस्तावित है। आयोजकों ने कथा के आयोजन की बुकिंग का आवेदन तो दिया है लेकिन अभी तक इसकी अनुमति नहीं मिली है।
परशुराम जयंती का मौका, बाबा बागेश्वर की मौजूदगी और सीएम शिवराज सिंह चौहान(CM Shivraj Singh Chouhan) बोले पंडित जी प्रणाम ! मध्य प्रदेश में ब्राह्मणों की आबादी है महज दो-तीन फीसदी। मगर चुनावी साल में पक्ष-विपक्ष दोनों ब्राह्मणों को लुभाने में लगे हैं।
इस गैंग के लोग बेहद खूंखार और आपराधिक मानसिकता वाले होते हैं। पुलिस को अपनी जांच में इस बारे में पता लगा है। मुंबई में बागेश्वर धाम की दो दिनों की सभा के दौरान इस गैंग ने 73 लोगों के गहनों पर हाथ साफ किया था।
बाबा बागेशर ने ट्वीट के जरिए अपने भक्तों को संदेश दिया कि प्रदेश में धारा 144 लागू होने के चलते उत्तर प्रदेश में वर्तमान में जो स्थिति निर्मित हुई है। प्रत्येक व्यासपीठ को और आचार्यो का भी कर्तव्य है की समूचे विश्व कल्याण के हित के लिए सोचना और विचार करना चाहिए।
पुलिस ने तिहरे हत्याकांड में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी अंजल ने शराब खरीदने के लिए पैसे देने से इनकार करने पर अपने पिता, चाचा और बुआ की हत्या कर दी।
कथा में मौजूद लोगों को भक्ति भाव में डूबे देख शिवराज भी धार्मिक रंग में रंग गए और ‘राम भजन सुखदाई भजो रे मेरे भाई यह जीवन दो दिन का’ भजन गाया।
देवकीनंदन ठाकुर के बाद बाबा बागेश्वर मंच पर आए और हजारों की संख्या में कथा में मौजूद भक्तों से कहा, "हमारे बड़े भाई देवकीनंदन ने जो संकेत दिए हैं और कहा है कि अयोध्या तो झांकी थी मथुरा-काशी बाकी है।
इन पोस्टर्स पर बाबा बागेश्वर और साई बाबा की तस्वीर है जिस पर लिखा है, साई बाबा की ताकत के सामने ढोंगी बाबा झुक गए। मुंबई में 16 जगहों पर ये पोस्टर्स मराठी, इंग्लिश और हिंदी में लगाए गए हैं।
Bageshwar Baba News : मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम में सवा लाख हनुमान चालीसा वाला बाबा बागेश्वर का महा अनुष्ठान आज पूरा हो गया है. #BageshwarDham #DhirendraKrishnaShastri #BageshwarSarkar
Hanuman Jayanti 2023 : हिंदू राष्ट्र की ललकार के साथ बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर लगातार हुंकार भर रहे हैं. पंडित धीरेंद्र शास्त्री छतरपुर में आज शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं. #BageshwarDhamSarkar #DhirendraKrishnaShastri #HanumanJayanti
Hanuman Janmotsav 2023: हनुमान जयंती के मौके पर सवा लाख हनुमान चालीसा के बहाने बागेश्वर धाम बाबा का एजेंडा एकदम क्लियर है..पाठ भले ही हनुमान चालीसा का होगा लेकिन बात हिंदू राष्ट्र और रामराज्य की होगी.
दरअसल बाबा के खेद व्यक्त करने के पीछे बड़ा कारण भी है। बाबा जानते हैं जिस हिंदुत्व के एजेंडे को लेकर वह चल रहे हैं, उनके इस बयान के चलते साईं बाबा को मानने वाले काफी बड़ी संख्या में हिंदू उनसे दूर जा सकते हैं।
आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने माफी मांगी...बागेश्वर बाबा ने कहा था कि साईं बाबा भगवान नहीं हैं..लेकिन आज एक ट्वीट के जरिए उन्होंने अपने बयान पर खेद जताया#bageshwardhamsarkar #bageshwardham #saibaba
बीते कुछ महीनों में बाबा के भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने, रामचरितमानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने,लव जिहाद के खिलाफ, धर्मांतरण पर बयानों के चलते विरोध दिखाई दे रहा था, जिसके चलते बाबा ने हिंदू भक्तों के साथ संत समाज में भी स्वीकार्यता बनी रहे इसलिए शक्ति प्रदर्शन शुरू किया।
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