सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि देश में आपसी सौहार्द को बढ़ावा देने की जरुरत है। इसलिए 15 अगस्त 1947 में जो धार्मिक स्थल जैसा था, अब वैसा ही रहने दिया जाए। अब देश को एक और अयोध्या जैसा विवाद ना दिया जाए।
चारधाम यात्रा के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। आंकड़े के अनुसार अब तक 20 लाख तीर्थयात्री चारधाम की यात्रा कर चुके हैं। वहीं सबसे ज्यादा भक्त केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचे हैं।
यात्रा में बच्चे हों या फिर बुजुर्ग सभी पहुंच रहे हैं। लेकिन इस बार यात्रा में कुछ ऐसे आंकड़े सामने आ रहे हैं जो की चिंता का विषय है। पिछले 34 दिन की बात करें तो इन 34 दिनों में करीब 75 यात्रियों की मौत हो चुकी है।
इस बार केदारनाथ धाम में मई अंतिम सप्ताह में भी बर्फबारी हो रही है, जो कि एक रिकॉर्ड है। हालांकि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद प्रशासन अलर्ट पर है। यात्रियों को मौसम को देखते हुए धाम भेजा जा रहा है। साथ ही मौसम खराब होने पर यात्रियों को रोका जा रहा है।
इस वीडियो को न्यूज एजेंसी ANI ने शेयर किया है। पुलिस ने इस घटना के बाद गौचर, कर्णप्रयाग और लंगासू में बैरियर लगा दिया है। साथ ही बद्रीनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों को रुकने को कहा गया है।
बर्फबारी के बाद केदारनाथ धाम में लगातार तापमान में गिरावट देखी जा रही है, जिससे यहां पर ठंड काफी बढ़ गई है, जिसका असर बुजुर्ग तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। केदारनाथ धाम में अभी तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।
चारधाम यात्रा में मौसम से यात्रियों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े, इसके लिए पुलिस ने कमर कस ली है। वहीं, मौसम विभाग ने भी यात्रियों को मौसम के बेहतर होने के बाद ही यात्रा में आने को कहा है।
जोशीमठ में तिमुंडिया मेले के साथ बद्रीनाथ यात्रा का आगाज हो गया है। जोशीमठ के नृसिंह मंदिर प्रांगण में तिमुंडिया मेले का आयोजन हुआ। पौराणिक काल से चली आ रही परंपरा आज भी उसी रूप में मनाई जा रही है।
उत्तराखंड में कोरोना केसों में लगातार इजाफा हो रहा है। चिंता की बात है कि सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण देहरादून में बढ़ा है। संक्रमण दर 10 फीसदी से ऊपर पहुंच गई है।
Char Dham Yatra 2023: बीकेटीसी ने बद्रीनाथ और केदारनाथ मंदिर में स्पेशल दर्शन की कीमत तय कर दी है। अब भक्तों को भगवान बद्री और केदार के दर्शन के लिए इतना भुगतान करना होगा।
Badrinath Dham Temple: जल्द ही बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने वाले हैं। इससे पहले हम आपको बद्रीनाथ मंदिर से जुड़ी कई बातें और मान्यताओं के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं बद्रीनाथ धाम मंदिर के बारे में।
दोनों धामों के लिए श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन मंगलवार को शुरू हुआ और पहले दो दिनों में अब तक 61,250 लोग पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।
उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा शुरू करने की तारीखों की घोषणा शनिवार को की थी लेकिन जोशीमठ के पास बद्रीनाथ राजमार्ग पर कई बड़ी दरारें फिर से दिखाई दी हैं। ऐसे में ये यात्रा कितनी सुरक्षित होगी, ये चिंता का विषय है।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम उत्तरकाशी जिले में स्थित हैं। गंगोत्री धाम के कपाट 22 अप्रैल को खुल रहे हैं। गंगोत्री प्रमुख हिन्दू तीर्थस्थल है। गंगोत्री नगर से 19 किमी दूर गोमुख है, जो गंगोत्री हिमानी का अन्तिम छोर है और गंगा नदी का उद्गम स्थान है।
मंदिर कमेटी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, बद्रीनाथ धाम के कपाट इस साल 27 अप्रैल को सुबह 7:10 बजे से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। वसंत पंचमी के अवसर पर नरेंद्रनगर में आयोजित समारोह में कपाट खुलने की तारीख की घोषणा हुई है।
जोशीमठ में नई दरारें पड़ने से इलाके में हड़कंप मच गया है। दरअसल ये नई दरारें बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर देखी गई हैं। इन्हें देखने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है और लोग डरे हुए नजर आ रहे हैं।
जोशीमठ में घरों, सड़कों और खेतों में दरारें लगातार बढ़ रही हैं। इतना ही नहीं यहां पर जमीन से अचानक पानी भी निकलने लगा है। इस बीच एक सदियों पुरानी भविष्यवाणी की चर्चा खूब हो रही है। आइए जानते हैं।
शीतकालीन के दौरान बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के दिन तक सभी होटल, ढाबा व अन्य व्यवसायियों को बदरीनाथ धाम छोड़ने के लिए कहा जाता है। कपाट बंद होने के बाद आम लोगों को धाम तक जाने की अनुमति नहीं दी जाती है।
आज श्री केदारनाथ धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार एवं पौराणिक विधि-विधान के साथ शीतकाल हेतु बंद हो गए हैं। इस वर्ष कपाट खुलने के उपरांत लगभग 16 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए
3 मई को शुरू हुई चारधाम यात्रा अब अपने समापन की ओर है। आंकड़ों के मुताबिक, इस बार 42 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने यात्रा में हिस्सा लिया।
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