सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी पावर ग्रिड कॉरपोरेशन बदरीनाथ धाम के विकास कार्यों के लिये 19.3 करोड़ रुपये देगी।
देश की राजधानी दिल्ली से यह स्थान लगभग 528 किलोमीटर दूर है और हरिद्वार तथा ऋषिकेश होते हुए वहां पहुंचा जा सकता है। केदारनाथ से बद्रीनाथ के बीच की दूरि 229 किलोमीटर है।
बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए 19 नवंबर को बंद किए जाएंगे। इसके साथ ही, उत्तराखंड में इस वर्ष की चारधाम यात्रा का समापन हो जाएगा।
उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध धामों, बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन को जाने वाले श्रद्धालुओं की अधिकतम सीमा में बढ़ोतरी करते हुए उसे अब प्रतिदिन तीन हजार कर दिया गया है।
आज से उत्तराखंड के चार धामों केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए है। जानिए इन धामों के बारे में सबकुछ।
चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया की अध्यक्षता मे सोमवार को हुई एक बैठक में मंदिर व्यवस्था से जुड़े लोगों ने एकमत से यह निर्णय लिया।
15 मई को बद्रीनाथ के कपाट खोल दिए गए है, लेकिन कोरोना वायरस के चलते श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति नहीं है। ऐसे में आप चाहे तो ऑनलाइन दर्शन, भोग, आरती कर सकते हैं। जानिए कैसे।
प्रधानमंत्री की ओर से यह पूजा विश्व शांति और विश्व को निरोग बनाने की प्रार्थना के साथ की गई।
देवभूमि उत्तराखंड में स्थित बद्रीनाथ धाम लोगों की प्रमुख आस्था का केंद्र है। दो पर्वतों के बीच स्थित ये मंदिर अपनी अनोखी छटा के लिए काफी प्रसिद्ध है।
15 मई को बद्रीनाथ मंदिर के द्वार खोले जाएंगे और मंदिर में मुख्य पुजारी सहित कुल 27 लोगों को अनुमति दी जाएगी।
इन लोगों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के स्वर्गीय पिता के पितृ कार्य के लिए बद्रीनाथ धाम जाने का हवाला देकर यात्रा पास हासिल किया था।
मंदिरों के कपाट सर्दियों में भीषण ठंड और भारी बर्फबारी के कारण हर साल अक्टूबर-नवंबर में बंद कर दिए जाते है और अप्रैल-मई में फिर से खोले जाते है।
आपको बता दें कि बदरीनाथ और केदारनाथ के कपाट पहले अप्रैल में खुलने वाले थे, लेकिन अब इनकी तिथि आगे बढ़ा दी गई है। जानें किस दिन खुल रहे है कपाट।
महाशिवरात्रि के खास अवसर में केदरानाथ धाम और बद्री नाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि सामने आ गई है।
उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार को शीतकाल के लिये श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु बंद कर दिये गये।
दीवाली के बाद एक बार फिर से बाबा केदारनाथ के साथ-साथ बद्रीनाथ, मद्महेश्वर के साथ अन्य धामों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।
Chandra Grahan 2019: शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण का सूतक ग्रहण से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। जिसके साथ भी कोई भी शुभ काम करने के अलावा मंदिरों की पूजा होना बंद हो जाती है।
उत्तराखंड के चार धाम यात्रा के दौरान चमोली-बद्रीनाथ हाइवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। कार, मिनी से लेकर बड़ी बसों के जमावड़े के चलते शनिवार को घाटी से पहाड़ी तक लंबा जाम लगा हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद कहा कि भगवान केदारनाथ का आशीर्वाद भारत और संपूर्ण मानव जाति पर बना रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ के बाद रविवार को बद्रीनाथ मंदिर में भगवान बदरी विशाल के दर्शन किये और पूजा अर्चना की। सुबह केदारनाथ के दर्शन करने के बाद प्रधानमंत्री बद्रीनाथ पहुंचे।
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