बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के दौरान एक अखंड दीपक जलाया जाता है और कपाट बंद कर दिए जाते हैं। 6 महीने बाद जब कपाट खिओए जाते हैं तो यह दीपक जलता हुआ मिलता है।
इस साल 27 अप्रैल की तारीख से श्रद्धालुओं के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए थे। जारी की गई जानकारी के मुताबिक, अब तक 16 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं।
शरद ऋतू के दौरान यहां भीषण ठंड पड़ती है। इस वजह से चारों धामों केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। इस बार चार धाम की यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हुई थी।।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और देश के जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी ने अपने परिवार के कुछ सदस्यों के साथ भगवान बद्री विशाल के दर्शन किए।
सीएम योगी को शनिवार ही केदारनाथ जाना था, लेकिन ख़राब मौसम की वजह से उनका हेलिकॉप्टर लैम्द नहीं कर पाया था। इसके बाद वह बदरीनाथ धाम चले गए और वहां पूजा-अर्चना की।
सीएम योगी का केदारनाथ जाने का कार्यक्रम था लेकिन मौसम खराब होने की वजह से उनका हेलिकॉप्टर वहां नहीं उतर सका। इस वजह से उन्हें आखिरी समय में अपने कार्यक्रम में बदलाव करना पड़ा और वह बद्रीनाथ चले गए।
सीएम योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड दौरे पर गए हुए हैं। इस दौरान उन्होंने आज श्री बदरीनाथ धाम में भगवान के दर्शन किए और पूजा अर्चना की। इसके बाद सीएम माणा बॉर्डर पहुंचे और सेना के जवानों का हौसला बढ़ाया।
सिंहद्वार का निर्माण 17वीं सदी में बद्रीनाथ मंदिर के मौजूदा परिसर के साथ ही हुआ था। सिंहद्वार में पहले से आई हल्की दरारों का मरम्मत कार्य चल रहा है। एएसआई की मानें तो फिलहाल मंदिर को खतरा नहीं है।
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा कि देश में आपसी सौहार्द को बढ़ावा देने की जरुरत है। इसलिए 15 अगस्त 1947 में जो धार्मिक स्थल जैसा था, अब वैसा ही रहने दिया जाए। अब देश को एक और अयोध्या जैसा विवाद ना दिया जाए।
चारधाम यात्रा के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। आंकड़े के अनुसार अब तक 20 लाख तीर्थयात्री चारधाम की यात्रा कर चुके हैं। वहीं सबसे ज्यादा भक्त केदारनाथ दर्शन के लिए पहुंचे हैं।
Akshay Kumar In Badrinath Dham: अक्षय कुमार की रविवार को बद्रीनाथ यात्रा की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। पहले जागेश्वर धाम और फिर बदरीनाथ धाम पहुंचे।
यात्रा में बच्चे हों या फिर बुजुर्ग सभी पहुंच रहे हैं। लेकिन इस बार यात्रा में कुछ ऐसे आंकड़े सामने आ रहे हैं जो की चिंता का विषय है। पिछले 34 दिन की बात करें तो इन 34 दिनों में करीब 75 यात्रियों की मौत हो चुकी है।
इस बार केदारनाथ धाम में मई अंतिम सप्ताह में भी बर्फबारी हो रही है, जो कि एक रिकॉर्ड है। हालांकि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद प्रशासन अलर्ट पर है। यात्रियों को मौसम को देखते हुए धाम भेजा जा रहा है। साथ ही मौसम खराब होने पर यात्रियों को रोका जा रहा है।
बद्रीनाथ धाम मंदिर के बाहर क्यूआर कोड मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया गया है। यह टीम मामले की जांच कर इस बात का खुलासा करेगी कि आखिर इस साजिश के पीछे कौन है? किन लोगों ने बिना प्रशासन को जानकारी दिए मंदिर परिसर के बाहर क्यूआर कोड लगाया
इस वीडियो को न्यूज एजेंसी ANI ने शेयर किया है। पुलिस ने इस घटना के बाद गौचर, कर्णप्रयाग और लंगासू में बैरियर लगा दिया है। साथ ही बद्रीनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों को रुकने को कहा गया है।
बर्फबारी के बाद केदारनाथ धाम में लगातार तापमान में गिरावट देखी जा रही है, जिससे यहां पर ठंड काफी बढ़ गई है, जिसका असर बुजुर्ग तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। केदारनाथ धाम में अभी तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं बद्रीनाथ मंदिर के साथ ही धाम में स्थित प्राचीन मठ-मंदिरों को भी फूलों से सजाया गया है। मुख्य मंदिर को 15 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है।
चारधाम यात्रा में मौसम से यात्रियों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े, इसके लिए पुलिस ने कमर कस ली है। वहीं, मौसम विभाग ने भी यात्रियों को मौसम के बेहतर होने के बाद ही यात्रा में आने को कहा है।
जोशीमठ में तिमुंडिया मेले के साथ बद्रीनाथ यात्रा का आगाज हो गया है। जोशीमठ के नृसिंह मंदिर प्रांगण में तिमुंडिया मेले का आयोजन हुआ। पौराणिक काल से चली आ रही परंपरा आज भी उसी रूप में मनाई जा रही है।
उत्तराखंड में कोरोना केसों में लगातार इजाफा हो रहा है। चिंता की बात है कि सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण देहरादून में बढ़ा है। संक्रमण दर 10 फीसदी से ऊपर पहुंच गई है।
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