केदारनाथ धाम में बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने उद्योगपति मुकेश अंबानी का स्वागत किया। बताया कि दोनों धामों को उद्योगपति मुकेश अंबानी ने पांच करोड़ की धनराशि दानस्वरूप दी है।
चारधाम के लिए मलेशिया से आए एक परिवार के साथ हादसा हो गया। बदरीनाथ धाम के पास अलकनंदा नदी में पिता-पुत्र बह गए। बचाव दलों ने पिता को सुरक्षित बचा लिया।
रविवार से बद्रीनाथ धाम में नए रावल के हाथों भगवान बदरी विशाल की पूजाएं होंगी। धार्मिक अनुष्ठानों के पूर्ण होने पर 14 जुलाई से बतौर प्रभारी रावल अमरनाथ नंबूदरी पूजा-अर्चना करेंगे।
बद्रीनाथ हाइवे पर ड्रिलिंग के दौरान एक बोल्डर मशीन पर गिर गया। हालांकि, मजदूरों ने सही समय पर भागकर अपनी जान बचा ली, लेकिन रास्ता बंद होने से अभी भी कई श्रद्धालु हाइवे पर फंसे हुए हैं।
बद्रीनाथ नेशनल हाइवे भीषण लैंडस्लाइड की चपेट में आ गया है। पातालगंगा लंगसी टनल के पास एक बड़ा भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन के चलते नेशनल हाइवे पर यातायात ठप हो गया है।
उत्तराखंड स्थित विश्वविख्यात बद्रीनाथ मंदिर के ठीक नीचे अलकनंदा नदी के तट पर महायोजना के तहत हो रही खुदाई के कारण नदी में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई और पानी ऐतिहासिक तप्तकुंड की सीमा को छूने लगा जिससे धाम में मौजूद श्रद्धालु सहम गए।
इस साल केदारनाथ धाम की यात्रा ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। मात्र 18 दिन में 5 लाख श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन के लिए केदारनाथ धाम पहुंचे। इस रिकॉर्ड ने केदारनाथ के पिछले सभी रिकॉर्ड्स को तोड़ दिया।
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर लोगों की भीड़ इस कदर इकट्ठा हुई कि वहां जाम लग गया। सोशल मीडिया पर माउंट एवरेस्ट पर जुटी भीड़ का वीडियो इन दिनों खूब वायरल हो रहा है।
Char Dham Yatra 2024 Video Reels ban: चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्री ध्यान दें कि चारधाम मंदिर के 50 मीटर के दायरे में वीडियो या रील्स बनाने पर प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही मंदिर में वीआईपी दर्शन पर भी रोक लगा दी गई है।
चारधाम की यात्रा फिलहाल करनी चाहिए या नहीं। चारधाम की यात्रा पर पहुंची भीड़ प्रशासन के लिए मुश्किल का कारण बन चुकी है। व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। 11 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है। ऐसे में श्रद्धालुओं की जिम्मेदारी क्या है। उन्हें क्या करना चाहिए यात्रा पर जानें से पहले। चलिए बताते हैं।
चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। 10 मई को तीन मंदिरों के कपाट खोले गए और 12 मई को बदरीनाथ के कपाट खोले गए। इस बीच उत्तरकाशी पुलिस ने लोगों से खास अपील की है। पुलिस ने कहा कि आज की यात्रा को श्रद्धालु स्थगित कर दें।
बद्रीनाथ के कपाट 12 मई को खोल दिए गए हैं। बता दें कि इस दौरान मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। बता दें कि इससे पहले केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट 10 मई को खोले गए थे।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को लेकर इस बार यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा रहा है। यही वजह है कि रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख पार हो गया है। अभी से ही होटल, हेली टिकट और वाहन बुक हो गए हैं।
मैदानी इलाकों में शीतलहर और कोहरे के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। वहीं, बुधवार को पहाड़ी इलाकों में मौसम की पहली बर्फबारी हुई है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के आसपास रूई के फाहे की तरह बर्फबारी हुई, जिससे पूरा इलाका बर्फ की मोटी चादर से ढंका नजर आया।
Year Ender 2023: साल दर साल चार धाम यात्रा करने वाले लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। साल 2023 में चार धाम यात्रा का रिकॉर्ड टूटा है। तो आइए जानते हैं कि किस धाम में कितने श्रद्धालु पहुंते थे।
भारत में वैसे तो कई पौराणिक तीर्थ स्थल हैं। उनमे से एक बद्रीनाथ धाम मंदिर भी है, यह हिंदू धर्म के चार धामों में से सबसे बड़ा धाम है, लेकिन फिर भी इस तीर्थ स्थल में कभी भी शंख नहीं बाजाया जाता है। आइये जानते हैं इसके पीछे आखिर क्या कारण है।
बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के दौरान एक अखंड दीपक जलाया जाता है और कपाट बंद कर दिए जाते हैं। 6 महीने बाद जब कपाट खिओए जाते हैं तो यह दीपक जलता हुआ मिलता है।
इस साल 27 अप्रैल की तारीख से श्रद्धालुओं के लिए बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए थे। जारी की गई जानकारी के मुताबिक, अब तक 16 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं।
शरद ऋतू के दौरान यहां भीषण ठंड पड़ती है। इस वजह से चारों धामों केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। इस बार चार धाम की यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हुई थी।।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और देश के जाने-माने उद्योगपति मुकेश अंबानी ने अपने परिवार के कुछ सदस्यों के साथ भगवान बद्री विशाल के दर्शन किए।
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