भारतीय टीम ने पहली बार थॉमस कप का खिताब 14 बार की चैंपियन इंडोनेशिया को हराकर अपने नाम किया था। इस जीत के साथ भारत के पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ियों ने अपना नाम इतिहास के पन्नों पर अमर कर दिया है।
थॉमस कप 2022 में भारतीय टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार खिताब पर कब्जा किया है। फाइनल मुकाबले में भारत ने 14 बार की चैंपियन इंडोनेशिया की टीम को 3-0 से हराया।
भारतीय टीम ने थॉमस कप के फाइनल में इंडोनेशिया के खिलाफ 3-0 से शानदार जीत दर्ज करते हुए पहली बार खिताब पर अपना कब्जा किया।
लक्ष्य सेन को गुरुवार को कोरिया ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष एकल के दूसरे दौर में शेसार हिरेन रुस्तावितो के खिलाफ सीधे गेम में शिकस्त का सामना करना पड़ा।
हाल में स्विस ओपन का खिताब जीतने वाली तीसरी वरीय सिंधू अगले दौर में जापान की आया ओहोरी से भिड़ेंगी जबकि विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता पांचवें वरीय श्रीकांत का सामना इजराइल के मिशा जिल्बरमैन से होगा।
बोपन्ना और शापोवलोव की गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी ने इससे पहले पिछले दौर में निकोला मेक्टिच और मेट पाविच की शीर्ष वरीयता प्राप्त क्रोएशियाई जोड़ी को सीधे सेटों में हराकर उलटफेर किया था।
पीवी सिंधु ने रविवार को यहां बासेल के सेंट जैकबशाले मैदान में स्विस ओपन 2022 महिला एकल का खिताब अपने नाम कर लिया है। यह सिंधु का साल का दूसरा सुपर 300 खिताब है। उसने जनवरी में सैयद मोदी इंटरनेशनल जीता है।
दूसरी वरीयता प्राप्त सिंधू ने कनाडा की पांचवीं वरीयता प्राप्त मिशेले लि को 36 मिनट में 21.10, 21.19 से हराया। वहीं प्रणय ने राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता पारूपल्ली कश्यप को 21.16, 21.16 ये मात दी।
किदाम्बी श्रीकांत ने गुरूवार को स्विस ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट में फ्रांस के क्रिस्टो पोपोव की चुनौती से पार पाते हुए पुरूष एकल क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया।
पीवी सिंधु ने यहां डेनमार्क की लाइन होमार्क केजेर्सफेल्ट को सीधे गेम में हराकर स्विस ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल के दूसरे दौर में प्रवेश किया। पूर्व विश्व चैंपियन सिंधु ने बुधवार को देर रात खेले गये अपने पहले दौर के मैच में 21-14, 21-12 से आसान जीत दर्ज की।
लक्ष्य को खिताबी मुकाबले में डेनमार्क के एक्सेलसेन से 10-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा।
ऑल इंग्लैंड ओपन चैंपियनशिप 2022 में इतिहास रचने से चूके लक्ष्य सेन, ऑल इंग्लैंड फाइनल में विक्टर एक्सलेसन ने 21-10, 21-15 से दी मात।
भारतीय युवा शटलर लक्ष्य सेन ऑल इंग्लैंड ओपन के फाइनल में पहुंचने के साथ ही इतिहास रच चुके हैं और अब उनकी नजरें खिताब जीतने पर टिकी हैं।
पादुकोण ने 1980 में और गोपीचंद ने 2001 में खिताब जीता था जबकि नाथ 1947 में और महिला वर्ग में साइना नेहवाल 2015 में फाइनल हार गई थी। पिछले छह महीने से शानदार फॉर्म में चल रहे सेन ने दिसंबर में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
लक्ष्य सेन ने गुरुवार को यहां दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी एंडर्स एंटोनसेन को सीधे गेम में हराकर ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के पुरुष एकल के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया
लक्ष्य सेन ने अपनी शानदार फॉर्म जारी रखते हुए जर्मन ओपन के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। सेन ने शुक्रवार को हमवतन एच एस प्रणय को सीधे गेम में हराकर जर्मन ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट के पुरुष एकल सेमीफाइनल में जगह बनायी।
पुलेला गोपीचंद ने भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के महासचिव पद के लिये चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। इस वजह से जूनियर टीम के कोच संजय मिश्रा इस पद के लिये सर्वसम्मत पसंद बन गये हैं।
विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने यूक्रेन पर हमला करने के कारण मंगलवार को रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया।
विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने मंगलवार को जारी बयान में कहा, ‘‘सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय 2022 के पुरुष एकल के फाइनल में पहुंचे दोनों खिलाड़ियों को विश्व रैंकिंग के अंक और पुरस्कार राशि का समान हिस्सा मिलेगा।’’
पीवी सिंधू ने रविवार को सैयद मोदी इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला सिंगल्स का खिताब जीत लिया। फाइनल मुकाबले में सिंधू ने हमवतन मालविका बंसोद को सीधे गेम में 21-13, 21-16 से मात दी।
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