रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई जिलों के नामों को बदलने पर काम आगे बढ़ चुका है और जल्द ही इनके नए नाम सामने आ सकते हैं।
इस साल तो केदारनाथ धाम में भी परिसर से बर्फ हटाने की जरूरत ही नहीं पड़ी, क्योंकि यहां जमी बर्फ पिघल चुकी है। इसके अलावा गंगोत्री और यमुनोत्री में नाममात्र की बर्फ रह गई है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर बारिश नहीं हुई और इसी तरह गर्मी पड़ती रही तो ऊंची चोटियां भी बर्फविहीन हो जाएंगी।
जब बिल्सी तहसील के रायपुर गांव का दिनेश अपनी बच्ची आरती को स्कूल में भर्ती कराने के लिए प्राथमिक विद्यालय पहुंचा तो शिक्षिका ने उसे स्कूल में भर्ती करने से इनकार कर दिया। शिक्षिका ने दिनेश को आधार कार्ड ठीक कराने को कहा।
बादशाह ने कहा कि अपने मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखना जरूरी है, रैपर ने कहा- "जीवन में मानसिक फिटनेस मेरी प्राथमिकता है। मानसिक शांति मेरे लिए एक विलासिता है क्योंकि हम हर दिन दबाव का सामना करते हैं।"
बोपन्ना और शापोवलोव की गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी ने इससे पहले पिछले दौर में निकोला मेक्टिच और मेट पाविच की शीर्ष वरीयता प्राप्त क्रोएशियाई जोड़ी को सीधे सेटों में हराकर उलटफेर किया था।
वित्तवर्ष 2022-23 का 67 करोड़ 22 लाख 62 हजार 137 रुपये का बजट पारित किया गया। बदरीनाथ अधिष्ठान के लिए 34 करोड़ 44 लाख एक हजार, 323 जबकि केदारनाथ प्रतिष्ठान के लिए 32 करोड़ 78 लाख 60 हजार 814 रुपये आय प्रस्तावित की गई।
पीवी सिंधु ने रविवार को यहां बासेल के सेंट जैकबशाले मैदान में स्विस ओपन 2022 महिला एकल का खिताब अपने नाम कर लिया है। यह सिंधु का साल का दूसरा सुपर 300 खिताब है। उसने जनवरी में सैयद मोदी इंटरनेशनल जीता है।
दूसरी वरीयता प्राप्त सिंधू ने कनाडा की पांचवीं वरीयता प्राप्त मिशेले लि को 36 मिनट में 21.10, 21.19 से हराया। वहीं प्रणय ने राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता पारूपल्ली कश्यप को 21.16, 21.16 ये मात दी।
किदाम्बी श्रीकांत ने गुरूवार को स्विस ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट में फ्रांस के क्रिस्टो पोपोव की चुनौती से पार पाते हुए पुरूष एकल क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया।
पीवी सिंधु ने यहां डेनमार्क की लाइन होमार्क केजेर्सफेल्ट को सीधे गेम में हराकर स्विस ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल के दूसरे दौर में प्रवेश किया। पूर्व विश्व चैंपियन सिंधु ने बुधवार को देर रात खेले गये अपने पहले दौर के मैच में 21-14, 21-12 से आसान जीत दर्ज की।
लक्ष्य को खिताबी मुकाबले में डेनमार्क के एक्सेलसेन से 10-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा।
ऑल इंग्लैंड ओपन चैंपियनशिप 2022 में इतिहास रचने से चूके लक्ष्य सेन, ऑल इंग्लैंड फाइनल में विक्टर एक्सलेसन ने 21-10, 21-15 से दी मात।
भारतीय युवा शटलर लक्ष्य सेन ऑल इंग्लैंड ओपन के फाइनल में पहुंचने के साथ ही इतिहास रच चुके हैं और अब उनकी नजरें खिताब जीतने पर टिकी हैं।
पादुकोण ने 1980 में और गोपीचंद ने 2001 में खिताब जीता था जबकि नाथ 1947 में और महिला वर्ग में साइना नेहवाल 2015 में फाइनल हार गई थी। पिछले छह महीने से शानदार फॉर्म में चल रहे सेन ने दिसंबर में विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
लक्ष्य सेन ने गुरुवार को यहां दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी एंडर्स एंटोनसेन को सीधे गेम में हराकर ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के पुरुष एकल के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया
इस साल जनवरी में इंडिया ओपन का खिताब जीतने वाले और पिछले सप्ताह जर्मन ओपन के उप विजेता अल्मोड़ा के 20 वर्षीय सेन ने तीसरी वरीयता प्राप्त एंटोनसेन पर 21-16, 21-18 से जीत दर्ज की।
लक्ष्य सेन ने अपनी शानदार फॉर्म जारी रखते हुए जर्मन ओपन के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। सेन ने शुक्रवार को हमवतन एच एस प्रणय को सीधे गेम में हराकर जर्मन ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट के पुरुष एकल सेमीफाइनल में जगह बनायी।
पुलेला गोपीचंद ने भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के महासचिव पद के लिये चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। इस वजह से जूनियर टीम के कोच संजय मिश्रा इस पद के लिये सर्वसम्मत पसंद बन गये हैं।
बादशाह का नया धमाकेदार सॉन्ग 'तबाही' रिलीज हो गया है।
विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने यूक्रेन पर हमला करने के कारण मंगलवार को रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया।
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