6 दिसंबर के दिन आज पूरे यूपी को हाई अलर्ट पर रखा गया है। कड़े सुरक्षा पहरे के बीच अयोध्या में धार्मिक आयोजन किए जा रहे हैं। राम नगरी में पुलिस की तैनाती के साथ साथ सीसीटीवी से भी नजर रखी जा रही है।
उद्धव ठाकरे ने पलटवार करते हुए कहा कि जब बाबरी गिराई गई तब कोई भी चूहा बाहर नहीं आया था और अब ऐसे कई चूहे बाहर निकल रहे हैं। इतने वर्षों बाद इनकी आवाज़ बाहर आ रही है।
संजय राऊत ने कहा कि जब अयोध्या का आंदोलन चल रहा था तो मुलायम सिंह यादव ने कारसेवकों पर गोलियां चलाने का आदेश दिया था।
आज से 30 साल पहले आज ही के दिन अयोध्या की बाबरी मस्जिद ढहा दी गई थी, जिसके बाद मामला अदालतों में चला और आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने फैसला हिंदू पक्ष में सुनाया और अब उसी जमीन पर राम मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है।
Mulayam Singh Yadav:मुलायम सिंह यादव भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी राजनीति में कई ऐसे उतार चढ़ाव आए, जिसने उनकी पूरी छवि ही बदल डाली। वर्ष 1989 में वह पहली बार यूपी के मुख्यमंत्री बने। तब तक समाजवादी पार्टी का गठन नहीं हुआ था।
6 दिसंबर के मौके पर आज पूरे यूपी में अलर्ट था..अयोध्या से लेकर मथुरा-काशी के मंदिरों पर सबकी नजर थी..इंडिया टीवी की टीम भी मथुरा में मौजूद थी...भारी सुरक्षा के बीच मथुरा में तो शांति रही....लेकिन अखिलेश यादव के गढ़ माने जाने वाले आजमगढ़ में चुनावी माहौल गर्म रहा।
सीबीआई की विशेष अदालत ने आखिरकार अपना फैसला सुना ही दिया। जस्टिस यादव का कार्यकाल करीबन एक साल बढ़ाया गया, ताकि वो फैसला सुना सकें। नहीं तो मामला और खींचता और इंसाफ की गुहार लगाने वालों को लंबा इंतजार करना पडता।
तृणमूल कांग्रेस ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सभी आरोपियों के बरी किए जाने पर सधी हुई प्रतिक्रिया जताई और कहा कि जो लोग फैसले से खुश नहीं हैं उन्हें ऊपरी अदालतों से राहत मिलेगी।
मोदी के अनुसार मंच पर से आडवाणी सहित अन्य नेताओं ने रोकने का काफी प्रयास किया, मगर भीड़ उन्मादी थी और किसी को सुनने के लिए तैयार नहीं थी। पूरी घटना से आडवाणी सहित वहां उपस्थित तमाम नेता काफी दुखी थे।
बता दें कि अयोध्या में छह दिसंबर 1992 को ढहाए गए विवादित ढांचे के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने बुधवार को फैसला सुनाया। इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी समेत सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया गया है।
ओवैसी ने इंडिया टीवी को फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए पूछा कि "क्या जादू से मस्जिद को गिराया गया था, क्या जादू से मूर्तियां रखी गई थी, क्या जादू से ताले खोले गए थे जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे। सुप्रीम कोर्ट ने जो बात कही उसके खिलाफ आज यह फैसला आया है।
बाबरी ढांचे को गिराए जाने के मामले में भारतीय जनता पार्टी के तीन सांसदों की सदस्यता आज बच गई। लल्लू सिंह, साक्षी महाराज और ब्रिज भूषण शरण सिंह तीनों मौजूदा सांसद हैं। अगर ये तीनों दोषी पाए जाते तो सुप्रीम कोर्ट के 2016 के फ़ैसले के मुताबिक़ तत्काल ही इनकी लोकसभा की सदस्यता समाप्त हो जाती।
अयोध्या में बाबरी ढांचा गिराने के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने सभी 32 आरोपियों को रिहा कर दिया। इन आरोपियों के खिलाफ सीबीआई को मजबूत साक्ष्य नहीं जुटा पाई।
Babri Demolition Case Verdict : 28 साल चले बाबरी ढांचे को गिराए जाने के मुकदमे में 351 गवाह पेश किए गए और क़रीब 600 दस्तावेज़ हुए। मामले में CBI ने कोर्ट में कुल 49 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की थी जिसमें से 17 की मृत्यु हो चुकी है।
Babri demolition case: अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आज बुधवार 30 सितंबर को CBI की विशेष अदालत ने फैसला सुनाया।
Babri demolition case : अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में बुधवार 30 सितंबर फैसले का दिन है।
अयोध्या में 6 दिसम्बर 1992 को विवादित ढांचा गिराने के मामले में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट लखनऊ में अपना फैसला सुनाएगी।
सीबीआई की विशेष अदालत 1992 में मुगलकालीन बाबरी मस्ज्दि ढहाए जाने के मामले पर बहुप्रतिक्षित फैसला बुधवार को सुनाएगी। इस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी सहित 32 आरोपी हैं।
बाहरी विध्वंस मामले में पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता उमा भारती, विनय कटियार तथा कई और नेता आरोपी हैं
बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले की सुनवायी कर रही सीबीआई की विशेष अदालत ने आज गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिये भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी का बयान दर्ज किया।
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