क्या आप जानते हैं कि बच्चों की आंखों में काजल लगाने से क्यों मना किया जाता है? आइए काजल की वजह से बच्चों की सेहत पर पड़ने वाले कुछ खतरनाक साइड इफेक्ट्स के बारे में जानते हैं।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले 24 घंटों में नौ नवजात शिशुओं की मौत हुई है। इस घटना से पूरे राज्य में हडकंप मच गया है। मामले को लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
इजरायल-हमास युद्ध की यह त्रासदी आपकी आंखों में खून के आंसू निकाल देगी। गाजा पर लगातार बरस रहे बमों और मिसाइलों के खौफ में 40 से ज्यादा बच्चों की प्री-मेच्योर डिलीवरी करनी पड़ गई। मगर विडंबना ऐसी कि अस्पताल में बिजली और ईंधन नहीं है। लिहाजा अब 37 बच्चों के सिर मौत का खतरा मंडराने लगा है।
ठंड के मौसम में हम अक्सर देखते हैं कि बच्चों की आखों की पलकें आपस में चिपक जाती हैं। कई बार हम देखते हैं कि बच्चे जब सोकर उठते हैं, तो अपनी आंखें खोल नहीं पाते हैं।
रिसर्चर्स ने कहा कि यह नतीजा प्रासंगिक है क्योंकि SARS-CoV-2 वायरस के खिलाफ बनने वाली प्राकृतिक एंटीबॉडी कई लोगों के लिए पर्याप्त रूप से सुरक्षात्मक नहीं होती।
यहां हम उन हस्तियों पर एक नज़र डालते हैं जिन्हें कोरोनोवायरस लॉकडाउन के बीच पेरेंट्स बनने का सुख मिला |
लॉकडाउन में कई सेलेब्स माता-पिता बने हैं। उन्होंने अपने बच्चों के जन्म के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी।
मध्यावधि चुनावों से पहले सख्त आव्रजन नीति को लेकर नए सिरे से बढ़ते दबाव के बीच ‘‘एक्सियोस ऑन एचबीओ’’ पर राष्ट्रपति ट्रंप की यह टिप्पणी आई है।
फर्रुख़ाबाद ज़िला संयुक्त अस्पताल में ऑक्सीज़न और लापरवाही के कारण बच्चों की हुई मौत पर क्रिकेटर गौतम गंभीर ने नाराज़गी ज़ाहिर की है।
यूपी में मासूमों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाद अब फर्रुखाबाद में कई मासूमों की मौत हुई है। यहां के लोहिया अस्पताल में पिछले 30 दिनों में 49 शिशुओं की मौत से हड़कंप मच गया है।
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