आप दिल्ली-NCR में हैं...यहां बस धूल-धुंआ है...स्मॉग की चादर बिछी है...शहर, अब शहर नहीं, जहरीली गैस का चैंबर बन चुका है...लोग हर पल दहशत के साए में जी रहे हैं...इस कंडीशन में जब आप बाहर निकलेंगे..तो सांस लेना आसान नहीं होगा...आंखों में जलन...सूखी खांसी...तेज धड़कन...स्किन पर रेशेज...और एक अजीब चिड़चि
Yoga: देश के 80 करोड़ लोगों में कैसे बढ़ सकता है Cancer का डर?..जानिए Baba Ramdev से
हर तरफ डांडिया-गरबा की धूम है...बड़े-बड़े पंडाल सजे हैं...हर उम्र के लोग म्यूजिक पर ताल से ताल मिला रहे हैं...एंज्वायमेंट का कोई भी मौका मिस करना नहीं चाहते...नवरात्रि पर हाई एनर्जी का एहसास कराने वाला पूरा माहौल..भला कौन मिस करना चाहेगा...जब आप फ्लोर पर जाएं..तो कुछ बातों का ख्याल भी जरूर रखें जैसे
महिला हो यां पुरुष अगर योग को साथी बना लिया...मेडिटेशन की आदत डाल ली..तो मेंटली इतने स्ट्रॉन्ग हो जाएंगे कि ज़िंदगी की कोई भी मुश्किल आसानी से पार क जाएंगे..और ये सब होगा कैसे..ये स्वामी रामदेव बताएंगे..जो हरिद्वार से हमारे साथ जुड़ गए हैं...स्वामी जी आप हरिद्वार में हैं औऱ मैं यहा चंडीगढ़ में..इसलि
डाइट में न्यूट्रिशंस कम होने और लैक्टोज़ इनटोलरेंस से बदहज़मी.. सिरदर्द की वजह भी बनती है...ब्लोटिंग से नर्वस सिस्टम पर प्रेशर बढ़ता है और माइग्रेन ट्रिगर हो जाता है..यानि खानपान का रिश्ता पेट से लेकर दिल और दिमाग तक है...मामूली गड़बड़ी आपको तमाम बीमारियों के साथ सिरदर्द भी दे सकती है...इसलिए तो कहत
अलर्ट होने की जरूरत इसलिए भी है क्योंकि 'न्यूरोलॉजी क्लिनिकल प्रैक्टिस जर्नल' की रिपोर्ट के मुताबिक--पिछले 20 साल में युवाओं की याद्दाश्त काफी कमजोर हुई है...और इसकी सबसे बड़ी वजह हैं---तनाव और बिगड़ा लाइफस्टाइल अब ऐसे में तो अलर्ट होने की जरूरत है..ताकि फ्यूचर सेफ रहे..
स्टडी के मुताबिक 60% मोटे लोगों को चैन की नींद नहीं आती.. उन पर हार्ट अटैक-ब्रेन स्ट्रोक आने के साथ तमाम रोगों का खतरा भी बढ़ जाता है...लेकिन अगर बढ़ते वज़न पर ब्रेक लगा ली तो समझिए 100 बीमारियों से जंग जीत ली फिर ना तो सोशल मीडिया पर सवाल पूछने पड़ेंगे और ना इंफ्लूएंसर्स के बताए उल्टे-सीधे नुस्खे आ
सेहत को लेकर रिपोर्ट अच्छी नहीं आ रही है...लाइफ स्टाइल बिगड़ रहा है...बीमारियां बढ़ रही हैं..WHO का इशारा भी इसी तरफ है...लोगों ने अगर वर्कआउट शुरु नहीं किया..खाने-पाने का पैटर्न ठीक नहीं है और अच्छी नींद से समझौता किया तो..2030 तक 70 परसेंट जान जाने की वजह..क्रॉनिक लाइफ स्टाइल बीमारियां होंगी..हमार
वज़न उठाते वक्त कमर ऐसे ना मोड़कर सीधी रखें...ऐसी ही रोज़मर्रा की छोटी छोटी गलती कब बड़ी परेशानी बन जाती हैं..पता ही नहीं चलता..इसलिए आज योगगुरू से ना सिर्फ जोड़ों को फ्लेक्सिबल बनवाएंगे..बल्कि ऐसी गलतियों से कैसे बचें..ये भी जानेंगे देखिए पूरा एपिसोड ...
जंगली जानवरों के रिहायशी इलाकों में लगातार बढ़ते हमले चिंता का सबब बनते जा रहे हैं..कहीं ये पालतू जानवरों का शिकार कर रहे हैं.तो कहीं इंसानों की जान ले रहे हैं
पिछले 25 साल में जहां मोटर एक्सिडेंट से स्पाइल इंजरी के मामले 30 परसेंट थे..वो बढ़कर अब 45 परसेंट हो गए हैं.वैसे ही देश के 80% लोग कंधे..पीठ..कमर की किसी ना किसी परेशानी से जूझ रहे हैं...ऐसे में स्पाइनल हेल्थ का ख्याल रखना तो..बहुत ही जरुरी है...
आए दिन ऐसे रिपोर्ट्स आ रहे हैं...जो बेहद अलार्मिंग हैं...(vis-2)अब फिजिकल एक्टिविटी को ही ले लीजिए--एक स्टडी के मुताबिक..देश में 20 करोड़ से ज्यादा लोग सुस्त जीवनशैली..यानि बिना किसी वर्कआउट के जिंदगी जी रहे हैं...और बीमारी की गिरफ्त में हैं...
एक ताज़ा स्टडी से पता चला है कि ये फास्टफूड खाने से हड्डियों को जंग लग रहा है..स्टडी की माने तो ऐसे खाने में शुगर-सॉल्ट का लेवल ज़्यादा होता है..जो बोन्स को नुकसान पहुंचाता है..
वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन' ने पहली बार--सिटी हार्टबीट इंडेक्स रिपोर्ट जारी की है...हार्ट डिजीज की रोकथाम के उपाय अपनाने में..दुनिया के 50 शहरों में भारत के तीन शहर हैं
लगातार तनाव रहे तो वो क्रोनिक स्ट्रेस में बदल सकता है.. जो आपको थायराइड जैसा घातक रोग भी दे सकता है दरअसल तनाव से रिलीज़ होने वाले कार्टिसोल हार्मोन से थायराइड ग्लैंड में स्वेलिंग आ जाती है.. थायरॉक्सिन हार्मोन का प्रोडक्शन डिस्टर्ब होता है..और लोग थायराइड के मरीज बन जाते हैं..
डेंगू-चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. हाल ये है कि पिछले साल के मुकाबले 75 फीसदी ज्यादा लोग इस बार गिरफ्त में हैं और साल दर साल..ये पहले से ज्यादा घातक भी साबित हो रहे है.
ये घर घर की कहानी है.. सिर्फ दो-ढाई साल के बच्चों के हाथ में भी मोबाइल मिल जाएगा..जिसके बिना बच्चा खाना तक नहीं खाता information, टेक्नॉलॉजी, AI के दौर में मोबाइल का इस्तेमाल ज़रूरी है..ये हम भी मानते हैं..लेकिन छोटे-छोटे बच्चों को मोबाइल देने की क्या ज़रूरत है..
बीमारियां तो कई हैं..लेकिन फिलहाल कैंसर एक अलग ही है..जिसके मामले देश-विदेश में तेज़ी से बढ़ रहे हैं..जो बच्चे,जवान, बुज़ुर्ग किसी को नहीं छोड़ता..लेकिन जो लेटेस्ट स्टडी आई है..उसके मुताबिक तो आज के वक्त में पुरुषों को इस जानलेवा रोग से ज़्यादा सावधान रहने की ज़रूरत है
और ये इसलिए भी जरूरी है कि बारिश के इस मौसम में--नॉर्मल इंसान का भी शुगर लेवल बढ़ जाता है...और जो लोग पहले से डायबिटिक हैं..उनके शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ने पर दाने-फुंसी निकलने लगती है..जो कई बार गंभीर रुप ले लेते हैं...तो चलिए आज ब्लड ग्लूकोज को बैलेंस करने के लिए योग करते हैं
Yoga, 02 August 2024 : योगगुरू करेंगे शिकागो में योगाभ्यास...देशवासियों का बनवाएंगे हेल्थ कार्ड
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