मुंबई और महाराष्ट्र की मस्जिदों पर लगे अवैध लाउडस्पीकर और उससे होने वाले ध्वनि प्रदूषण को लेकर MNS अध्यक्ष राज ठाकरे के आवाज उठाने के बाद से यह मुद्दा बड़ा राजनीतिक हथियार बन गया है लेकिन अब यह मुद्दा समस्या बनकर आम लोगों की जिंदगी पर भी असर डालने लगा है।
App for Azaan: मुंबई की मस्दिज ने Al Islaah नाम से एक मोबाइल ऐप लांच किया है जिससे लाइव अज़ान सुनी जा सकती है। इसके अलावा मुस्लिम समुदाय के बारे में अगर कोई संदेश या सरकारी आदेश हो तो वो भी ब्रॉडकास्ट किया जा सकेगा।
दिल्ली दंगे, बुलडोजर वाले एक्शन, महाराष्ट्र में अजान लाउडस्पीकर विवाद जैसे देश और महाराष्ट्र में मुस्लिम समाज से जुड़े मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को लेकर चर्चा करने मुंबई के ऑल इंडिया खिलाफत कमेटी ने मुस्लिम समाज के धर्मगुरु, वकील, राजनेताओं के साथ मुंबई के भायखला में खिलाफत हाउस में बैठक की।
देशभर में लाउडस्पीकर के जरिए अजान पर विवाद और सियासत तेज है। ऐसे में इंडिया टीवी ने 105 साल से भी ज्यादा पुराने जुमा मस्जिद से जब रियलिटी चेक किया तो साउंड मीटर के मुताबिक 77 से पचासी डेसिबल तक ध्वनि प्रदूषण स्तर दिखाई दिया।
समाजवादी पार्टी की महिला सभा की महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने कहा कि अगर उन्हें अज़ान करने से रोका गया तो मुस्लिम महिलाएं मंदिरों के सामने कुरान पढ़ेंगी।
भोपाल जिले के बैरसिया कस्बे में मंगलवार रात को एक मंदिर में ठाकुर ने कहा, ‘‘सुबह पांच बजकर कुछ मिनट पर बहुत जोर-जोर से आवाजें आती है और वो आवाजें लगातार चलती रहती हैं। सबकी नींद हराम होती है। सबकी नींद खराब होती है।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के एक छात्र ने वाराणसी पुलिस को ट्वीट कर मस्जिद से निकलने वाली अजान की आवाज से तनाव होने की शिकायत की है, जिसपर पुलिस ने करवाई का निर्देश दिया है।
इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर ने शिकायत की है अजान की वजह से उनकी नींद में खलल पड़ती है।
शिवसेना के दक्षिण मुंबई विभाग प्रमुख पांडुरंग सपकाल ने कहा कि अजान सिर्फ पांच मिनट की होती है लेकिन ये काफ़ी महत्वपूर्ण है, उन्होंने अजान की खासियत का बखान करते हुए भगवद् गीता पाठ प्रतिस्पर्धा की तर्ज पर अजान की प्रतिस्पर्धा कराने की बात कही है।
इंडोनेशिया में दुनिया की सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी रहती है।
Meerut: Azan voice disturbs sleep, says Vishwa Hindu Parishad
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