उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की वापसी के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री आजम खान के परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।
सपा प्रमुख और पूर्व सीएम अखिलेश यादव के लोकसभा से इस्तीफे के बाद आजम खान ने भी लोकसभा से इस्तीफा दे दिया है। आजम खान 2019 के लोकसभा चुनाव में रामपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीते थे। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में आजम खान अपनी परंपरागत रामपुर विधानसभा से चुनाव लड़े और जीते भी गए थे।
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान को नेता प्रतिपक्ष बनाया जा सकता है । आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत खान ने इसे लेकर बयान दिया है कि नेता प्रतिपक्ष की रेस मे आजम सबसे आगे हैं ।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार मिलने के बाद अब अखिलेश यादव और आजम खान विधायक का पद छोड़ देंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव करहल की सीट और आजम खान रामपुर की सीट छोड़ देंगे। मौजूदा समय में दोनों ही नेता सांसद हैं और आगे भी सांसद के तौर पर ही काम करना चाहते हैं। अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद हैं जबकि आजम खान रामपुर से सांसद हैं।
दोनों ही नेता सांसद हैं और आगे भी सांसद के तौर पर ही काम करना चाहते हैं। अखिलेश यादव आजमगढ़ से सांसद हैं जबकि आजम खान रामपुर से सांसद हैं।
पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार 10 मुस्लिम प्रत्याशी ज्यादा जीते और जीतने वाले मुस्लिम प्रत्याशियों की कुल संख्या 34 है।
अखिलेश ने कहा कि दुनिया में कहीं भी किसानों को जीप से नहीं कुचला गया, लेकिन यूपी का चुनाव है इसलिये जेल से जमानत मिल गई और बाहर आ गये।
रामपुर की मिलक विधानसभा सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कब्जा किया। भाजपा ने राजबाला को टिकट देकर चुनावी रण में उतारा। राजबाला ने भी पार्टी की उम्मीद पर खरा उतरते हुए सपा प्रत्याशी विजय सिंह को 16 हजार वोट से भी अधिक अंतर से पराजित किया।
उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी के आकाश सक्सेना के मुकाबले में गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद आज़म खान ताल ठोक रहे हैं।
समाजवादी पार्टी ने स्वार सीट से मोहम्मद आज़म खान के बेटे मोहम्मद अब्दुल्ला आज़म खान को ही टिकट दिया है। वहीं, एनडीए गठबंधन ने इस सीट से अपना दल (सोनेलाल) के हैदर अली खान को प्रत्याशी बनाया है।
जमानत याचिका में खान ने कहा था कि उनके खिलाफ आरोप निराधार हैं और वह 2 साल से जेल में बंद हैं, ऐसे में उन्हें जमानत दी जानी चाहिए।
दरअसल, एक तरफ सपा ने इस लिस्ट में 30 से ज्यादा मुसलमानों को टिकट दे चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं, अखिलेश यादव ने दागियों को भी टिकट देने से परहेज नहीं किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर कहा कि 'समाजवादी पार्टी की मजबूरी है, गुंडों अपराधियों को प्रत्याशी बनाना जरूरी है.. लिस्ट नई, अपराधी वही!!'
आइए आपको बताते हैं कि जारी लिस्ट में कौन-कौन सी हॉट सीटें हैं, जिन पर सपा ने अपने दिग्गजों को उतार नया 'जाट-मुस्लिम' दांव खेला है। सपा ने जमकर मुसलमान उम्मीदवारों को टिकट दे मैदान में उतारा है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के सांसद एवं पूर्व मंत्री आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया था। अब्दुल्ला आजम अपने पिता आजम खान के साथ पिछले 23 महीने से सीतापुर जेल में बंद थे।
जौहर विश्वविद्यालय की जमीन सरकार द्वारा अधिग्रहित किए जाने के खिलाफ समाजवादी पार्टी सांसद आजम खां की याचिका इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किये जाने के बाद अब यह यूनिवर्सिटी खां के हाथ से छिन गई है।
उत्तर प्रदेश के रामपुर स्थित मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की जमीन सरकार द्वारा अधिग्रहित किये जाने के खिलाफ समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद आजम खान की याचिका इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किये जाने के बाद अब यह यूनिवर्सिटी कभी भी आजम खान के हाथ से छिन सकती है।
मोहम्मद आजम खान ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, जबकि उनकी पत्नी तंजीन फातिमा सचिव हैं और बेटा अब्दुल्ला आजम खान ट्रस्ट के सक्रिय सदस्य हैं।
आजम खान ने कथित तौर पर जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर अपने बेटे को दूसरा पैन कार्ड दिलाने में मदद की थी।
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां और उनके बेटे मोहम्मद अब्दुल्ला को दूसरा पैनकार्ड हासिल करने के लिए कथित धोखाधड़ी और दस्तावेजों की जालसाजी के मामले में जमानत दी जा सकती है।
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