आज हम आपको आयुर्वेदिक हर्ब्स सीरीज में नीम के बारे में विस्तार से बताएंगे। इसमें हम आपको नीम के फायदे, सबसे ज्यादा चर्चित इम्यूनिटी बूस्टर काढ़ा बनाने का तरीका सहित किन लोगों को इस आयुर्वेदिक औषधि का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए ये भी बताएंगे।
आज हम आपको हल्दी, काली मिर्च और जीरे की एक ऐसी आयुर्वेदिक चाय के बारे में बताएंगे जिसे पीने से सर्दी और जुकाम में इंस्टेंट फायदा होगा। साथ ये आपकी इम्यूनिटी को भी बूस्ट करेगी।
तुलसी का पौधा ना केवल पूजनीय है बल्कि सेहत के लिहाज से इस पौधे की पत्तियां भी बड़ी गुणकारी होती है। हम आपको तुलसी के फायदे, सबसे ज्यादा चर्चित इम्यूनिटी बूस्टर काढ़ा बनाने का तरीका सहित किन लोगों को इस आयुर्वेदिक औषधि का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए ये भी बताएंगे।
आजकल छात्रों को काफी कम उम्र में ही चिंता करते हुए देखा जा सकता है, जिससे छात्रों की सोचने की क्षमता में बाधा उत्पन्न होती है। आयुर्वेद कुछ तरीकों का सुझाव देता है, जिससे परीक्षा के कारण छात्रों में होने वाले तनाव को मैनेज करने में मदद करता है।
कोरोना काल में कई आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों ने ऐसे कमाल दिखाया कि वो रामबाण साबित हुईं। इन्हीं जड़ी बूटियों में से एक त्रिफला भी है। आज हम आपको आयुर्वेदिक हर्ब्स सीरीज में त्रिफला के बारे में विस्तार से बताएंगे।
बदलता मौसम अस्थमा के मरीजों के लिए खतरनाक होता है। ऐसे वक्त में थोड़ी सी भी लापरवाही उनकी सेहत के लिए घातक होती है। ऐसे में आज हम आपको जड़ी बूटियों से बनी कुछ चाय के बारे में बताते हैं जिन्हें पीने से आपको तुरंत राहत मिलेगी।
कोरोना वायरस से खुद को बचाने के लिए हर कोई आयुर्वेद की ओर रुख कर रहा हैं। हम आपको आयुर्वेदिक हर्ब्स सीरीज में गिलोय के बारे में विस्तार से बताएंगे। इसमें हम आपको गिलोय के फायदे, सबसे ज्यादा चर्चित इम्यूनिटी बूस्टर काढ़ा बनाने का तरीका सहित किन लोगों को इस आयुर्वेदिक औषधि का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए ये भी बताएंगे।
अश्वगंधा न केवल इम्यूनिटी बूस्ट करती है बल्कि कई बीमारियों से भी छुटकारा दिलाने में कारगर है। जानें अश्वगंधा के फायदे, सबसे ज्यादा चर्चित इम्यूनिटी बूस्टर चाय बनाने का तरीका सहित किन लोगों को इस आयुर्वेदिक औषधि का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए ये भी बताएंगे।
आचार्य बालकृष्ण महाराज को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए यूएनओ की संस्था यूएनएसडीजी (यूनाइटेड नेशन सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल) की ओर से सम्मानित किया गया है।
वजन बढ़ाने के लिए सप्लीमेंट्स का सेवन नहीं करना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ आयुर्वेदिक तरीकों की मदद ली जा सकती है।
घर की सफाई, घर को सजाने से लेकर हर चीज का खास ख्याल रखा जाता है। लेकिन दिवाली के कई साइड इफेक्ट्स हैं। हर साल की तरह इस बार भी दिवाली के पहले ही एयर पॉल्यूशन अपनी सीमा से बाहर जा रही है।
दुनिया में जब मोटापे की समस्या बड़ी तेजी से बढ़ती जा रही है, ऐसा प्रतीत होता है कि हर कुछ हफ्ते के बाद एक नया आहार सामने आता है जिसमें दावा किया जाता है कि वह वजन कम करने और स्वास्थ्य को संतुलित रखने का अहम आहार है।
चारकोल साबुन तैलीय और मिश्रित त्वचा के लिए मानसून में अच्छा विकल्प है। साबुन में मौजूद एक्टिवेटेड बैंबू चारकोल गंदगी, टॉक्सिन और अशुद्धियों को दूर कर त्वचा के रोम छिद्रों को खोल देते हैं।
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