अक्सर लोग एसिडिटी, गैस और कब्ज की समस्या से परेशान रहते हैं, जिसके चलते वे तरह-तरह की चीजों का सहारा लेते हैं लेकिन फिर भी आराम नहीं मिलता है। स्वामी रामदेव से जानें किन चीजों के सेवन से इनसे छुटकारा पाया जा सकता है।
आयुर्वेद के मुताबिक सिर्फ वात के बिगड़ने से ही 80 तरह की बीमारियां हो सकती हैं। वात दोष हवा से जुड़ा होता है। इस समस्या को कंट्रोल करने के लिए रोजाना पिएं ये आयुर्वेदिक जूस।
स्वामी रामदेव के अनुसार जिन लोगों को मेटाबॉलिज्म अच्छा नहीं होता है उन्हें मोटापा जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं।
स्वामी रामदेव ने जानिए अपने बच्चों को कैसे बनाएं जीनियस?
कैसे पहचाने की किस चीज से आपको फूड एलर्जी है और योग-आयुर्वेद से आप उसे कैसे बचा सकते हैं, जानिए स्वामी रामदेव से अचूक उपाय और योगासन।
आयुर्वेद के अनुसार, दूध के साथ इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे सेहत पर बुरा असर पड़ता है
अगर आप डायबिटीज पेशेंट हैं तो त्रिफला को इन तीन तरीकों से इस्तेमाल करके शुगर लेवल को नियंत्रित कर सकते हैं।
आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करके मधुमेह के रोगी के शुगर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। जानिए डायबिटीज को कंट्रोल करने का आयुर्वेदिक नुस्खा क्या है और इसका सेवन किस तरह से करना लाभकारी होगा।
बुकनू उत्तर भारत का प्रचलित मसाला पाउडर है जिसे घरों में पेट के हाजमे को दुरुस्त रखने के लिए खाया जाता है। जानिए इसे कैसे तैयार करें।
लिपोमा की गांठें छोटी या बड़ी दोनों साइज की होती हैं। ये महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में दिखाई देती है। अच्छी बात ये है कि योगाभ्यास और आयुर्वेदिक उपचार से लिपोमा की गांठों को ठीक किया जा सकता है।
आयुर्वेद में कुछ ऐसी चीजें मौजूद होती हैं जो पाचन शक्ति को बढ़ाने में मदद कर सकती हैं।
रामदेव ने कहा, ''आज हम दवाओं की एक नई लाइन पेश कर रहे हैं, भारत में आज 80-90 फीसदी लोगों में विटामिन डी की कमी है. वहीं 50-60 फीसदी लोगों में प्रोटीन की कमी है. विभिन्न विटामिनों में हमने इन सभी को आयुर्वेदिक तरीके से उपलब्ध कराया है |
आयुर्वेद के अनुसार, दूध की तासीर ठंड होती है जिसका सेवन विरुद्ध आहार के साथ करने से आपको पाचन तंत्र की समस्या के साथ-साथ एलर्जी की समस्या सामना करना पड़ता है। जानिए ऐसी चीजों के बारे में।
कोरोना काल में बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने आयुर्वेद की तरफ रुख किया है। इस दौरान गिलोय का भी उपयोग काफी बढ़ गया है। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने गिलोय का सेवन शुरू किया है।
दिल्ली की एक अदालत ने इंडियन मेडिकल असोसिएशन (IMA) के अध्यक्ष जे. ए. जयालाल को संगठन के मंच का प्रयोग किसी भी धर्म के प्रचार के लिए नहीं करने का निर्देश दिया है।
आयुष-64 दवा की उपयोगिता को देखते हुए ही आयुष मंत्रालय इसे लोगों को मुफ्त में बांट रहा है। दिल्ली में अब आयुष-64 दवा का 25 केंद्रों पर मुफ्त वितरण होगा।
राजस्थान सरकार ने उदयपुर स्थित राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) वर्ग के विद्यार्थियों को आरक्षण देने के मद्देनजर प्रवेश देने के लिए सीटों की संख्या बढ़ा दी है.
भारत में लगभग 1 करोड़ 20 लाख ग्लूकोमा के मरीज हैं। जिनमें 10 लाख मरीजों का विजन पूरी तरह से खत्म हो चुका है। इतना ही नहीं, बढ़े हुए स्क्रीन टाइम की वजह से भी आंखें कमजोर हो रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि लोग आयुर्वेद के लाभों और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में इसकी भूमिका को महसूस कर रहे हैं।
मस्कुलर डिस्ट्रॉफी में 80 तरह की बीमारियां हैं, लेकिन इनमें सबसे घातक है, DMD यानि ड्यूशेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी।
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