आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2030 तक ब्ल़ड प्रेशर, शुगर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक से 70% लोगों की मौत हो जाती है। आइए इस तरह की जानलेवा बीमारियों से बचने के कुछ आयुर्वेदिक तरीकों के बारे में जानते हैं।
क्या आपकी बॉडी में भी यूरिक एसिड बढ़ गया है? अगर हां, तो समय रहते इसे कम करने के नेचुरल तरीकों के बारे में जान लीजिए वरना आपकी सेहत को लेने के देने भी पड़ सकते हैं।
अगर आपको भी अक्सर पेट दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है तो आपको दादी-नानी के जमाने से इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ घरेलू नुस्खों को जरूर ट्राई करके देखना चाहिए।
अगर आप भी अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल कर डायबिटीज जैसी साइलेंट किलर बीमारी को मैनेज करना चाहते हैं तो आपको योग और मेडिटेशन को अपने डेली रूटीन में शामिल करना चाहिए।
गिलोय आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकती है। आइए जानते हैं कि गिलोय को अक्सर डाइट में शामिल करने की सलाह क्यों दी जाती है।
रीठा में पाए जाने वाले तत्व आपकी सेहत को दमदार बनाने में मददगार साबित हो सकते हैं। आइए रीठा जैसी जड़ी बूटी के कुछ कमाल के फायदों के बारे में जानते हैं।
कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का नाम सुनते ही लोगों के हाथ-पैर फूलने लगते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि योग-आयुर्वेद की मदद से आप इस बीमारी से जीत भी सकते हैं?
Yoga: देश में 20 करोड़ लोग क्यों हैं अनिद्रा के शिकार ?
Yoga: हीटवेव ने तोड़ा पिछला रिकॉर्ड, कैसे बैलेंस करें शरीर में त्रिदोष ?
What Open Heart Blockage: हार्ट में ब्लॉकेज होने पर हार्ट अटैक और कार्डियक अरैस्ट का खतरा बढ़ता है। इसलिए आपको बहुत सावधान रहने की जरूरत है। हार्ट में ब्लॉकेज होने पर शरीर में कई लक्षण नज़र आने लगते हैं। जानिए हार्ट ब्लॉकेज को कम करने के लिए क्या खाएं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे भारत की एक उपलब्धि बताते हुए कहा था कि इससे पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों का सहारा लेने वाले रोगियों की समस्याएं कम होंगी।
काले तिल कब खाएं: काले तिल (black sesame seeds in hindi) का वैसे तो पूजा-पाठ और बालों के लिए ज्यादा इस्तेमाल होता है। लेकिन, अगर हम इसे इस तरह से लेने लगें तो आप सेहत से जुड़ी कई बीमारियों से बच सकते हैं।
Ayurvedic Tips In Fever: बुखार आने पर कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। आयुर्वेद के मुताबिक डाइट में ऐसी कई चीजें है जिनसे आपकी परेशानी बढ़ सकती है। इसके अलावा बॉडी को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। आयुर्वेद के मुताबिक बुखार आने पर ये काम नहीं करने चाहिए।
कई ऐलोपैथिक डॉक्टर भी इस बात को मानते हैं कि योग और आयुर्वेद से लाइलाज बीमारियों का इलाज हो सकता है। मैं भी मानता हूं कि ऐलोपैथी ने पूरी दुनिया में लोगों की जान बचाने के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है। इसीलिए आयुर्वेद और एलोपैथी में टकराव नहीं होना चाहिए, ये एक दूसरे के पूरक हैं।
Holy basil Tulsi Benefits: तुलसी की सिर्फ पूजा ही नहीं की जाती बल्कि आयुर्वेद में इसको 100 बीमारियों का इलाज माना गया है। तुलसी के पत्तों का सेवन करने से सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं दूर रहती हैं और इन बीमारियों में भी तुलसी असरदार काम करती है।
Diabetes Control: एक बार डायबिटीज हो जाए तो इसे सिर्फ कंट्रोल ही किया जा सकता है। हालांकि कई बार दवाओं और परहेज के बाद भी ब्लड शुगर कंट्रोल नहीं हो पाता। आज हम आपको एक असरदार आयुर्वेदिक उपाय बता रहे हैं जिससे हफ्ते भर में आपका ब्लड शुगर धड़ाम गिर जाएगा।
Ayurveda Healthy Way For Life: आयुर्वेद में स्वस्थ जीवन को जीने के लिए कुछ खास तरीके बताए गए हैं। सबसे पहले शरीर के दोष की पहचान करें और उसके हिसाब से अपनी दिनचर्या और खाने पीने की आदतें बनाएं।
Who Is God Dhanvantari: धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धन्वंतरि देवता की पूजा की जाती है। माना जाता है कि लक्ष्मी और कुबेर घर में धन संमृद्धि लाते हैं और धन्वंतरि आपके जीवन में आरोग्य लाते हैं। जिससे आप खुशहाल जीवन जीते हैं।
Ayurvedic Treatment For Uric Acid: शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या परेशान करने लगती है। ऐसी स्थिति में चलना-फिरना भी दूभर हो जाता है। अगर आप दवाओं के सेवन से बचना चाहते हैं तो यूरिक एसिड को आयुर्वदिक इलाज से भी कंट्रोल कर सकते हैं।
इस वक्त मौसम तेजी से उतार-चढ़ाव पर है। इस मौसम में इंसान का पाचन तंत्र काफी कमजोर हो जाता है। इसलिए गरिष्ठ भोजन बाध्यकारी होता है। नवरात्र व्रत हमेशा इसीलिए मौसमी बदलाव के वक्त ही होता है। ऐसे में 9 दिन व्रत रहने के दौरान व्यक्ति फल और जूस का सेवन करता है। इससे उसकी आंतों और लिवर को ज्यादा काम नहीं करना पड़ता।
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