अयोध्या पहुंच रहे सभी भक्तों के मन में इच्छा होती है कि वे प्रभु राम के साथ एक तस्वीर अपने मोबाइल में कैद करें। इसी को ध्यान में रखते हुए राम मंदिर ट्रस्ट ने दर्शन मार्ग पर कई जगह सेल्फी पॉइंट बनाए हैं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि अयोध्या का रामपथ, जो करोड़ों रुपये की लागत से बना था, पहली बारिश में ही ढह गया। वीडियो में एक महिला को भी गड्ढे में गिरते हुए दिखाया गया है।
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने अयोध्या में सरयू नदी में पवित्र डुबकी लगाई और फिर अपनी पगड़ी को उतार दिया है।
राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि सदन में दिया गया उनका झूठा बयान अत्यंत निंदनीय और शर्मनाक है।
बीते दिनों हुई जोरदार बारिश के बाद अयोध्या में कई जगहों पर सड़क धंसने का मामला सामने आया था। इस दौरान जलभराव की समस्या भी देखी गई। ऐसे में राम पथ के निर्माण में हुई लापरवाही की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। ये कमेटी 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
अयोध्या में हुए जलभराव और रामपथ पर हुए गड्ढों का निरीक्षण करने आज सपा सांसद रामपथ पहुंचे। उन्होंने इस दौरान कहा कि केवल इंजीनियरों को सस्पेंड करने से काम नहीं चलेगा। इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
रामलला का दर्शन करने राम मंदिर पहुंचते हैं.. प्रभु राम से आशीर्वाद लेते हैं.. योगी सरकार के बनवाए इस रामपथ ने अयोध्या का नक्शा ही बदल दिया... ये रामपथ आस्था के साथ साथ विकास का प्रतीक भी बन गया.. लेकिन 6 महीने के अंदर ही पूरी तस्वीर बदल गई है...
अयोध्या में 22 जून की प्री-मानसून की बारिश शुरू हुई। इस बारिश से रामपथ में जगह-जगह गड्ढे दिखने शुरू हो गए। अब इस मामले में लापरवाही को ध्यान में रखते हुए सख्त कार्रवाई की गई है।
साल की पहली बारिश होने के साथ ही अयोध्या में लोगों को जलभराव का सामना करना पड़ रहा है। इस पर अब समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तंज कसा है। उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।
राममंदिर बनने के बाद अयोध्या में पहली भारी बारिश शुरू ही हुई कि जगह-जगह जलजमाव दिखने शुरू हो गए। वहीं, लोगों ने इसे नगरनिगम की विफलता बताया तो कुछ री-डेवलपमेंट को कोस रहे।
मॉनसून की पहली बारिश ने अयोध्या की सच्चाई को बाहर ला पटका है। सीवर लाइन खराब है और शहर के कई इलाकों में जलभराव की समस्या का लोग सामना कर रहे हैं। ऐसे में लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अयोध्या के राम मंदिर की छत से पानी टपकने के कारण लोगों द्वारा इसके निर्माण पर सवाल खड़े किए गए थे। अब मंदिर प्रशासन की ओर से इस मामले की पूरी सच्चाई बता दी गई है।
अयोध्या राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा ने मंदिर की छत से पानी टपकने के दावों पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने पानी लीकेज की समस्या से इनकार कर दिया है।
राम मंदिर को जनता के लिए खोले जाने के बाद पहली बारिश के बाद गर्भगृह की छत से पानी रिस रहा है। इसकी जानकारी मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने दी है।
22 जनवरी 2024 को पीएम मोदी की मौजूदगी में अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। लेकिन अभी इस मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। अब मंदिर निर्माण पूरा होने को लेकर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने अहम जानकारी दी है।
अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि बीजेपी कहती थी, हम राम को लाए हैं, लेकिन राम जी का आशीर्वाद मुझे मिला। अवधेश ने कहा, ये सरकार किसी भी परीक्षा को बिना लीक हुए नहीं करा पा रही है।
अयोध्या में हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास की सुरक्षा हटा ली गई है। इसके बाद उन्होंने सीएम योगी से मुलाकात की। बता दें कि एक बैठक के दौरान महंत राजू दास और जिलाधिकारी के बीच बहस हो गई थी।
आचार्य लक्ष्मीकांत इसी साल जनवरी में अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मुख्य पुजारी थे। इन्हीं के दिशा-निर्देश और मंत्रोच्चार से मंदिर परिसर और गर्भगृह में पूजा कराई गई थी।
सीएम योगी ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर स्थापना के बाद अयोध्या में माननीय राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, सहित देश-दुनिया से अनेक विशिष्ट-अति विशिष्ट अतिथियों का आगमन हो रहा है। इनके प्रवास के लिए सुरक्षा व सुविधा के उत्कृष्ट मानकों के साथ गेस्ट हाउस की आवश्यकता है।
भारतीय जनता पार्टी का गठन 6 अप्रैल, 1980 को हुआ, परन्तु इसका इतिहास भारतीय जनसंघ से जुड़ा हुआ है गांधीजी की हत्या के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबंध.... सरदार पटेल के देहावसान के बाद कांग्रेस में नेहरू का अधिनायकवाद प्रबल ....कांग्रेस ‘नेहरूवाद’ की चपेट में आ गई...अल्पसंख्यक तुष्टिकरण, लाइसे
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