देश को ध्रुवीकृत करने वाले मामले में सर्वसम्मत निर्णय सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने 2019 में कहा था कि हिंदुओं की इस आस्था को लेकर कोई विवाद नहीं है कि भगवान राम का जन्म संबंधित स्थल पर हुआ था, और प्रतीकात्मक रूप से वह संबंधित भूमि के स्वामी हैं।
अयोध्या मामले की पुनर्विचार याचिका पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है
अयोध्या मामले में दायर पुनर्विचार याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में 'इन चैम्बर' सुनवाई खत्म हो गई है। प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ इन पुनर्विचार याचिकाओं पर चैंबर में करीब 50 मिनट तक विचार-विमर्श चला।
अयोध्या मामले में अब तक मुस्लिम पक्ष की पैरवी करने वाले वकील राजीव धवन को मुस्लिम पक्षकारों ने हटा दिया है। राजीव धवन ने फेसबुक पर पोस्ट करके ये जानकारी दी है।
अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद की समूची 2.77 एकड़ भूमि रामलला विराजमान को देने के उच्चतम न्यायालय के नौ नवंबर के फैसले पर पुनर्विचार के लिये सोमवार को एक याचिका दायर की गयी।
अयोध्या मामले पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगा
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर मंगलवार को सुन्नी वक्फ बोर्ड की अहम बैठक हुई। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड अयोध्या मामले पर रिव्यू पीटिशन दाखिल नहीं करेगा।
अभिनेता नसीरूदुद्दीन शाह और शबाना आज़मी समेत देशभर की 100 जानी-मानी मुस्लिम शख्सियतों ने अयोध्या पर आए उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दायर करने का सोमवार को विरोध किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत ने अयोध्या फैसले के बारे में दूसरे देशों को संतोषजनक ढंग से समझाया है और इस मामले में किए गए प्रयास व्यापक रूप से सफल रहे हैं।
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ रिव्यू पेटीशन दाखिल करने के फैसले पर मुस्लिम पक्ष बंट गया है। दो दिन पहले बोर्ड के कुछ मेंबर्स ने लखनऊ में एक मीटिंग की और रिव्यू पेटीशन में जाने का फैसला किया।
26 नवंबर को सुन्नी वक्फ बोर्ड फैसला इस बात का करेगा कि वो 5 एकड़ की जमीन लेगा या नहीं और अगर लेगा तो उसका क्या करेगा। सबसे बड़ी बात तो ये है कि पुनर्विचार याचिका में वो नहीं जाएगा।
पुरातत्त्ववेत्ता के के मोहम्मद ने रविवार को नागपुर में कहा कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने से मुस्लिम समुदाय को कोई फायदा नहीं मिलेगा।
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने रविवार को कहा कि उनका संगठन अयोध्या जमीन विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ शीर्ष न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दायर करेगा...
मुस्लिम पक्षकारों ने अयोध्या मामले पर हाल में आये उच्चतम न्यायालय के निर्णय के खिलाफ अपील दाखिल किये जाने की इच्छा जताते हुए शनिवार को कहा कि मुसलमानों को बाबरी मस्जिद के बदले कोई जमीन भी नहीं लेनी चाहिये।
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बावजूद AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी कह रहे हैं कि उन्हें मस्जिद वापस चाहिए
अयोध्या और मिथिलांचल का एक अटूट रिश्ता सदियों से रहा है, क्योंकि मिथिलांचल को भगवान राम का ससुराल माना जाता है। अब इसे संयोग ही कहेंगे कि दोनों स्थानों का कनेक्शन नौ नवंबर को अयोध्या विवाद पर आए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के दौरान भी बना रहा।
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने अयोध्या मामले में आए फैसले के बाद हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी द्वारा दिए गए बयान को लेकर उन्हें चेतावनी दी कि वह गद्दारी की बात न करें।
राम जन्मभूमि न्यास ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की निगरानी करने वाले ट्रस्ट की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करें।
राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में प्रमुख मुद्दई रहे इकबाल अंसारी तथा कुछ मुस्लिम धर्मगुरुओं ने केंद्र सरकार से वर्ष 1991 में अधिग्रहीत की गई भूमि में से मस्जिद के लिए जमीन देन की मांग की है।
अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने अयोध्या मसले पर ऐतिहासिक फैसला देने वाली उच्चतम न्यायालय की पीठ के पांचों न्यायाधीश को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने की मांग की है।
संपादक की पसंद