Govind Dev Giri Ji Maharaj Exclusive: राम मंदिर..नींव से निर्माण तक का प्लान समझिए..राम मंदिर के लिए पैसा कहां आया...दान कैसे जुटाया ?जानें हर एक बात Govind Dev Giri Ji Maharaj से..
इस हनुमान ध्वज को बनाने में 150 मीटर कपड़े का इस्तेमाल किया गया है। इसे मंदिर में 100 फुट ऊंचे खंभे पर लगाया जाएगा। इस ध्वज की कीमत 21,000 रुपये है।
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर मां सीता के मायके जनकपुर से अयोध्या में कुछ वस्तुएं और सामाग्री भेजी जाएगी। इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। राम जानकी मंदिर के महंत ने कहा कि पुराने समय से चली आ रही परंपरा की वजह से कई वस्तुएं भेजी जाएंगी।
अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के भव्य प्रतिष्ठा समारोह से पहले विकास कार्य तेजी से चल रहे हैं। मंदिरों की दीवारों पर रामायण से संबंधित कलाकृतियां उकेरी जा रही हैं।
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग वाराणसी के दौरे पर थे। उन्होंने कहा कि यह मेरी वाराणसी की यात्रा है। उत्तर प्रदेश बहुत बदल गया है, यहां हर दिन लाखों पर्यटक आते हैं। इस दौरान उन्होंने अयोध्या पर भी बात की।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या को सजाया और संवारा जा रहा है। अयोध्या में झांकी भी निकाली जाएगी। इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान श्री रामलला सरकार के श्री विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा दिनांक 22 जनवरी 2024 को होगी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। शुक्रवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और गवर्नर आनंदीबेन पटेल को भी निमंत्रण पत्र सौंप दिया गया है।
रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने वेतन बढ़ोतरी को लेकर ट्रस्ट के सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया है। रामलला के पुजारी और सेवादारों को सरकारी सुविधाओं जैसी सुविधाएं राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से दी जाने की भी योजना है।
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य जारी है। राम मंदिर ट्र्स्ट ने निर्माण कार्य में हुए खर्च को लेकर जानकारी दी है। ट्रस्ट ने कहा है कि 5 फरवरी, 2020 से इस साल 31 मार्च के तक 900 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं और अभी खाते में 3000 करोड़ रुपये बचे हैं।
यूपी पुलिस के हेल्पलाइन नंबर डायल 112 में पर एक सूचना दी गई कि 21 सिंतबर को अयोध्या के राम मंदिर बम से उड़ा दिया जाएगा। सूचना मिलते ही पुलिस के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस ने फौरन जांच शुरू कर कॉलर का पता लगाया और पूछताछ में जुट गई।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। माना जा रहा है कि जनवरी 2024 में मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों कराई जाएगी।
राम भक्तों के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है जनवरी 2024 में राम मंदिर में भगवान रामलला अपने मूल गर्भगृह में विराजमान होंगे। कर्नाटक से लाई गई शिला पर मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज मूर्ति को तैयार करेंगे।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक सीता माता का हरण करने के लिए रावण ने उन्हें लंका की अशोक वाटिका में ही रखा था। अब उसी अशोक वाटिका से शिलाओं को अयोध्या लाया गया है जिनका इस्तेमाल राम मंदिर निर्माण में किया जाएगा।
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर निर्माण के पहले चरण का काम पूरा हो गया है। राम मंदिर का आधार बनकर पूरी तरह से तैयार हो गया है। गर्भगृह के नीचे 14 मीटर मोटी चट्टान ढाली गई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने गुरुवार को इंडिया टीवी के साथ विशेष बातचीत में बताया कि राम मंदिर निर्माण का पहला फ़ेज़ आज पूरा हो गया है, मंदिर का आधार बन गया है।
अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण व अयोध्या क्षेत्र के विकास के लिए काम करने वाले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद करने का फैसला लिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को किराड़ी में सीवर परियोजना के शिलान्यास कार्यक्रम में एक बार फिर बुजुर्गों को नई सौगात दी है।
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर निर्माण कार्य में हो रही देरी को लेकर स्थिति साफ की है।
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर निर्माण कार्य में हो रही देरी को लेकर स्थिति साफ की है।
अयोध्या में भगवान राम का ऐसा मजबूत मंदिर बनाने की दिशा में कार्य चल रहा कि न वह भूकंप से डिगे और न ही नदी के रास्ता बदलने से कोई विपरीत प्रभाव पड़े।
राम मंदिर निर्माण समिति ने आईआईटी-दिल्ली के पूर्व निदेशक वी एस राजू की अध्यक्षता में देश के शीर्ष इंजीनियरों और निर्माण विशेषज्ञों की आठ-सदस्यीय समिति का गठन किया है, जो मंदिर की नींव रखने से जुड़े कार्यों की निगरानी करेगी।
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