जम्मू-कश्मीर के गांदेरबल जिले के सोनमर्ग के सरबल क्षेत्र में आज सुबह हिमस्खलन हुआ। हालांकि, जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं आई है। हिमस्खलन की घटना कैमरे में कैद हो गई, जिसमें बर्फ तेजी से फैलती हुई नजर आ रही है।
लाहौल स्पीति में आईटीबीपी जवानों के कैंप के पास एक हिमस्खलन देखने को मिला। गनीमत रही कि कैंप से 200 मीटर पहले आकर ये हिमस्खलन रुक गया, नहीं तो यहां भी बड़ा हादसा हो सकता था।
चमोली जिले में हुए हिमस्खलन में सीमा सड़क संगठन (BRO) के मजदूर बड़ी संख्या में बर्फ के अंदर फंस गए थे। शुक्रवार से ही भारतीय सेना बचाव एवं राहत कार्य चला रही थी। हिमस्खलन हादसे में 8 मजदूरों की मौत हो गई।
उत्तराखंड के माणा में हिमस्खलन के बाद अभी भी चार मजदूर बर्फ में फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकालने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। अब तक 50 मजदूरों को बाहर निकाला जा चुका है, जिनमें से चार की मौत हो गई है।
उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में एक हिमस्खलन ने 55 मजदूरों के कैंप को तबाह कर दिया। कई मजदूरों ने बर्फ के सैलाब से बचने की अपनी कहानी सुनाई।
उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में हिमस्खलन से 55 मजदूर फंस गए थे जिनमें से 4 की मौत हो गई है। बचाव अभियान जारी है और मुख्यमंत्री धामी ने राहत कार्यों का जायजा लिया है।
14 मजदूरों को निकालने के साथ ही, शुक्रवार सुबह माना और बद्रीनाथ के बीच सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) शिविर पर हुए हिमस्खलन में फंसे 55 मजदूरों में से 47 को बचा लिया गया है। शुक्रवार रात तक 33 को बचा लिया गया था।
पहाड़ से मलबा गिरने के कारण ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग कर्णप्रयाग के पास कल रात से बंद है। लगातार बारिश के कारण राजमार्ग पर विभिन्न स्थानों पर मलबा गिरने से राजमार्ग बंद हो गया है।
उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में हिमस्खलन में 57 मजदूर फंसे थे, जिनमें से कई मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। बचावकर्मी हिमस्खलन में फंसे बाकी मजदूरों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा में हिमखंड टूटने से 57 मजदूर बर्फ में दब गए। 16 को बचा लिया गया है, राहत कार्य जारी है, लेकिन बर्फबारी की वजह से बचाव कार्य में मुश्किल आ रही है।
चमोली जिले के माणा गांव के पास हुए हिमसख्लन में बीआरओ के 57 मजदूर दब गए। हादसे के बाद आटीबीपी के जवान मौके पर पहुंच कर बर्फ में फंसे मजदूरों को निकालने में जुटी हुई है। सीएम धामी इस हादसे पर पल-पल नजर बनाए हुए हैं।
चमोली के माणा स्थित बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन के कैंप के पास यह हिस्खलन की घटना हुई है। 32 मजदूरों को बचा लिया गया है। इलाके में लगातार बर्फबारी हो रही है।
लद्दाख में पिछले साल 3 सैनिकों के शव हिमस्खलन के बाद बर्फ में दब गए थे। भारतीय सेना ने एक ऑपरेशन चलाकर इन तीनों शवों को ढूंढ़ निकाला है।
जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में हिमस्खल में की चपेट में दो वाहन आ गए। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। रेस्क्यू टीम ने दोनों वाहनों को निकाल लिया।
जम्मू-कश्मीर घाटी के कई पहाड़ी इलाकों में हिमस्खलन की चेतावनी पहले ही जारी की जा चुकी है। गुरुवार को सोनमर्ग के सरबल क्षेत्र में भारी हिमस्खलन की घटना देखने को मिली है। इस घटना से संपत्ति को कुछ नुकसान हुआ है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए जम्मू कश्मीर के आठ जिलों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है। विभाग ने यहां के स्थानीय लोगों से अनावश्यक आवाजाही से बचने का आग्रह किया है।
ईरान में भारी हिमस्खलन के चलते 5 पर्वतारोहियों की जान चली गई है। यह सभी पर्वतारोही पश्चिमी ईरान की सन बोरान चोटी को फतह करने के लिए पहुंचे थे। मिशन पर जाने से पहले पर्वत पर भारी बारिश और बर्फबारी हुई थी। ऐसे में उन्हें नहीं जाने की चेतावनी दी गई थी। पर्वतारोहियों ने चेतावनी को नजरअंदाज कर ऊंचाई पर जान गवां दी।
लद्दाख में सेना की एक टुकड़ी हिमस्खलन की चपेट में आई गई। इस हादसे में एक जवान की मौत हो गई जबकि तीन जवान लापता बताए जा रहे हैं। इनकी खोज और बचाव के लिए सेना अभियान चला रही है। जानकारी के मुताबिक यह हादसा माउंट कुन पर हुआ।
केदारनाथ मंदिर से 3-4 किमी दूर पहाड़ियों पर हिमस्खलन देखने को मिला है। इसका एक वीडियो सामने आया है जो डरावना है।
पाकिस्तान के गिलगित-बालटिस्तान में अचानक हुए हिमस्खलन ने 10 लोगों की जान ले ली और 25 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। मौके पर बचाव दल मौजूद हैं।
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