ऑटिज्म एक तरह का न्यूरोडेवलपमेंट डिसऑर्डर है। क्या आप भी अभी तक ऑटिज्म के लक्षणों से बेखबर हैं? अगर हां, तो आपको इस डिसऑर्डर के लक्षणों के बारे में जरूर जानकारी हासिल करनी चाहिए।
साल 2016 के आकड़ों की बात करें तो 68 बच्चों में से एक एक बच्चा इस बीमारी से ग्रसित है। इतना ही नहीं ये विकार लड़कों में लड़कियों से 5 गुना अधिक पाया जाता है।
ग्रेटा थनबर्ग 'एस्पर्जर सिंड्रोम' नामक रोग से ग्रसित है। जो ऑटिज्म़ का ही एक भाग माना जाता है। इस बारे में खुद ग्रेटा ने अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया था।
आज ऑटिस्टिक प्राइड डे है यानि पूरी दुनिया में इस बीमारी से पीड़ित बच्चे, फैमिली और उनके आसपास के लोगों को इस बीमारी को लेकर जागरूक किया जाएगा।
World Autism Awareness Day: 2 अप्रैल को पूरी दुनिया में विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस मनाया जाता है। साल 2007 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिन को विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस घोषित किया था।
World Autism Awareness Day: जब एक बच्चा बढ़ा होता है तो उसी के साथ-साथ उसका विकास भी होता जाता है। जैसे कि 6 माह का बच्चा मुस्कुराने लगता है या फिर कई बच्चे जल्दी ही चलने लगते है। लेकिन अगर आपका बच्चा ये चीजे जरुरत से ज्यादा देर कर रहा है , तो उसे ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने पाया है कि प्रोजेस्टेरॉन हार्मोन उपचार के मामले में प्रजनन क्षमता का उपचार वाले लोगों में ऑटिज्म वाले बच्चे की संभावना इस उपचार को नहीं लेने वालों की तुलना में डेढ़ गुना ज्यादा है।
छोटे बच्चों में ऑटिज्म के लक्षण का पता करने में एक आईफोन एप प्रभावी है, जिसका इस्तेमाल करना भी आसान है। इससे अन्य न्यूरोडेवलपमेंटल डिसऑर्डर की भी आसानी से जांच करने का रास्ता खुला है।
World Autism Awareness Day 2018: एक अन्य अध्ययन से यह निष्कर्ष निकला कि माता-पिता की उम्र में यदि अधिक अंतर हो या वह दोनो कम उम्र हों तो बच्चों के ऑटिज्म की चपेट में आने का जोखिम बढ़ जाता है।
नक और शोर शराबे के शौकीन लोग अक्सर सड़क के आसपास अपना घर बनाने का सपना देखते हैं, लेकिन ऐसे लोगों को थोड़ा चौकन्ना होने की जरूरत है क्योंकि ऐसी जगहों पर रहने वालों के बच्चों में ऑटिज्म होने का खतरा दो गुना तक बढ़ सकता है।
वैज्ञानिकों ने बच्चों में आटिज्म का पता लगा सकने वाले नये रक्त और मूत्र परीक्षण विकसित किये हैं जिससे मरीज इस बीमारी का अपने जीवन में बहुत पहले इलाज करा पाएंगे।
जो लोग गूगल ग्लास की विफलता की घोषणा करते फिर रहे हैं, वे जल्द ही इसके बारे में यह बताते फिरेंगे कि यह उपकरण ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों के सामाजिक कौशल को बेहतर बनाने में मदद करता है।
एक शोध के निष्कर्ष से पता चला कि इस रोग से पीड़ित महिलाएं अपने दैनिक कार्यो को पूरा करने के दौरान अधिक चुनौतियों का सामना करती हैं।
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