कोटक महिंद्रा एएमसी के नेशनल हेड (सेल्स, मार्केटिंग और डिजिटल बिजनेस) मनीष मेहता ने कहा, ‘‘ एसआईपी (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) और एनएफओ (न्यू फंड ऑफरिंग) के फ्लो के साथ नेट फ्लो लगातार उत्साहजनक बना हुआ है। एनएफओ के कारण स्कीम्स की थीमैटिक कैटेगरी में मजबूत फ्लो देखा गया।
एलआईसी म्यूचुअल फंड ने जुलाई 2023 में 133 करोड़ रुपये में आईडीबीआई म्यूचुअल फंड का अधिग्रहण किया था। रवि कुमार झा ने बिजनेस बढ़ाने के लिए कंपनी का प्लान बताते हुए कहा कि वे एक फंड हाउस पर विचार कर रहे हैं और फंड हाउस खरीदने के लिए कंपनी के पास पैसों की कोई समस्या नहीं है।
एसआईपी में आए रिकॉर्ड निवेश की बदौलत जुलाई में म्यूचुअल फंड्स का कुल AUM भी 6 प्रतिशत बढ़कर 64.69 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो जून में 60.89 लाख करोड़ रुपये था।
आंकड़ों के अनुसार, बी30 शहरों की संपत्तियां सितंबर अंत में 4.47 लाख करोड़ रुपये थीं। यह अक्टूबर अंत तक तीन प्रतिशत बढ़कर 4.61 लाख करोड़ रुपये हो गयीं।
पिछले कुछ वर्षों में एनपीएस ग्राहकों की संख्या में वृद्धि काफी उल्लेखनीय रही है। सरकारी क्षेत्र के 70.40 लाख कर्मचारी और गैर-सरकारी क्षेत्र के 24.24 लाख कर्मचारी इस योजना में शामिल हुए हैं। 12 सितंबर को दोनो योजनाओं एनपीएस और एपीवाई का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट 4.93 लाख करोड़ रुपये था।
मार्च तिमाही में AUM 27 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर था
परिसंपत्तियों के आकार के आधार पर एचडीएफसी म्यूचुअल फंड शीर्ष स्थान पर है। उसके प्रबंधन के तहत परिसंपत्ति 3,82,517 करोड़ रुपए रही।
निवेशकों ने अप्रैल महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंडों में 12,400 करोड़ रुपए का भारी निवेश किया है। इस तरह उनके प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (AUM) रिकॉर्ड 8 लाख करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गई हैं।
निवेशकों ने अप्रैल महीने में म्यूचुअल फंड योजनाओं में 1.4 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। इससे म्यूचुअल फंड कंपनियों के प्रबंधन के तहत प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (AUM) बढ़कर 23.25 करोड़ रुपए पर पहुंच गयी, जो कि पिछले महीने से 9 प्रतिशत अधिक है।
SEBI द्वारा निवेशकों के अनुकूल उठाए गए कदमों से मार्च अंत तक म्यूचुअल फंड कंपनियों के AUM में छोटे शहरों का निवेश 41% बढ़कर 3.09 लाख करोड़ रुपए हो गया।
म्यूचुअल फंड उद्योग के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां बीते वित्त वर्ष 2016-17 में 42 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी के साथ 17.5 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गईं।
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