नोटबंदी के 21 माह बीत जाने के बाद भी सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के 18,135 एटीएम को अभी भी नए नोटों के अनुरूप नहीं ढाला जा सका है।
अगले साल से शहरी इलाकों में रात 9 बजे के बाद और ग्रामीण इलाकों में शाम 6 बजे के बाद एटीएम में पैसा नहीं भरा जाएगा। गृह मंत्रालय द्वारा जारी नए निर्देशों के मुताबिक नकदी ले जाने वाले वाहनों पर दो हथियारबंद सुरक्षाकर्मी हमेशा तैनात किए जाएंगे।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक जून 2018 के अंत तक बैंक की ATM मशीनों की संख्या घटकर 9440 रह गई है
नोएडा के सेक्टर 18 में एटीएम से छेड़छाड़ करते पकड़ा गया रोमानियाई युवक
देशभर में एटीएम को 100 रुपए के नये नोट के अनुरूप बनाने में 100 करोड़ रुपए खर्च करने की जरूरत होगी।
यदि आप भी कैश लेनदेने के लिए बार-बार एटीएम से पैसे निकालते हैं तो यह खबर आपको परेशानी में डाल सकती है। आरबीआई ने बैंकों से अपने एटीएम अपग्रेड करने का आदेश दिया है।
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) विदेश में अपने परिचालन को तर्कसंगत बनाने के प्रयासों के तहत छह विदेशी शाखाएं बंद कर चुका है और अब नौ अन्य विदेशी शाखाओं को बंद करने वाला है।
बैंकों द्वारा एटीएम के सुरक्षा मुद्दों पर धीमी प्रगति को गंभीरता से लेते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सभी बैंकों से अपने-अपने एटीएम का तय समय सीमा में उन्नयन करने को कहा है। केंद्रीय बैंक ने कहा है कि यदि बैंक एटीएम को तय समय में अधिक सुरक्षित नहीं बनाते हैं तो उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
क्या चूहे एटीएम में घुसकर नोट कुतर गए?
स्टेट बैंक की एटीएम मशीन पिछली 20 मई से खराब थी। हाल ही में 11 जून को जब मशीन ठीक करने कर्मचारी पहुंचे तो एटीएम के अंदर की हालत देखकर उनके होश उड़ गए।
अब ATM मशीन में रखा कैश भी सुरक्षित नहीं रह गया है, असम के तिनसुकिया से एक ऐसा मामला सामने आया है जहां ATM मशीन में रखे कैश को चूहों ने कुतर डाला है। तिनसुकिया के हिजुगुरी गुर्गों मोटर्स के सामने स्थित स्टेट बैंक (SBI) के ATM में चूहों ने लगभग 12 लाख 38 हजार रुपये का नोट को कुतरे जाने का मामला दर्ज हुआ है।
अगर आपने अपने दोस्त या किसी रिश्तेदार को अपना एटीएम कार्ड और पासवर्ड पैसे निकालने के लिए दिया है तो यह आपको काफी महंगा पड़ सकता है। बैंक भुगतान करने से साफ मना कर सकता है। बैंकों का कहना है कि एटीएम कार्ड नॉन-ट्रांसफरेबल या अहस्तांतरणीय चीज है और खाताधारक के अलावा किसी भी व्यक्ति को इसका इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं है।
बैंकों के ATM से पैसे निकालने और चेकबुक जैसी सेवाओं पर किसी तरह का गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) नहीं लगता है, ग्राहकों के लिए इन सेवाओं को GST के दायरे से बाहर रखा गया है। हालांकि क्रेडिट कार्ड बिल के बकाया भुगतान पर लगा विलंब शुल्क तथा अनिवासी भारतीयों द्वारा बीमा की खरीद पर जीएसटी लगेगा।
आर्थिक मामलों के सचिव एससी गर्ग ने कहा कि बाजार में मुद्रा की स्थिति पूरी तरह सामान्य है और देशभर में एटीएम सुचारू रूप से काम कर रहे हैं।
चेक बुक जारी किया जाना तथा एटीएम से निकासी जैसी मुफ्त बैंकिंग सेवाएं जीएसटी के दायरे से बाहर रह सकती है। वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह कहा।
आप एटीएम शुल्क के रूप में कितना पैसा एसबीआई को चुकाते हैं, बैंक ने यह जानकारी देने से मना कर दिया है। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सूचना के अधिकार (RTI) के तहत वित्त वर्ष 2017-18 में अपने ग्राहकों से वसूले गए कुल एटीएम व्यवहार शुल्क की जानकारी देने से साफ इंकार कर दिया है।
सुभाष चंद्र गर्ग ने बताया कि मौजूदा समय में 2000 रुपए के 7 लाख रुपए से ज्यादा की कीमत के नोट सर्कुलेशन में हैं जो जरूरत से ज्यादा है, ऐसे में नए 2000 रुपए के नोट जारी नहीं हो रहे हैं
भारत में नोट बंदी वाकई में बे-असर हो गई है? आरबीआई के ताजा आंकड़े तो यही स्थिति बयां कर रहे हैं।
अपने खातों में मिनिमम बैलेंस रखने वाले ग्राहकों को बैंक एक सीमा तक फ्री ATM ट्रांजेक्शन की सुविधा देते हैं और साथ में चेकबुक और डेबिट कार्ड भी फ्री में देते हैं।
एसबीआई ने आज कहा है कि छोटे शहरों में लोग रिटेल आउटलेट्स पर लगी उसकी प्वाइंट ऑफ सेल्स (पीओएस) मशीनों से प्रतिदिन 2,000 रुपए प्राप्त कर सकते हैं और यह सुविधा पूरी तरह से नि:शुल्क रहेगी।
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