दिल्ली में सड़कों की खराब हालत पर चिंता जताते हुए नई सीएम आतिशी ने एक बड़ा कदम उठाया है। सोमवार सुबह 6 बजे से सभी मंत्री, विधायक और अफसर सड़कों पर उतरे हैं। दिल्ली सरकार दीपावली तक सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाना चाहती है।
दिल्ली में अगले साल के शुरुआती महीनों में विधानसभा के चुनाव हैं। चुनाव से पहले ही आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर ली है। ये आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका है।
दिल्ली नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य चुनाव पर दिल्ली की सीएम अतिशी ने कहा, "हमारा भारत देश संविधान से चलता है और संविधान के अनुसार बनाए गए कानूनों से चलता है।"
सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल विधानसभा में अब एक विधायक मात्र है, लिहाजा उनकी सीट बदल गई है। बैठने की नई व्यवस्था आतिशी के दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ दिनों बाद आई है।
दिल्ली विधानसभा का दो दिन का सत्र आज से शुरू होगा। दिल्ली की नई सीएम आतिशी ने पदभार संभालने के साथ ही अरविंद केजरीवाल की कुर्सी खाली छोड़ी थी, तो क्या आज सदन में भी ऐसा होगा?
दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ दिनों बाद पुलिस ने आतिशी को 'जेड' सुरक्षा कवर प्रदान किया है। दिल्ली पुलिस ने शनिवार को उन्हें सुरक्षा प्रदान की।
दिल्ली में काम करने वालों को आतिशी सरकार ने दिवाली से पहले बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी की दरों को बढ़ा दिया है।
नजफगढ़ से आप विधायक को फिर से वही विभाग मिले हैं जो केजरीवाल नीत सरकार में उनके पास थे। कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने कहा, आज मंगलवार है, हनुमानजी का दिन है और मैं अरविंद केजरीवाल के हनुमान की तरह काम करूंगा तथा उनके सभी लंबित कार्यों को निपटाऊंगा।
दिल्ली की सीएम का कार्यभार संभालने के बाद आतिशी आज कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर पहुंचीं। यहां उन्होंने दर्शन किया। साथ ही एक पर किए एक पोस्ट में केजरीवाल को फिर से सीएम बनाए जाने की कामना की।
केजरीवाल सीएम नहीं तो खाली कुर्सी क्यों?...केजरीवाल की कुर्सी पर क्यों नहीं बैठी आतिशी?..क्या दिल्ली को कामचलाऊ सीएम मिला है ?
आतिशी ने दिल्ली के सीएम पद का चार्ज ले लिया है। इस मौके पर सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की रही कि उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी के बगल में अपनी कुर्सी रखी।
दिल्ली में आतिशी की सरकार है। जो साल 2020 में बनी केजरीवाल की सरकार से काफी मायनों में अलग है। यहां जानिए कि इस सरकार और केजरीवाल की साल 2020 की सरकार में क्या अंतर है।
आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी ने दिल्ली की 8वीं मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। आतिशी के साथ ही 5 कैबिनेट मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई है। दिल्ली के राज भवन (LG House) में शपथ समारोह का आयोजन किया गया।
आतिशी ने शनिवार, 21 सितंबर को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। उनके साथ पांच कैबिनेट मंत्री भी बनाए गए हैं। जानिए कैबिनेट में किसे कौन सा विभाग मिला है?
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनने के बाद आतिशी को मनोज तिवारी ने बधाई दी और कहा कि दिल्ली में विकास कार्यों पर ध्यान दें। जनता कई चीजों से परेशान है, उनकी समस्याओं को सुलझाएं।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि सरकार ना तो जेल से चल सकती है और ना ही बेल से। दिल्ली सरकार अब रिमोट से चलेगी।
आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। आतिशी के साथ दिल्ली सरकार के नई कैबिनेट मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई है। सीएम बनने के बाद आतिशी अरविंद केजरीवाल का नाम लेकर भावुक हो गईं।
केजरीवाल के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद आतिशी सिंह नेआज दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। उनके साथ ही चार मंत्री और एक विधायक ने भी कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली।
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आतिशी शनिवार शाम 4:30 बजे सीएम पद की शपथ लेंगी। उनके साथ दिल्ली कैबिनेट के सभी मंत्री भी शपथ लेंगे।
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