हिंदुस्तान की राजनीति के भीष्म पितामह अटल बिहारी वाजपेयी इस धरती से भले ही विदा हो गए लेकिन यादों में वो हमेशा हर हिंदुस्तानी के जेहन में जिंदा रहेंगे। उनकी ओजपूर्ण वाणी, उनके फैसले, उनकी नेतृत्व सदियों तक भारत के इतिहास की अमिट यादों में रहेगा। आज अटल जी की अस्थि कलश यात्रा दिल्ली से हिंदुस्तान के कोने-कोने तक जा रही है।
वाजपेयी के साथ अपने लंबे साथ को याद करते हुए उमा भारती ने कहा कि जब मैं आठ साल की थी, तब मैं पहली बार वाजपेयी से मिली थी।
विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने दिल खोलकर वाजपेयी की तारीफ की। इससे एक बात साफ है कि वाजपेयी बड़े दिल वाले शख्स थे। वे विभिन्न विचारों वाली राजनीतिक पार्टियों को भी साथ लेकर चलते थे।
पार्टी कार्यालय में अस्थियां रखी जाएंगी ताकि गुरूवार को लोग वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें।
एक नवंबर को होने वाले राज्योत्सव को भी अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित किया जाएगा। इस दिन राज्यस्तरीय एक पुरस्कार भी दिया जाएगा, जिसका नाम अटल सुशासन पुरस्कार होगा।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार ने एक बयान में कहा कि वाजपेयी ने 1998 में सुरंग के निर्माण का विचार किया था और उन्होंने परियोजना की घोषणा तीन जून, 2000 को की थी।
आजाद ने याद किया कि किस तरह नरसिम्हा राव सरकार में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री के रूप में वह अक्सर वाजपेयी से मिला करते थे, जो तत्कालीन विपक्ष के नेता थे और उनके साथ खाना-पीना किया करते थे।
प्रेम चोपड़ा, नवाज़ुद्दीन सिद्की, अन्नू कपूर समेत अन्य बॉलीवुड हस्तियों ने अटलजी को दी श्रद्धांजलि
अमित शाह ने प्रार्थना सभा में अटल जी को दी श्रद्धांजलि
फारूक अब्दुल्ला ने वाजपेयी को याद करते हुए कहा, वो वजीर-ए-आजम नहीं हिंदुस्तान के दिलों के मालिक थे। उन्होंने ताकत से नहीं, मोहब्बत से हिंदुस्तान के हर शख्स के दिल पर मुहर लगाई।
अटल जी को महबूबा मुफ्ती की श्रद्धांजलि
योग गुरु स्वामी रामदेव ने प्रार्थना सभा में अटल जी को दी श्रद्धांजलि
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्लाह ने प्रार्थना सभा में अटल जी को दी श्रद्धांजलि
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रार्थना सभा में अटल जी को दी श्रद्धांजलि
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने प्रार्थना सभा में अटल जी को दी श्रद्धांजलि
आडवाणी बोले- मैंने कभी सोचा नहीं था कि मुझे इस तरह की बैठक को संबोधित करना होगा जिसमें अटल जी नहीं होंगे
अटल जी ने यह दिखाया है कि जीवन कैसा हो, क्यों हो और किसके लिए हो: पूर्व प्रधानमंत्री की प्रार्थना सभा में PM मोदी.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए इस समय दिल्ली में सर्वदलीय प्रार्थना सभा हो रही है। इस प्रार्थना सभा की खास बात ये है कि इसमें लगभग सभी दलों के नेता शामिल हैं।
बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय स्वयं दिल्ली से वाजपेयी की अस्थियाँ लेकर आगामी 21 अगस्त को हवाई जहाज से पटना पहुंचेंगे।
अटल जी के अस्थि-कलश का अद्भुत सफर
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