भाषाओं, विचारधाराओं और संस्कृतियों के भेद से परे एक कद्दावर और यथार्थवादी करिश्माई राजनेता। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक प्रबुद्ध वक्ता और शांति के उपासक होने के साथ साथ हरदिल अजीज और मंझे हुए राजनीतिज्ञ भी थे।
भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू भी उनकी तारीफ किया करते थे, लेकिन एक बार अटल ने ऐसी बात कह दी थी, जिससे नेहरू का चेहरा तमतमा गया था।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 93 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे 11 जून से एम्स में भर्ती थे। शाम 5 बजकर 5 मिनट पर एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली।
अटल जी राजनीति में अनुशासन को सर्वोपरि मानते थे, चाहे सरकार गठबंधन से बनी हो या फिर पूर्णबहुमत की हो, उन्होंने अनुशासन को सख्ति से माना, खुद ‘आप की अदालत’ में उन्होंने यह बयान दिया था।
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे 11 जून से एम्स में भर्ती थे।
हिंदुत्व को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया था उसका हवाला देते हुए अटल जी ने कहा कि उनका जो दृष्टिकोण था उसकी पुष्टि हुई है|
अटल जी से पूछा गया कि क्या बाबरी मस्जिद गिराए जाने के समय आपकी आंखों में आंसू थे? तो इसके जवाब में उन्होंने ‘आप की अदालत’ में ऐसा बयान दिया कि सब हैरान रह गए।
अटल जी से जब पूछा गया कि उनकी सेहत और तंदरुस्ती का राज्य क्या है तो उन्होंने ,आप की अदालत, में इसका काफी मजेदार जवाब दिया|
अटल जी का कहना था कि पूरा कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, फिर चाहे वह पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर हो या फिर पाकिस्तान ने जो हिस्सा चीन को दिया है, यह सारा भारत का अभिन्न अंग है|
अटल बिहारी वाजपेयी सिर्फ पॉलिटिक्स की वजह से ही नहीं अपनी कविताओं की वजह से भी जाने जाते थे।
अटल जी ने तो संसद में जवाहर लाल नेहरू की भी आलोचना की थी, खुद उन्होंने इसकी जानकारी ‘आप की अदालत’ में दी|
सोशल मीडिया में भी भारत के कई नामी दिग्गजों ने अटल जी को उन्हीं की कविता के जरिए श्रद्धांजलि दी।
अटल जी के बारे में लेखक खुशवंत सिंह ने कहा था कि वह एक अच्छे आदमी हैं लेकिन गलत पार्टी में हैं। इसके जवाब में अटल जी ने कहा था कि अगर वह वाकई में अच्छे हैं तो फिर गलत पार्टी में कैसे हो सकते हैं।
अलविदा अटल: ‘आप की अदालत’ में कवि बनकर वाजपेयी कह गए थे ये बड़ी बात | अटल जी सिर्फ एक मंझे हुए राजनेता ही नहीं थे बल्कि एक कवि भी थे|
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 साल की उम्र में निधन
अलविदा अटल: RSS और BJP के रिश्तों को लेकर वाजपेयी ने ‘आप की अदलत’ में दिया था ये बयान
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पिछले 9 हफ्ते से अस्पताल में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री ने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली।
अलविदा अटल: सरकार बनाने के लिए सांसदों की खरीद फरोख्त के सख्त खिलाफ थे वाजपेयी, ‘आप की अदालत’ में दिया था ये बयान
भारत पूर्व प्रधानमंत्री और अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया है। वह 93 वर्ष के थे। अटल बिहारी वाजपेयी काफी लंबे समय से बिमार चल रहे थे। भाजपा के 93 वर्षीय नेता मधुमेह से पीड़ित हैं और उनकी एक किडनी ही काम कर रही है। उन्हें 2009 में मस्तिष्काघात हुआ थ
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह पिछले 9 हफ्ते से किडनी और फेफड़ों में इन्फेक्शन के चलते दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे।
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