भारतीय राजनीति में समय-समय पर एक से एक पुरोधा हुए हैं जिन्होंने भारतीय राजनीति की दिशा बदलने का काम किया है। आज के लोग अमित शाह को भारतीय राजनीति के चाणक्य के रूप में जानते हैं लेकिन आपको बता दें इनसे पहले भाजपा के चाणक्य कहे जाते थे प्रमोद महाजन। महाजन देश की राजनीतिक नब्ज को पहचानने वाले नेता थे।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अपने हाजिर जवाबी के लिए भी लोकप्रिय थे। ऐसा ही उनसे जुड़ा एक मजेदार वाकया पाकिस्तान को लेकर है।
Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary 2024: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी बेहद शांत व्यक्ति थे. लेकिन ऐसा क्या हुआ ? जिस से अटल जी को गुस्सा आया और उन्होंने पाकिस्तान को नक्शे से मिटाने की कसम खा ली थी. देखें वीडियो
Atal Bihari Vajpayee 6th Death Anniversary: अटल बिहारी वाजपेयी ने दहेज में क्यों मांगा था पाकिस्तान ? क्या थी वो पूरी घटना, देखें यह वीडियो
18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा जो तीन जुलाई तक चलेगा। लोकसभा सचिवालय से मिली जानकारी के मुताबिक 26 जून को स्पीकर पद का चुनाव होगा। कितना अहम होता है स्पीकर का पद, क्या होते हैं अधिकार? जानें इस खास रिपोर्ट में-
अटल बिहारी वाजपेयी का बलरामपुर से गहरा नाता रहा है। वह 1957 के चुनाव में जनसंघ के टिकट पर यहां से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे लेकिन अगले ही चुनाव में एक अफवाह के चलते उन्हें पराजय झेलनी पड़ी थी।
12 जनवरी 2024 यानी कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के सबसे लंबे समुद्र पुल का उद्घाटन करेंगे। उससे पहले ब्रिज की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जो आपका दिल जीत लेंगी।
'आप की अदालत' के कटघरे में एक्टर पंकज त्रिपाठी नजर आए। उन्होंने इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के सवालों का सामना किया। इस दौरान उन्होंने अपनी आगामी फिल्म 'मैं अटल हूं' से जुड़ी कई अहम बातें साझा कीं।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज 99वीं जयंती है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने अटल जी के समाधि स्थल सदैव अटल पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित की।
देशभर में 25 दिसंबर को अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन मनाया जाएगा। 'सुशासन दिवस' के रूप में भाजपा इस दिन को मनाएगी और देशभर में कई कार्यक्रमों का इस दिन आयोजन किया जाएगा। इस बाबत भाजपा ने एक नोटिफिकेशन भी जारी किया है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मीडिया सलाहकार रह चुके अशोक टंडन ने अपनी किताब द रिवर्स स्विंग: कॉलोनियलिज्म टू कोऑपरेशन में कई अहम खुलासा किया है।
पीएम मोदी ने संसद के विशेष सत्र के दौरान इमरजेंसी और अटल सरकार के एक वोट से गिरने के मामले का भी जिक्र किया। उन्होंने ये भी कहा कि आज छोटे-छोटे दलों ने इस लोकतंत्र को खूबसूरत बना दिया है। इस दौरान पीएम ने कोविड के संकटकाल का भी जिक्र किया।
अमित मालवीय ने कहा, 2014 के बाद, प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने चंद्रमा मिशन को फास्ट ट्रैक पर रखा। चंद्रयान-2 को फंड किया और चंद्रयान-3 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भेजा। भारत द्वारा लॉन्च किए गए सभी चंद्रमा मिशनों की कल्पना भाजपा प्रधानमंत्रियों के तहत की गई थी।"
5th Death Anniversary of Ex-PM Atal Bihari Vajpayee: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पुण्यतिथि है. अटल जी की पुण्यतिथि पर आज देशभर में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जा रही हैं.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज पुण्यतिथि है. अटल जी की पुण्यतिथि पर आज देशभर में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जा रही हैं. दिल्ली में अटलजी को श्रद्धांजलि देने के लिए विजय घाट के पास सदैव अटल पर पुष्पांजलि और प्रार्थना सभा का आयोजन किया जा रहा है.
परमाणु परीक्षण के बाद देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी खुद धमाके वाली जगह पर गए थे। भारत के महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की अगुआई में यह मिशन कुछ इस तरह से अंजाम दिया गया कि अमेरिका समेत पूरी दुनिया को इसकी भनक तक नहीं लगी।
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की आज 98वीं जयंती है। इस मौके पर पूरा देश उनको याद कर रहा है। यहां हम आपको नेहरू से जुड़े उस किस्से के बारे में बता रहे हैं, जिसे सदन में अटल ने सुनाया था और उनके विरोधी भी इस बात के मुरीद हो गए थे।
अटल बिहारी वाजपेयी एक मात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो 45 दिन से कम समय तक अपने पहले कार्यकाल में भारत के प्रधानमंत्री रहे। मात्र 13 दिन में ही वाजपेयी की सरकार गिर गई थी और उन्होंने उसी दिन इस्तीफा दे दिया था।
Atal Bihari Vajpayee: वाजपेयी का नेतृत्व कौशल कमाल का था और वह एक अच्छे वक्ता भी थे, जिसके चलते वह जन संघ का प्रमुख चेहरा बन गए। 1968 में दीन दयाल उपाध्याय के निधन के ठीक बाद वाजपेयी भारतीय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए।
Atal Bihari Vajpayee: यह किस्सा वर्ष 1999 का है, प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान के साथ रिश्तों को मधुर बनाने के लिए अमृतसर से लाहौर के बीच बस सेवा शुरू की थी।
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