Atal Bihari Vajpayee: वाजपेयी का नेतृत्व कौशल कमाल का था और वह एक अच्छे वक्ता भी थे, जिसके चलते वह जन संघ का प्रमुख चेहरा बन गए। 1968 में दीन दयाल उपाध्याय के निधन के ठीक बाद वाजपेयी भारतीय जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए।
अगर वह स्वस्थ्य रहते तो भाजपा शायद कभी भी इतनी जनविरोधी, संकीर्ण, संकुचित, अहंकारी व विद्वेषपूर्ण नीति वाली पार्टी न होती जितनी आज हर तरफ से नजर आती है।
पोम्पिओ ने गुरूवार को एक बयान में कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर अमेरिका के लोगों की ओर से मैं भारत की जनता के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करता हूं।’’,
"मेरे अटल जी मेरे अंदर गूंज रहे हैं, कैसे मान लूं कि वे अब नहीं रहे। मैं खुद को यकीन दिला रहा हूं कि अटल जी अब नहीं हैं। अटल जी नहीं रहे। वह मेरी आंखों के सामने हैं। बिल्कुल स्थिर। जो हाथ मेरी पीठ पर धौल जमाते थे, जो स्नेह से मुझे बाहों में भर लेते थे, वे स्थिर हैं।"
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी के कई मार्ग शुक्रवार बंद रहेंगे।
भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अब हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके आदर्श हमेशा हिंदुस्तान की सियासत में मिसाल बने रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वाजपेयी जी के बारे में ऐसा ही कुछ कहा। लंबी बीमारी के बाद कल शाम 94 साल की उम्र में अटल जी का निधन हुआ। कल शाम 5 बजकर 5 मिनट पर उन्होंने एम्स में आंखिरी सांस ली।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गहरा दुख व्यक्त किया।
पाकिस्तान के भावी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के निधन पर शोक जाहिर करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान.....
प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व पीएम वाजपेयी को उनके घर पर दी श्रद्धांजलि
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का निधन
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 93 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे 11 जून से एम्स में भर्ती थे। शाम 5 बजकर 5 मिनट पर एम्स में उन्होंने अंतिम सांस ली।
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