अगर वह स्वस्थ्य रहते तो भाजपा शायद कभी भी इतनी जनविरोधी, संकीर्ण, संकुचित, अहंकारी व विद्वेषपूर्ण नीति वाली पार्टी न होती जितनी आज हर तरफ से नजर आती है।
अटल बिहारी वाजपेयी देश की प्रेरणा है। उनकी हर एक कविता आपके जीने का नजरिया बदल देगा। पढ़ें उनकी कुछ फेमस कविताएं।
पोम्पिओ ने गुरूवार को एक बयान में कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर अमेरिका के लोगों की ओर से मैं भारत की जनता के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करता हूं।’’,
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी के कई मार्ग शुक्रवार बंद रहेंगे।
अटल जी को कविताओं के साथ-साथ खाने-पीने के भी शौकीन थे। अब आप सोच रहे होगे कि वह अपनी छुट्टियां बिताने के लिए विदेश जाते होगे। तो आपको बता दें कि वह भारत में मौजूद अपनी कुछ पंसदीदा जगहों पर जाते थे। इस पसंदीदा जगहों मेंं शामिल था हिमाचल प्रदेश का मनाली।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गहरा दुख व्यक्त किया।
पाकिस्तान के भावी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के निधन पर शोक जाहिर करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान.....
अटल जी को खाने का बहुत अधिक शौक था। जिस भी शहर जाते थे वहां कि फेमस चीज वह जुरुर खाते थे। इतना ही नहीं उन्हें खाने के साथ-साथ बनाने का भी शौक था।
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे 11 जून से एम्स में भर्ती थे।
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जाने से बॉलीवुड जगत को भी गरा सदमा लगा है। कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज ट्वीट करके दुख जाहिर कर चुके हैं।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पिछले 9 हफ्ते से अस्पताल में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री ने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली।
भारत पूर्व प्रधानमंत्री और अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया है। वह 93 वर्ष के थे। अटल बिहारी वाजपेयी काफी लंबे समय से बिमार चल रहे थे। भाजपा के 93 वर्षीय नेता मधुमेह से पीड़ित हैं और उनकी एक किडनी ही काम कर रही है। उन्हें 2009 में मस्तिष्काघात हुआ थ
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह पिछले 9 हफ्ते से किडनी और फेफड़ों में इन्फेक्शन के चलते दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे।
अटल बिहारी वाजपेयी केवल एक अच्छे नेता नहीं बल्कि एक कवि भी थे। उनकी हर एक कविता में ऐसे शब्द छिपे होते है। जिसे सुनपर आपके अंदर एक पॉजिटिव प्रभाव पड़ेगा। आपके अंदर खो चुका साहस, धैर्य भर जाते है। आप भी पढ़ें अटल बिहारी वाजपेयी के कुछ अनमोल विचार।
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे 11 जून से एम्स में भर्ती थे। कल देर शाम तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।
डॉक्टरों के मुताबिक 65 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति को इस बीमारी के होने का खतरा अधिक रहता है। उम्र के साथ बीमारी और बढ़ती जाती है। जानिए पूर्व मंत्री अटल बीमारी वाजपेई की बीमारी के बारें में
अटल बिहारी वाजपेई जी ने 15 अगस्त 2003 को लालकिले की प्राचीर से अपना अंतिम भाषण दिया था, उनके भाषण के मुख्य अंश इस तरह से हैं
आपको वाजपेयीजी की तरह एक बार नहीं दो बार नहीं बार बार कोशिश करनी पड़गी। उतनी कोशिश करनी पड़ेगी जितना आपको कश्मीर से प्यार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सेहत का जायजा लेने आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचे। एम्स के एक सूत्र के मुताबिक मोदी रात करीब नौ बजे अस्पताल आए और 15-20 मिनट तक यहां रूके रहे।
राहुल गांधी का पीएम मोदी पर हमला, कहा पार्टी के बुज़ुर्ग नेताओं की प्रधानमंत्री नहीं करते इज़्ज़त
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