अंतरिक्ष में 286 दिन गुजारने के बाद पृथ्वी पर लौटीं NASA की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स से पूछा गया कि भारत अंतरिक्ष से कैसा दिखता है। इस पर उन्होंने जो जवाब दिया वो काफी चर्चा में है। उन्होंने बहुत ही खास जवाब दिया जिसे सुन हर कोई खुश होगा।
पृथ्वी पर लौटने के बाद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने पहला इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने अपने चुनौतियों के बारे में बातचीत की। ये मिशन सिर्फ 8 दिन का था। इंटरव्यू में सवाल किया गया कि बुच विल्मोर इस विफलता के लिए किसे जिम्मेदार मानते हैं?
मानव इतिहास के पहले अंतरिक्ष यात्री यूरी गागरिन ने मानवता के लिए नए दरवाजे खोले थे। उनका जीवन संघर्ष और साहस से भरा था, और वे आज भी प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं।
अंतरिक्ष में रहना धरती पर रहने की तरह नहीं है। अंतरिक्ष में हालात अलग होते हैं। जब अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर वापस लौटते हैं तो उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। चलने और मुड़ने में भी समस्या हो सकती है।
सुनीता विलियम्स समेत अन्य अंतरिक्ष यात्री उस वक्त हैरान रह गए, जब विशालकाय डॉल्फिन्स मछलियों के झुंड ने उन सभी का स्वागत किया। डॉल्फिन्स मछलियां कैप्सूल के सफल लैंडिंग के बाद उसके पास आकर मंडराने लगीं।
स्पेसएक्स के ड्रैगन एयरक्राफ्ट की सफल लैंडिंग के बाद नासा ने प्रेसवार्ता करके इस मिशन को सफल बताया है। नासा ने कहा कि यह मिशन पूरी तरह सफल व सुरक्षित रहा। साथ ही लैंडिंग शानदार रही।
अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की धरती पर वापसी की तारीख कंफर्म हो गई है। नासा ने दोनों की वापसी के पूरे कार्यक्रम की घोषणा की है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 8 महीने से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय स्पेश स्टेशन में फंसी भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के घुंघराले बालों की तारीफ की है। साथ ही ट्रंप ने कहा कि दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए हमने एलन मस्क से यान भेजने को कहा है।
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी की घड़ी नजदीक आ गई है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने यह जानकारी दी है।
चीन ने अपने अंतरिक्ष स्टेशन में पहले विदेशी नागरिक के रूप में एक पाकिस्तानी को भेजने का ऐलान किया है। चीन और पाकिस्तान ने मिलकर अंतरिक्ष के लिए कई साझा कार्यक्रमों की घोषणा की है।
अंतरिक्ष में फंसे 2 यात्रियों को नासा ने धरती पर वापस लाने की तैयारी कर ली है। अब जल्द ही दोनों यात्रियों को वापस लाया जाएगा।
अंतरिक्ष से बुर्ज खलीफा की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर देखने को मिलीं। जिन्हें नासा के वैज्ञानिक डॉन पेटिट ने सोशल साइट एक्स पर अपने अकाउंट से शेयर किया है।
कोलंबिया में मिशन विशेषज्ञ के तौर पर गईं कल्पना चावला भारत में हरियाणा के करनाल में एक जुलाई 1961 को पैदा हुईं और वह पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाली पहली महिला थीं।
नजरों को धोखा देने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिसमें पहली नजर आपको लगेगा कि कोई अंतरिक्ष यात्री चांद पर पहुंच चुका है और वह अपने कदम चांद की सतह पर रख रहा है।
कई महीनों से अंतरिक्ष में फंसे 4 एस्ट्रोनाट्स धरती पर आज सकुशल वापस लौट आए हैं। मगर भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अभी तक धरती पर नहीं लौट सकी हैं। वह 8 महीने से अंतरिक्ष में ही फंसी हैं।
नई स्टडी में दावा किया गया है कि अब मिशन पर जाने वाले अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में खाना बना सकेंगे। कैसे बनाएंगे और क्या खाएंगे? जानिए पूरी डिटेल्स-
अमेरिका और रूस के बीच कट्टर दुश्मनी है। मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि यह विरोधीपन धरती पर ही ज्यादा है, लेकिन आसमान में दोनों आपस में दोस्त हैं।
‘स्टारलाइनर’ के अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना होने के बाद सुनीता विलियम्स ने रेडियो संदेश में कहा, ‘‘वह अपने घर जा रहा है।’’ विलियम्स और विल्मोर को ‘स्टारलाइनर’ के अंतरिक्ष की उड़ान भरने के एक सप्ताह बाद जून में पृथ्वी पर लौटना था, लेकिन यान के ‘थ्रस्टर’ में समस्या आने और हीलियम लीक होने के कारण दोनों अंतरिक्ष में फंस गए।
सुनीता विलियम्स के अंतरिक्ष से जल्द वापस लौटने की संभावना है। उनके जल्द वापसी को लेकर नासा नई तारीख जारी कर सकता है। बता दें कि सुनीता विलियम्स 6 जून से ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद हैं।
अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं होने से कुछ भी खाना-पीना बहुत अधिक चुनौतीपूर्ण होता है। खाने-पीने का हर सामान हवा में तैरने लगेगा, अगर इसके लिए पर्याप्त इंतजाम न किए जाएं। अंतरिक्ष यात्री सभी पेयपदार्थों को पाउडर फॉर्म में लेकर जाते हैं। बाद में उसमें गर्म पानी मिलाकर पीते हैं।
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