ये मंदिर उन्नाव के दक्षिण में स्थित है। नेवल के राजा को स्वप्न में भगवान भोलेनाथ ने ही पंचमुखी शिवलिंग, नंदी और नवग्रह स्थापित करवाने की प्रेरणा प्रदान की थी। जिसके बाद राजा ने इस स्थान पर मंदिर का निर्माण करवाया था। तभी से इस बोधेश्वर धाम कहा जाने लगा।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार जिन लोगों का मूलांक 4 है। उनकी सेहत अच्छी रहेगी जिससे आप अपने रूके हुये कार्यों को पूरा कर लेंगे।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए अगस्त माह का आखिरी दिन आपका कैसा बीतेगा। मेष राशि का आज का दिन खुशियों से भरा रहेगा । बिजनेस के सिलसिले मे आप नये लोगो से मिलेंगे । राजनीति से जुड़े लोगों के लिए आज का दिन अच्छा रहने वाला है ।
आज पूरा दिन पूरी रात पार कर कल सुबह 9 बजकर 40 मिनट तक वज्र योग रहेगा। साथ ही आज सुबह 9 बजकर 40 मिनट तक रोहिणी नक्षत्र रहेगा। जानिए कौन से उपाय करना होगा शुभ।
भाद्रपद कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि को गोगा नवमी मनायी जाती है | कृष्ण जन्माष्टमी के ठीक अगले दिन गोगा नवमी का यह पर्व मनाया जाता है। जानिे आचार्य इंदु प्रकाश से अन्य शुभ मुहूर्त।
आज हम आपको लेकर चल रहे हैं भोलेनाथ की नगरी काशी। जहां हनुमान जी का एक पुरातन मंदिर मौजूद है जिसका नाम है बनकटी हनुमान मंदिर। काशी के प्राचीन हनुमान मंदिरो में से एक है बनकटी हनुमान जी का मंदिर। कहा जाता है यहां 41 दिन दर्शन करने मात्र से सारी मनोकामनाये पूरी हो जाती हैं।
आज रक्षा पंचमी है | हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी को, यानि कि रक्षाबंधन के पांचवें दिन रक्षा पंचमी का त्योहार मनाया जाता है | मान्यता है कि जो व्यक्ति रक्षाबंधन के दिन रक्षासूत्र बंधवाने में असमर्थ रहे थे, यानि अपनी बहन से राखी नहीं बंधवा पाए थे या बहनें किसी कारणवश अपने भाई को राखी नहीं बांध पाई थीं तो रक्षा पंचमी के दिन वे लोग रक्षासूत्र बंधवा सकते हैं।
आज भाद्रपद कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि और शुक्रवार का दिन है | पंचमी तिथिआज शाम 6 बजकर 48 मिनट तक रहेगी। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए आज का शुभ मुहूर्त।
श्री लंका, जहां स्थापित है रामायण काल से संबंधित अशोक वाटिका। श्रीलंका के एलिया नामक स्थान पर ये पुरातन अशोकवाटिका है और यहां बना है प्राचीन सीता मंदिर के दर्शन। हालांकि मंदिर का नाम सीता मंदिर है लेकिन यहां पर भगवान राम माता सीता और लक्ष्मण जी के साथ ही हनुमान जी भी विराजमान हैं।
ये पुरातन मंदिर मथुरा में राधा रानी के जन्मस्थान बरसाना में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण जयपुर रियासत के महाराजा सवाई माधोसिंह ने अपनी पटरानी कुशाल कंवर की स्मृति में 1813 में करवाया था। असल में रानी कुशाल भगवान श्रीकृष्ण और राधा जी की अनन्य भक्त थीं। इस मन्दिर का निर्माण भरतपुर के बंसी पहाड़पुर से पत्थर लाकर करवाया गया। मंदिर की वास्तुशैली राजस्थानी है।
सामुद्रिक शास्त्र में जिस प्रकार हस्तरेखा को देखकर व्यक्ति के भाग्य के बारे में बहुत कुछ पता लगाया जा सकता है, उसी प्रकार ललाट की रेखाओं से भी बहुत कुछ पता लगाया जा सकता है। इससे व्यक्ति के भविष्य, गुण-स्वभाव, भाग्य, आर्थिक और सामाजिक स्थिति की विशेष जानकारियां मिलती हैं।
घर में नेचुरल लाइट का होना बहुत जरूरी है। नेचुरल लाइट से मेरा मतलब है सूर्य की रोशनी। सूर्य की रोशनी घर में सकारात्मकता लाती है, यानी पॉजिटिविटी को अट्रैक्ट करती है।
भाद्रपद कृष्ण पक्ष की तृतीया को कज्जली या कजरी तीज के नाम से जाना जाता है। लिहाजाआज कज्जली तीज का त्योहार मनाया जायेगा। जानिए अन्य शुभ मुहूर्त।
राजस्थान के एक ऐसे गणेश मंदिर के दर्शन जहां मनचाहे जीवनसाथी की प्रार्थना फल लाती है.। नाम है गुरु गणेश मंदिर और ये मंदिर है जोधपुर में। जोधपुर की संकरी गलियों में स्थापित गुरु गणेश मंदिर की मान्यता दूर दूर तक फैली है। माना जाता है कि यहां गणेश भगवान के दर्शन करने और पार्थना करने से मनचाहे वर या मनचाही पत्नी पाने की इच्छा पूरी होती है।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं राशि के अनुसार कैसा रहेगा आपका आने वाला दिन और किन उपायों से आप अपना दिन बेहतर कर सकते हैं।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार जिन लोगों का मूलांक 5 है।. उनका स्वास्थ्य अच्छा बना रहेगा। साथ ही मौसम का लुत्फ भी उठायेगें।
ये मंदिर पुरानी दिल्ली के यमुना बाजार इलाके में स्थित है। यहां पर हनुमान जी को मरघट वाले बाबा हनुमान कहा जाता है। असल में यहां सामने ही मरघट है। कहा जाता है कि रामायण काल में हनुमान जी जब संजीवनी बूटी लेकर जा रहे थे।
उत्तल से यहां अर्थ ऐसे ललाट से है, जो सामने की ओर से गोलाई में उभरा हुआ हो, ठीक वैसे ही जैसे उत्तल या कॉन्वेक्स लेंस होता है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार ऐसे लोग बहुत ही सभ्य और आदर्शों पर चलने वाले होते हैं। ये दिल के भी बड़े साफ होते हैं और बहुत सी चीज़ों की समझ रखते हैं।
आज भाद्रपद कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथिऔर मंगलवार का दिन है | द्वितीया तिथिआज शाम 4 बजकर 4 मिनट तक रहेगी। उसके बाद तृतीया तिथि लग जायेगी। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से आज पूर्वाभाद्रपदऔर मंगलवार के संयोग में किये जाने वाले विशेष उपायों के बारे में।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं राशि के अनुसार कैसा रहेगा आपका आने वाला दिन और किन उपायों से आप अपना दिन बेहतर कर सकते हैं।
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