उद्योग मंडल एसोचैम ने सरकार से आगामी बजट में इनकम टैक्स छूट की सीमा को 2.5 लाख रुपए से बढ़ाकर 4 लाख रुपए करने की मांग की है।
भारत में एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक वेलेंडाइन डे गिफ्ट का बाजार इस साल 20 फीसदी बढ़कर 2.7 करोड़ डॉलर (15,000 रुपए) पर पहुंच जाएगा।
भारत के राज्यों के बीच टेलीकॉम सुविधाओं के विस्तार में अंतर ने भारत सरकार के डिजिटल इंडिया मिशन के सामने चुनौती खड़ी कर दी हैं।
देश का लग्जरी सामान यानी महंगे उत्पादों का बाजार इस साल 20 फीसदी बढ़कर 18.3 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा।
एसोचैम ने कहा है कि भारत को व्यापारिक स्तर पर पाकिस्तान के साथ जुड़े रहने की बात कही है। एसोचैम के मुताबिक हमें आर्थिक नुकसान पहुंचाना चाहिए।
बॉलीवूड की आय अगले वित्त वर्ष तक 19,300 करोड़ रुपए को पार कर जाएगी। विदेशी बाजारों से योगदान में बढ़ोत्तरी तथा फिल्मों की गुणवत्ता में सुधार से आय बढ़ेगी।
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स (एसोचैम) द्वारा कराई गई रिसर्च में कहा गया है कि ई-कॉमर्स बाजार 2016 में 67 फीसदी बढ़ सकता है, जो 2015 में 23 अरब डॉलर रहा है।
भारत को आगामी पांच साल में अपने इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 31 लाख करोड़ रुपए की जरूरत होगी।
देश में 'रेडी टु ईट' (डिब्बाबंद ) प्रोडक्ट का मार्केट 2017 तक 50 अरब डॉलर (3.34 लाख करोड़ रुपए) का हो जाएगा। शहरों में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है।
मोबाइल इंटरनेट उपयोग और मोबाइल-कमर्शियल बिक्री में हो रही वृद्धि को देखते हुए डिजिटल कारोबार में इस भारी वृद्धि की उम्मीद है।
एसोचैम ने दावा किया है कि देश में बिक रहे 60 से 70 फीसदी फिटनेस सप्लिमेंट नकली हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये सप्लीमेंट नकली या गैर-मान्यता प्राप्त हैं।
पिछले 10 सालों में रियल एस्टेट क्षेत्र में आकर्षित किए गए कुल 14 लाख करोड़ रुपए के निवेश में यूपी, गुजरात और महाराष्ट्र का योगदान 50 फीसदी से ज्यादा है।
उद्योग मंडल एसोचैम ने 7th Pay Commission की सिफारिशों पर चिंता जाहिर की है। एसोचैम ने कहा कि सिर्फ टैक्स वसूली और डिवेस्टमेंट प्रोसेस पर निर्भर रहना गलत है।
एसोचैम ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि इस साल देश में चीनी का उत्पादन और गन्ने की पैदावार घटने से अगले साल चीनी के दाम में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
महंगाई से आम आदमी का पीछा छूटता नजर नहीं आ रहा है। पहले, टमाटर, फिर प्याज, उसके बाद दाल और अब चावल की कीमतें आसमान छू सकती हैं।
मध्यम और निम्न आय वर्ग के परिवार इस बार दिवाली पर पिछले साल की तुलना में 43 फीसदी कम खर्च करेंगे।
जेम्स एंड ज्वैलरी सेक्टर को जमाने के लिए सरकार और इंडस्ट्री दोनों को ध्यान देने की जरूरत है। एसोचैम के सर्वे में यह बात सामने निकलकर आई है।
डेवलपर्स द्वारा प्रॉपर्टी पर विभिन्न आकर्षक ऑफर और डिस्काउंट के बावजूद दिल्ली-एनसीआर में लोग घर खरीदने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं।
एसोचैम के एक रिसर्च में कहा गया है कि डिमांड-सप्लाई के अंतर को पाटने और कीमत पर काबू पाने के लिए सरकार को एक करोड़ टन दाल आयात करना पड़ेगा।
3540 रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में से करीब 75 फीसदी 2014-15 तक शुरू नहीं हो पाए हैं। इन प्रोजेक्ट्स में निवेशकों के 14 लाख करोड़ रुपए की राशि फंसी हुई है।
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