उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा के खिलाफ वोटों की सुनामी आएगी। लोग निरंतर हिंसा से तंग आ चुके हैं, जिसकी आड़ में सत्ताधारी पार्टी द्वारा किए गए कोई भी विकास कार्य नजर नहीं आते।’
सीपीएम नेता ने कहा कि हिंदुत्व की उनकी विचारधारा का धर्म के रूप में हिंदू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है और यह चुनावी लाभ के लिए हमारे लोगों को बांटने का एक राजनीतिक औजार है।
भारतीय जनता पार्टी ने त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का मेनिफेस्टो जारी कर दिया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि त्रिपुरा में लोकतंत्र की हालत खराब है और हमारे नेताओं और सदस्यों को गलत कार्यों का विरोध करने के लिए यातना दी गईं।
राज्य में 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 फरवरी को चुनाव होगा। भाजपा ने इन 20 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी कर दी। पार्टी की नागालैंड इकाई के अध्यक्ष तेमजेन इम्ना अलॉन्ग को पार्टी ने अलोंगटाकी सीट से उम्मीदवार बनाया है।
माणिक सरकार ने कहा कि पिछले 5 सालों में बीजेपी के कुशासन ने CPM और कांग्रेस को एक साथ ला दिया है।
त्रिपुरा में 60 विधानसभा सीटों पर 16 फरवरी को मतदान होने जा रहा है और यहां दो मार्च को नतीजे आएंगे। नामांकन की अंतिम तारीख 30 जनवरी है। उम्मीदवारों की दी गई जानकारी यानी नॉमिनेशन की जांच 31 जनवरी को होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अमित शाह, राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी और नितिन गडकरी राज्य में 27 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए भाजपा के 20 स्टार प्रचारकों में शामिल होंगे।
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होने वाली बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत केंद्रीय चुनाव समिति के सभी सदस्य शामिल होंगे।
कांग्रेस ने बुधवार को मेघालय विधानसभा चुनाव के लिए अपने 55 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी।
चुनाव आयोग ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है।
देश के 3 राज्यों की चुनाव की तारीखों का आज ऐलान होना है। लेकिन इससे पहले तीनों राज्यों में पिछले चुनाव क्या हुआ था, ये जानन लेना चाहिए।
त्रिपुरा के विधानसभा चुनावों पर लोगों की खास नजर रहने वाली है क्योंकि पिछले चुनावों में बीजेपी ने लंबे समय से सत्ता में रही मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी को हटाकर अपना परचम लहराया था।
आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2023 में जिन 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उनमें लोकसभा की116 सीटें आती हैं। यानी 116 सीटों पर जनमत की एक ऐसी तस्वीर उभर कर आएगी जिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि 2024 का चुनाव परिणाम क्या हो सकता है।
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