मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सियासी बयानबाजी चरम पर है। राजनीतिक बयानबाजी के बीच हिंदी की ब्लॉकबस्टर फिल्म शोले की बी एंट्री हो गई है। कांग्रेस ने जहां अपने वरिष्ठ नेताओं की तुलना जय-वीरू से की है तो वहीं बीजेपी ने भी इसपर चुटकी ली है। पढ़ें पूरी खबर-
एनसीपी नेता शरद पवार ने विधानसभा चुनावों से पहले बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि विधानसभा चुनावों के लिए तो विपक्षी दलों में मतभेद हैं। हालांकि लोकसभा के लिए सभी साथ आने को सहमत हैं।
भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के कविता ने दावा किया है कि उनकी पार्टी ने तेलंगाना में 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में 95 से 100 सीटें जीतेगी। कविता ने कांग्रेस पर आरोप लगाया और राहुल गांधी पर तंज कसा।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में भाजपा नेता केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के सामने ही एक-दूसरे से भिड़ गए। नेताओं के बीच जमकर मारपीट और गालीगलौच हुई। कांग्रेस नेता ने इसका वीडियो जारी किया है और तंज कसा है। देखें वीडियो-
राजधानी दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में मध्य प्रदेश और राजस्थान में पार्टी के उम्मीदवारों के नामों पर मंथन चल रहा है। इससे पहले कल छत्तीसगढ़ की लिस्ट पर चर्चा हुई थी। माना जा रहा है जल्द ही कांग्रेस उम्मीदवारों की अगली लिस्ट जारी कर देगी।
कांग्रेस ने सोमवार को मिजोरम चुनाव के लिए 39 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की थी। अब पार्टी ने बची हुई लुंगलेई दक्षिण सीट से मरियम एल ह्रांगचल को अपना उम्मीदवार बनाया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने सूची जारी करने से पहले अंक ज्योतिष और युवाओं पर पूरा ध्यान दिया है।
1972 के बाद से यह रिकॉर्ड आज तक कायम है कि जिस पार्टी ने भी मध्य प्रदेश की खरगोन सीट पर परचम लहराया है, सूबे में सत्ता भी उसी पार्टी को हासिल हुई है।
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के 40 गांव ऐसे हैं जहां के लोग 40 साल में पहली बार वोट डालेंगे। उनके लिए इस बार मतदान करना किसी त्योहार से कम नहीं है। जानिए आखिर इन गांव के लोग इतने साल से मतदान क्यों नहीं कर पा रहे हैं।
राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में 7 नवंबर से 30 नवंबर तक चलने वाले विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव आयोग की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई है। अब चुनाव में ड्यूटी देने वाले जवानों को लेकर भी बड़ा अपडेट सामने आया है।
चुनाव आयोग ने नवबंर की अलग-अलग तारीखों में देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों का एलान किया है और साथ ही शहरी मतदाता से भारी संख्या में मतदान करने की अपील की है।
इंडिया टीवी के पोल में कुल 13,481 लोग शामिल हुए थे। जिसमें से 91 फीसदी लोगों ने नहीं में जवाब दिया। यानी 91 फीसदी लोगों का मानना है कि चुनाव में जनता को लुभाने के लिए मुफ्त की रेवड़ी बांटना लोकतंत्र के लिए सही नहीं है?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाति जनगणना को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, वहां जाति जनगणना करवाएंगे और फिर उसके बाद आर्थिक सर्वे भी करवाएंगे।
पांच राज्यों में चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान के साथ ही आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है। चुनाव आयोग ने बताया कि 5 दिसंबर से पहले चुनावी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया गया है। वहीं, तेलंगना में विधानसभा चुनाव 30 नवंबर को होंगे और तीन दिसंबर को नतीजे घोषित होंगे। बता दें कि तेलंगाना में कुल 119 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे।
इस साल के अंत में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके संबंध में चुनाव आयोग ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए इसके तारीकों का एलान किया। छत्तीसगढ़ राज्य में विधानसभा चुनाव 7 और 17 नवंबर को होंगे।
इस साल मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों के परिणाम अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों पर बड़ा असर डालेंगे। इस लिहाज से यह चुनाव सभी पार्टियों के लिए बेहद ही महत्वपूर्ण होने वाले हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को चुनाव से पूर्व घोषणाओं को लेकर सख्ती दिखाई है और केंद्र तथा राज्य सरकारों से पूछा है कि भारी कर्ज लेकर आप मुफ्त में रेवड़ियां क्यों बांट रहे हो। कोर्ट ने इस मामले में चार सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा है।
भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय को भी इस बार मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया है। पहले तो विजयवर्गीय ने कहा कि मैं अब घर-घर जाकर वोट मांगूंगा और अब उन्होंने कहा है कि मैं भोपाल से इशारा करूंगा काम इंदौर में हो जाएगा। देखें वीडियो-
पांच राज्यों के साथ पर्यवेक्षकों (ऑब्जर्वर) के साथ चुनाव आयोग की बैठक हो रही है। जल्द ही आयोग पांच राज्यो में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकताृ है। चुनाव तारीखों का ऐलान होने के साथ ही आचार संंहिता लागू हो जाएगी।
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