23 जिलों में 12.33 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। असम में इस साल बाढ़, भूस्खलन, तूफान और बिजली गिरने से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया दो दिवसीय यात्रा पर पूर्वोत्तर भारत पहुंचे हैं। यहां असम में एक खास कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे केंद्रीय मंत्री ने पहले तो लोक वाद्य यंत्रों और लोकसंगीत का लुत्फ उठाया। इस दौरान वो खुद को रोक नहीं पाए और खुद भी इसमें शामिल हो गए।
बाढ़, तूफान और आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या 99 तक पहुंच गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 26 जिलों के 83 राजस्व सर्किल और 2,545 गांवों में 13,99,948 लोग प्रभावित हैं।
‘याबा’ मेथामफेटामाइन (एक तरह का मादक द्रव्य) और कैफीन के मिश्रण से बनायी जाती है। शान राज्य में यह दवा घोड़ों को पहाड़ी क्षेत्रों की चढ़ाई अथवा भारी कामों के दौरान दी जाती थी।
सरकारी नौकरी की तैयारी में जुटे हुए हैं तो ये जानकारी आपके बड़े काम की साबित हो सकती है। असम में मुख्यमंत्री ने ऐलान किया है कि अगले साल अप्रैल तक 35,000 खाली पदों को भरा जाएगा।
पूर्वोत्तर के राज्य असम में बारिश और बाढ़ की वजह से हालात खराब हो गए हैं लेकिन पिछले कुछ घंटों में मामूली सुधार देखने को मिला है। IMD के मुताबिक, अगले 24 घंटों में अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा बारिश हो सकती है।
असम के 28 जिलों की लगभग 23 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। आज छह और लोगों की मौत हो गई, जिससे 8 जुलाई 2024 तक कुल मरने वालों की संख्या 72 हो गई।
राहत शिविर में राहुल गांधी सभी लोगों के साथ जमीन पर बैठे और उनकी बात सुनी। मणिपुर में लंबे समय से मैतेयी और कुकी समुदाय के बीच हिंसक संघर्ष जारी है। इन दंगों के कारण बड़ी संख्या में लोग बेघर हो चुके हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि असम के शिवसागर जिले में शनिवार को एक कोचिंग सेंटर के शिक्षक की उसके एक छात्र ने कक्षा के अंदर कथित तौर पर चाकू मारकर हत्या कर दी।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि तिनसुकिया मेडिकल कॉलेज को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग से आधिकारिक तौर पर मान्यता प्रदान कर दी है। उन्होंने आगे कहा कि अब असम में चिकित्सा की पढ़ाई के लिए कुल 13 संस्थान हो गए हैं।
असम में इन दिनों बाढ़ से हालात बेहाल हो गए हैं। राज्य के अधिकतर जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। यहां अब तक बाढ़ की वजह से 52 लाख लोग जान गवा चुके हैं।
दिल्ली से लेकर बिहार और असम तक भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। कहीं बाढ़ ने तबाही मचा रखी है तो कहीं बाढ़ को लेकर पहले से तैयारियां की जा रही है। असम में लाखों लोगों के जीवन पर बाढ़ ने असर डाला है।
असम के कई इलाकों में बाढ़ से हालात गंभीर बने हुए हैं। ऐसे में अब सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने डिब्रूगढ़ सहित अन्य इलाकों में जाकर स्थिति का जायजा लिया है।
असम में भीषण बाढ़ से हालात बिगड़ने लगे हैं। राज्य में बाढ़ से 29 जिलों के 21 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के कारण 21 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं काजीरंगा नेशनल पार्क में इस दौरान कई जानवरों की डूबने से मौत हो गई है।
काजीरंगा नेशनल पार्क में 17 जंगली जानवरों के पानी में डूब जाने की खबर सामने आई है। एक अधिकारी ने बताया कि गैंडा बछड़ा और हॉग हिरण सहित 17 जंगली जानवर डूब गए।
असम में बाढ़ से 23 जिलों के11.50 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। ज्यादातर प्रभावित जिलों में बाढ़ के पानी के कारण तटबंधों, सड़कों, पुलों तथा अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा है।
असम में रविवार को बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई, जिससे दो और लोगों की जान चली गई। वहीं, राज्य के 12 जिलों में 2.62 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
असम का कछार जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां बाढ़ से 67,030 लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद करीमगंज जिले में 27,235 लोग व धेमाजी में 25,947 लोग प्राकृतिक आपदा से संकट का सामना कर रहे हैं।
लोगों को 12 जून को नोटिस दिया गया था और 10 दिन के भीतर इस जमीन को खाली करने के लिए कहा गया है। इसमें से अधिकतर परिवारों ने इस आदेश का पालन किया है।
असम के गृह सचिव शिलादित्य चेतिया ने अपनी पत्नी की मौत के बाद एक निजी अस्पताल में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। आइए जानते हैं इस पूरी घटना के बारे में।
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