असम के 16 जिले बाढ़ की चपेट में है। असम का कछार जिला बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा मंगलवार को बाढ़ से प्रभावित लोगों की संख्या कम हुई है। इस बीच उन्होंने जंगल के हाथियों को लेकर भी अपडेट दिया है।
उत्तर प्रदेश से तमिलनाडु तक और असम अरुणाचल से लेकर महाराष्ट्र गुजरात तक मानसून का पैनिक बटन दबा हुआ है...देश के कई जिले बाढ़ की चपेट में है...उत्तर प्रदेश में गंगा और सरयू उफान पर है..तो असम में अब तक बाढ़ से 90 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है..साढ़े आठ लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं..
23 जिलों में 12.33 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। असम में इस साल बाढ़, भूस्खलन, तूफान और बिजली गिरने से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 106 हो गई है।
बाढ़, तूफान और आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में जान गंवाने वालों की संख्या 99 तक पहुंच गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 26 जिलों के 83 राजस्व सर्किल और 2,545 गांवों में 13,99,948 लोग प्रभावित हैं।
पूर्वोत्तर के राज्य असम में बारिश और बाढ़ की वजह से हालात खराब हो गए हैं लेकिन पिछले कुछ घंटों में मामूली सुधार देखने को मिला है। IMD के मुताबिक, अगले 24 घंटों में अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा बारिश हो सकती है।
असम के 28 जिलों की लगभग 23 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। आज छह और लोगों की मौत हो गई, जिससे 8 जुलाई 2024 तक कुल मरने वालों की संख्या 72 हो गई।
असम में शनिवार को भी बाढ़ से स्थिति गंभीर बनी रही। इस दौरान 6 और लोगों की मौत हो गई है। वहीं काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़ ने तबाही मचाई है। यहां कई जानवरों की मौत हो गई है। वहीं कई जानवरों को रेस्क्यू भी किया जा चुका है।
असम में इन दिनों बाढ़ से हालात बेहाल हो गए हैं। राज्य के अधिकतर जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। यहां अब तक बाढ़ की वजह से 52 लाख लोग जान गवा चुके हैं।
असम में भीषण बाढ़ से हालात बिगड़ने लगे हैं। राज्य में बाढ़ से 29 जिलों के 21 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के कारण 21 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं काजीरंगा नेशनल पार्क में इस दौरान कई जानवरों की डूबने से मौत हो गई है।
काजीरंगा नेशनल पार्क में 17 जंगली जानवरों के पानी में डूब जाने की खबर सामने आई है। एक अधिकारी ने बताया कि गैंडा बछड़ा और हॉग हिरण सहित 17 जंगली जानवर डूब गए।
असम में बाढ़ से 23 जिलों के11.50 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। ज्यादातर प्रभावित जिलों में बाढ़ के पानी के कारण तटबंधों, सड़कों, पुलों तथा अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा है।
असम का कछार जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। यहां बाढ़ से 67,030 लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद करीमगंज जिले में 27,235 लोग व धेमाजी में 25,947 लोग प्राकृतिक आपदा से संकट का सामना कर रहे हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल बाढ़ की वजह से राज्य में एक लाख से भी ज्यादा लोग प्रभावित हैं और अबतक सात लोगों की मौत हो चुकी है।
Assam Flood: कुल 7,368.41 हेक्टेयर फसल क्षेत्र अभी भी जलमग्न है। पिछले 24 घंटों में डिब्रूगढ़, मोरीगांव, नगांव, उदलगुरी, बक्सा और होजई जिलों में घरों, सड़कों और अन्य इमारतों को नुकसान पहुंचा है।
फिल्ममेकर करण जौहर ने आगे बढ़कर असम बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। इस बात की जानकारी असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्विटर के जरिए सभी को दी है।
Assam Flood: असम में कई दिनों से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। लगातार बाढ़ से प्रभावित राज्यों में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। लेकिन बाढ़ की वजह से अभी भी 22 लाख लोग प्रभावित हैं।
Flood in Assam: अधिकारियों ने बताया कि हालांकि कछार जिले के मुख्यालय सिलचर में स्थिति अब भी गंभीर है और कई इलाके पानी में डूबे हुए हैं।
Assam Flood 2022: रविवार को बारपेटा, कछार, दर्रांग, करीमगंज और मोरीगांव जिलों के विभिन्न स्थानों पर चार बच्चों समेत पांच लोग डूब गए।
Assam Flood: बराक घाटी के तीन जिले कछार, करीमगंज और हैलाकांडी गंभीर रूप से बाढ़ की चपेट में हैं। बराक और कुशियारा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं जिससे छह लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
Assam Flood: बीते कई दिनों से असम बाढ़ की त्रासदी में समाया हुआ है। कोपिली और ब्रह्मपुत्र समेत सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। लोगों को एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।
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