रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए रेल संपर्क परियोजनाओं पर तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि रेल यात्रियों को 4जी-5जी सेवाएं मुहैया कराने के लिए भी तेजी से कदम उठाए जा रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास नीति का सबसे बड़ा लाभ आज देश के उन राज्यों को हो रहा है जो विकास की दौड़ में पीछे छूट गए थे। इस अमृतकाल में वंदे भारत ट्रेनें विकास का इंजन भी बन रही हैं और एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को भी आगे बढ़ा रही हैं।
Revolution in IT Field: इससे सीधे तौर पर 75,000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। बता दें कि सरकार ने फरवरी, 2021 में 7,350 करोड़ रुपये के व्यय के साथ आईटी हार्डवेयर के लिये पहली पीएलआई योजना को मंजूरी दी थी।
जापान में हुए G7 सम्मेलन में भाग लेने के बाद स्वदेश लौटे केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा की पूरी दुनिया भारत की विकास गाथा से सीखना चाह रही है। जापान में 29 और 30 अप्रैल को हुए G7 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बुलंदियों पर पहुंचते भारत के विकास की चर्चा भी हुई।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अब तक एक परिवार ने देश में राज किया और जो कुछ भी होता था घूम-फिर के उन्हीं तक पहुंच जाता था।
Ashwini Vaishnaw On Rahul Gandhi: केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज Press Conference करते हुए राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। क्या कुछ कहा उन्होंने सुनिए.
Ashwini Vaishnaw On Rahul Gandhi: केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज Press Conference किया । प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अश्विनी वैष्णव ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा।
वैष्णव ने कहा कि रेलवे के लगातार प्रयासों से पिछले तीन साल के दौरान कुल 38.64 हेक्टेयर भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। उन्होंने कहा कि रेल भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों को पानी, बिजली कनेक्शन और अन्य नागरिक सुविधाएं प्रदान करने के राज्य सरकार के निर्णय का रेलवे हमेशा विरोध करती है।
देश में अभी विभिन्न रूटों पर 10 वंदे भारत ट्रेन चल रही हैं। भारतीय रेलवे की इस साल के अंत तक 75 वंदे भारत ट्रेन चलाने और अगले तीन वर्षों में 400 ट्रेन चलाने की योजना है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा, "इलेक्ट्रॉनिक्स का क्षेत्र काफी जटिल है लेकिन इसके बावजूद हमारे वैज्ञानिक और इंजीनियर्स के साथ साथ शिक्षाविद अब तक 100 6G पेटेंट हासिल करने में कामयाब रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि देश में 397 शहरों में 5G नेटवर्क को रोलआउट किया जा चुका है।
अक्सर अधिकारी अपने आप को VIP मानते हुए कुछ अलग ही बर्ताव करते हैं। अधिकारियों के VIP कल्चर की कई बार आलोचना हो चुकी थी। जिसके बाद रेल मंत्री ने इस कल्चर को खत्म करने के लिए निर्देश जारी किए हैं।
Train Name Rule: राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और दुरंतो एक्सप्रेस और दिल्ली-मंडुआडीह एक्सप्रेस जैसी दूसरी कई ट्रेनों का नाम रखते वक्त सरकार किस नियम को फॉलो करती है या अचानक से जो मन में पहली बार नाम आ जाता है उसे रख दिया जाता है। आइए आज इसपर विस्तार से बात करते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन के तहत उत्तर प्रदेश के 150 स्टेशन को विश्व स्तर का बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले जब रेल बजट आता था, तो यूपी के हिस्से में 1000-1100 करोड़ रुपये आवंटित होते थे।
भारतीय रेलवे द्वारा ट्रेनों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए कवच नाम की खुद की ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम विकसित करने को लेकर भी अश्विनी वैष्णव ने महत्वपूर्ण जानकारी दी।
India TV Samvaad Budget 2023 : इंडिया टीवी के बजट संवाद में रेल मंत्री Ashwini Vaishnaw ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बहुत ही डिमांडिंग बॉस हैं।
India TV Samvaad Budget 2023: इंडिया टीवी संवाद में केंद्रीय रेल मंत्री Ashwini Vaishnaw ने शिरकत की। इस दौरान रेल मंत्री से सवाल किया गया कि इस बजट में रेलवे को 2.4 लाख करोड़ रुपये मिले हैं, इतने सारे पैसे को कैसे खर्च किया जाएगा? इसपर सुनें उन्होंने क्या कहा
रेल मंत्री ने कहा कि अगले 12 से 16 महीनों में वंदे मेट्रो विकसित करके, प्रोटोटाइप बनाकर पटरियों पर उतारना है। एक साल तक उसे टेस्ट करेंगे और फिर उसका प्रोडक्शन चालू करेंगे। अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि अब ट्रेनें गिनना छोड़ दें और एन्जॉय करिए।
रेल मंत्री ने बताया कि दिसंबर 2023 तक हाइड्रोजन ट्रेन आ जाएगी और इसे भारत में डिजाइन और निर्मित किया जाएगा। पहले यह कालका-शिमला जैसे हेरिटेज सर्किट पर चलेगी और बाद में इसका विस्तार अन्य स्थानों पर किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर वंदे भारत ट्रेनों की तस्वीरों को ट्वीट किया गया था, जिसमें ट्रेन के गंतव्य पर पहुंचने के बाद इस्तेमाल किए गए खाने के पैकेट और अन्य कचरा बिखरा हुआ दिखाया गया था।
जय श्रीराम के नारों से ममता बनर्जी नाराज हो गईं। वो मंच की तरफ़ जा रही थीं लेकिन, प्लेटफॉर्म पर ही ठिठककर खड़ी हो गईं और जय श्रीराम के नारे लगा रहे लोगों को देखने लगीं। उसी वक़्त, टीएमसी के समर्थकों ने भी जय बांग्ला के नारे लगाने शुरू कर दिए।
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