जब से राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त किया गया है उसके बाद से कांग्रेस में सियासी हलचल तेज हो गई है। दरअसल कांग्रेस नेता अब लगातार प्रभारी सुखजिंदर रंधावा से मिल रहे हैं।
अशोक गहलोत कैबिनेट से बर्खास्त किए जाने के बाद राजेंद्र गुढ़ा का पहला बयान आया। उन्होंने कहा कि अगर सच बोलना गुनाह है तो वे यह गुनाह करते रहेंगे।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजेंद्र सिंह गुढ़ा को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया। गुढ़ा के पास सैनिक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा, पंचायती राज और ग्रामीण विकास के लिए राज्य मंत्री का प्रभार था।
इससे पहले राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने विधानसभा में राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध की हालिया घटनाओं पर अपनी ही सरकार की आलोचना की थी। जिसके बाद कहा जा रहा था कि सीएम गहलोत खफा हैं।
राजेंद्र सिंह गुढ़ा के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने गहलोत सरकार को निशाने पर लिया है। बीजेपी ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का क्या हाल है, यह सरकार के ही मंत्री ने बता दिया है।
राजस्थान के कार्मिक विभाग ने गुरुवार देर रात इस संबंध में आदेश जारी किए। आदेश के तहत 5 अधिकारियों को नई जगह भेजा गया है। ट्रांसफर-पोस्टिंग किए गए अधिकारियों में 9 वे आरएएस हैं जो पोस्टिंग के इंतजार (एपीओ) में थे।
पीएम मोदी ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इन्होंने 4 सालों में राजस्थान का बहुत नुकसान किया है और ये बात यहां की सरकार भी जानती है कि राजस्थान में कांग्रेस की हार इतनी सुनिश्चित है कि यहां की सरकार बाय-बाय मोड में आ गई है।
राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तनाव और विवाद जगजाहिर है। इस बीच सचिन पायलट ने बड़ा बयान देकर राजनीतिक विवाद को ठंडा कर दिया है। पायलट ने कहा कि माफ करो और भूल जाओ के सिद्धांत पर चलूंगा।
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इस साल जिन भी राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उससे पहले पार्टी सभी विवादों को सुलझाना चाहती है। इसी क्रम में अब बारी राजस्थान की है। पार्टी ने छत्तीसगढ़ के विवाद को सुलझा लिया है और अब सारा ध्यान राजस्थान पर केंद्रित है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अभी तक वह पार्टी के अंतर्कलह से जूझ रहे थे तो अब उन्हें मानहानि के एक मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट ने समन जारी किया है।
इस साल जिन भी राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उससे पहले पार्टी सभी विवादों को सुलझाना चाहती है। इसी क्रम में अब बारी राजस्थान की है। पार्टी ने छत्तीसगढ़ के विवाद को सुलझा लिया है और अब सारा ध्यान राजस्थान पर केंद्रित है।
महाराष्ट्र की सियासत में हुए घटनाक्रम के बाद राजस्थान कांग्रेस एक्टिव मोड में हो गई है। कांग्रेस नहीं चाहती कि विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान में भी महाराष्ट्र जैसा कुछ हो। इसलिए अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ कांग्रेस आलाकमान ने बैठक की है।
Rajasthan Politics: राजस्थान कांग्रेस में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच जारी खींचतान पर आज कोई बड़ा फैसला हो सकता है...राजस्थान कांग्रेस को लेकर दिल्ली में आज कांग्रेस की बड़ी बैठक हो रही है...सुबह 11 बजे होने वाली बैठक पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की मौजूदगी में होगी...
72 Hoorain Special screening: ट्रेलर आने के बाद से विवादों में उलझी फिल्म '72 हूरें' की स्पेशल स्क्रीनिंग JNU में कराई गई है।
कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व राजस्थान के मामले को सुलझाने में जुट गया है। चुनाव से पहले एक समाधान तलाशने की कोशिशें हो रही है। सूत्रों के मुताबिक सचिन पायलट राजस्थान में अपनी भूमिका चाहते हैं, वे दिल्ली में कोई पद नहीं लेंगे।
आज राजस्थान में अमित शाह ने अशोक गहलोत नीत कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और कहा कि अगर उसने दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के मामले में विशेष अदालत का गठन किया होता तो दोषी को अभी तक फांसी मिल गई होती।
इस साल के अंत में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चुनावों में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच करारी टक्कर होनी तय है। कांग्रेस चुनावों से पहले अपने सभी अंदरूनी झगड़े सुलझा लेना चाहती है। इसी क्रम में अब पार्टी आलाकमान का पूरा ध्यान इसी मसले पर है।
भारतीय जनता पार्टी ने गहलोत सरकार का महाघेराव करने की योजना बनाई है। इसके लिए पार्टी 5 लाख कार्यकर्ताओं को जुटाएगी। पार्टी एकजुटता और सामूहिक नेतृत्व पर भी जोर देगी।
एक युवती ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर मोदी, अशोक गहलोत और सोनू सूद से मदद मांगी। जिसके बाद पुलिस और सखी वन स्टाप सेंटर की टीम ने महिला को उसके ससुराल से निकाला। फिर जो कहानी सामने आई उसे सुनकर लोगों के होश ही उड़ गए।
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